भाग IV हिन्दी (भाषा I)
⚪ बच्चों द्वारा आनन्द की प्राप्ति
⚪बच्चों के लेखन में परिपक्वता लाना
⚪बच्चों की रचनात्मकता का विकास
83. भाषा सीखने में मातृभाषा का व्याघात
⚪पूर्ण रूप से होता है
⚪नहीं होता है
⚪होता है
84. भाषा विकास के सम्बन्ध में कौन-सा कथन सही नहीं है?
⚪बड़ों का सम्पर्क भाषा विकास की गति को तीव्र कर देता है
⚪भाषा विकास व्यक्ति सापेक्ष है
⚪प्रारम्भिक भाषायी परिवेश की समृद्धता भाषायी विकास में सहायक होती है।
85. भाषा सीखने की कौन-सी विधि मातृभाषा को मध्यस्थ बनाए बिना दूसरी भाषा को सीखने में सहायक होती है?
⚪द्विभाषी विधि
⚪अप्रत्यक्ष विधि
⚪प्रत्यक्ष विधि
86. भाषा-शिक्षण में बालक में मौखिक कौशल के विकास के लिए ”” सबसे कम महत्त्वपूर्ण है?
⚪बच्चों की बात को धैर्य से सुनना
⚪प्रश्नों के उत्तर पूछना
⚪अपनी बात कहने का पूरा मौका देना
87. भाषा सीखने में होने वाली त्रुटियों के सन्दर्भ में कौन-सा कथन सत्य नहीं है?
⚪त्रुटियाँ अस्थायी होती हैं
⚪भाषा सीखने में होने वाली त्रुटियाँ स्थायी होती हैं
⚪भाषा सीखने में होने वाली त्रुटियाँ यह समझने में मदद करती हैं कि बच्चे के मस्तिष्क में क्या चल रहा है
88. भाषा सीखने-सिखाने के सन्दर्भ में गृहकार्य का उद्देश्य होता है?
⚪अभिभावकों को प्रसन्न करना
⚪ बच्चों को कार्य में व्यस्त रखना
⚪कॉपियाँ भरवाना
89. पाठ के अन्त में अभ्यास और गतिविधियों का उद्देश्य ••••••••• नहीं है?
⚪सृजनात्मकता का विकास करना
⚪बच्चों को अभिव्यक्ति के अवसर प्रदान करना
⚪प्रश्नों के उत्तर सरलता से याद करवाना
90. प्राथमिक स्तर पर बच्चों की पठन क्षमता का आकलन करने में किस प्रकार की सामग्री सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है?
⚪बाल साहित्य की कोई संवादात्मक कहानी
⚪पाठ्य-पुस्तक
⚪औपचारिक पत्र
91. भाषा-शिक्षण में खेल का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण स्थान है। क्योंकि
⚪खेल भाषा को विस्तार देते हैं
⚪खेल में आनन्द आता है
⚪खेल में शारीरिक विकास होता है
92. पठन-पाठन के अन्त में ऐसे अभ्यास एवं गतिविधियाँ हों, जो
⚪बच्चों को स्वयं कुछ करने और सीखने का अवसर प्रदान करें
⚪केवल पाठ से ही सम्बन्धित हों
⚪पाठ पर बिल्कुल आधारित न हों
93. एक प्राथमिक शिक्षक के रूप में आप सतत् और व्यापक आकलन करते समय किसे सर्वोपरि मानते हैं?
⚪लिखित प्रश्न-पत्र
⚪पाठ से देखकर सुलेख लिखना
⚪बच्चों द्वारा विभिन्न सन्दर्भो में भाषा-प्रयोग की क्षमता
94. प्राथमिक स्तर पर बच्चों की घर की भाषा को अपनी कक्षा में स्थान देना जरूरी है क्योंकि घर की भाषा
⚪ बच्चे ने अभी पूर्णतः नहीं सीखी है।
⚪बच्चे की भाषायी पूँजी है
⚪मानक स्वरूप लिए होती है
95. भाषायी कौशलों के सन्दर्भ में कौन-सा कथन सत्य है?
⚪भाषायी कौशल एक-दूसरे से स्वतन्त्र होते हैं
⚪भाषायी कौशल एक क्रम से सीखे जाते हैं
⚪भाषायी कौशल एक-दूसरे को प्रभावित नहीं करते
96. भाषा अर्जन के सम्बन्ध में कौन-सा कथन सत्य है?
⚪समाज-सांस्कृतिक परिवेश के अनुसार अर्थ-ग्रहण की प्रक्रिया स्वाभाविक होती है
⚪भाषा अर्जन में बच्चे को बहुत अधिक प्रयास करना पड़ता है
⚪भाषा अर्जन में किसी अन्य भाषा का व्याघात होता है
सारा संसार नीले गगन के तले अनन्त काल से रहता आया है। हम थोड़ी दूर पर ही देखते हैं क्षितिज तक, जहाँ धरती और अवकाश हमें मिलते दिखाई देते हैं। लेकिन जब हम वहाँ पहुँचते हैं, तो यह नजारा आगे खिसकता चला जाता है और इस नजारे का कोई ओर-छोर हमें नहीं दिखाई देता है। ठीक इसी तरह हमारा जीवन भी है। जिन्दगी की न जाने कितनी उपमाएँ दी जा चुकी हैं लेकिन कोई भी उपमा पूर्ण नहीं मानी गई क्योंकि जिन्दगी के इतने पक्ष हैं कि कोई भी उपमा उस पर पूरी तरह फिट नहीं बैठती। बर्नार्ड शॉ जीवन को एक खुली किताब मानते थे और यह भी मानते थे कि सभी जीवों को समान रूप से जीने का हक है। वह चाहते थे कि इन्सान अपने स्वार्थ में अन्धा होकर किसी दूसरे जीव के जीने का हक न मारे। यदि इन्सान ऐसा करता है, तो यह बहुत बड़ा अन्याय है। हमारे विचार स्वाभाविक रूप से एक-दूसरे से मेल नहीं खाते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता कि हम दूसरों को उसके जीने के हक से वंचित कर दें। यह खुला आसमान, यह प्रकृति और यह पूरा भू-मण्डल हमें दरअसल यही बता रहा है कि हाथी से लेकर चींटी तक, सभी को समान रूप से । जीवन बिताने का हक है। जिस तरह से खुले आसमान के नीचे हर प्राणी बिना किसी डर के जीने, साँस लेने का अधिकारी है, उसी तरह से । मानव-मात्र का स्वभाव भी होना चाहिए कि वह अपने जीने के साथ दूसरों से उनके जीने का हक न छीने। यह आसमान हमें जिस तरह से । भय से छुटकारा दिलाता है, उसी तरह से हमें भी मानव-जाति से इतर जीवों को इर से छुटकारा दिलाकर उन्हें जीने के लिए पूरा अवसर देना। चाहिए। दूसरों के जीने के हक को छीनने से बड़ा अपराध या पाप कुछ नहीं हो सकता।[/su_accordion]
⚪जहाँ धरती और आकाश पास-पास होते हैं
⚪जहाँ तक धरती दिखाई पड़ती है
⚪जहाँ से धरती और आकाश दिखाई पड़ते हैं
⚪खुली पुस्तक से
⚪सभी जीवों से
⚪क्षितिज से
99. आसमान हमें दिलाता है?
⚪साथ-साथ रहने का अनुशासन
⚪भय से छुटकारे का आश्वासन
⚪भयभीत न करने का आग्रह
100. ‘फिट’ और ‘इन्सान’ शब्द हैं?
⚪आगत
⚪तत्सम
⚪तद्भव
101. यदि किसी का ओर-छोर नहीं है, तो
⚪उसका सिरा नहीं मिलता
⚪उसकी सीमा नहीं है
⚪उसका विस्तार अधिक है
102. प्रकृति और खुला आसमान बता रहे हैं कि सबको
⚪मनमर्जी करने का हक है
⚪प्रकृति से प्रेम करना चाहिए
⚪जीने का हक है
103. किस शब्द में ‘इक’ प्रत्यय का प्रयोग नहीं किया जा सकता?
⚪जीव
⚪स्वभाव
⚪प्रकृति
104. ‘अपराध’ शब्द है?
⚪पदार्थवाचक संज्ञा
⚪व्यक्तिवाचक संज्ञा
⚪जातिवाचक संज्ञा
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