कोलबर्ग के अनुसार, गलत और सही का निर्णय करने की चिंतन प्रक्रिया को कहा जाता है
(1) नैतिक यथार्थवाद (Moral realism)(2) नैतिक असमंजस (Moral dilemma)
(3) नैतिक सहयोग (Morality Cooperation)
(4) नैतिक तर्क (Moral reasoning)
पियाजे की किस अवस्था में एक बालक का व्यवहार मुख्य रूप से अनैच्छिक क्रियाओं से संचालित होता है?
(1) इंद्रिय-गत्यात्मक अवस्था(2) पूर्व-क्रियात्मक अवस्था
(3) मूर्त क्रियात्मक अवस्था
(4) औपचारिक क्रियात्मक अवस्था
पियाजे के अनुसार, संज्ञानात्मक या ज्ञानात्मक विकास की वह अवस्था जिसमें एक बालक ‘वस्तु प्रदर्शन’ दर्शाता है, कहलाती है:
(1) इंद्रिय-गत्यात्मक अवस्था(2) पूर्व-क्रियात्मक अवस्था
(3) मूर्त क्रियात्मक अवस्था
(4) औपचारिक क्रियात्मक अवस्था
अपने अध्यायों को जल्दी पूरा करने के लिए शिक्षक अपनी पसंद के विद्यार्थी समूह से उत्तरों की अपेक्षा करते हैं। यह
(1) उन विद्यार्थियों की पहचान करने के कौशलों की आवश्यकता होती है, जो प्रायः प्रश्नों के उत्तर दे सकें(2) पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक है
(3) दूसरे विद्यार्थियों को समान अवसर से वंचित करता है
(4) उन विद्यार्थीयों की सहायता करता है, जो रूचि लेते हैं और शिक्षकों के पसंदीदा बन जाते हैं
सामान्य बुद्धि (GFactor) के कारक है:
(1) एक कारक जो उस स्तर के बारे में भविष्यवाणी करता है, जहाँ तक एक बालक में सुधार किया जा सकता है।(2) बुद्धि के सामान्य वितरण में मानक विचलन
(3) मानसिक योग्यता का मापन करने के लिए सामान्य शब्द
(4) एक बालक की बुद्धिलब्धि का विकास करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन
श्रवण की क्षमता को किस इकाई में मापा जाता है?
(1) डेसिबल(2) डेसीमीटर
(3) डेसीपाउंड
(4) डेसिमो
निम्नलिखित में से कौन-सा बुद्धि के मापन में प्रयोग नहीं किया जा सकता है:
(1) प्रश्न का उत्तर देने में लगने वाला समय(2) विद्यार्थी की अनुकूलन क्षमता
(3) विद्यार्थी की शिक्षक का ध्यान आकर्षित करने की योग्यता
(4) पियाज़े संबंधी कार्य
एक छात्र मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने के लिए कठोर परिश्रम करता है ताकि प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर सके।
(1) आंतरिक रूप से(2) बाह्य रूप से
(3) व्यक्तिगत रूप से
(4) अनुभवात्मक रूप से
बचपन की मौजूदा राय के अनुसार,
(1) बच्चे उसी तरीके से कार्य करते हैं, जैसे व्यस्क करते हैं(2) बच्चों को युवा व्यस्क माना जा सकता है
(3) बचपन मूल रूप से प्रतीक्षा की अवधि है
(4) बचपन तेजी से विकास और परिवर्तन की अवधि है
बोलने को प्रभावित करने वाले गतिक विकार को कहा जाता है:
(1) अप्रैक्सिया(2) अफेज़िया
(3) डिस्फोनिया
(4) शब्द-फोबिया
स्वलीनता में शामिल है:
(1) चाक्षुष विकलांगता(2) अतिसक्रियता
(3) धीमा शारीरिक विकास
(4) संबंध जोड़ने की निर्योग्यता
इनमें से कौन-सी विशेषता प्रतिभाशाली बच्चों की नहीं
(1) निम्न औसतीय मानसिक प्रक्रियाएँ(2) अंतर्दृष्टिपूर्वक समस्याओं का समाधान करना
(3) उच्चतर श्रेणी की मानसिक प्रक्रियाएँ
(4) उच्च आत्म क्षमता
एक छात्र अध्याय के मुख्य बिंदुओं को रेखांकित करती है, उसका दृश्य निरूपण करती है तथा अध्याय के अंत में अपने मन में उत्पन्न होने वाले प्रश्नों को प्रस्तुत करती है। वहः
(1) विचारों के संगठन द्वारा अपने चिंतन को निर्देशित करने का प्रयास कर रही है(2) अनुरक्षण पूर्वाभ्यास से रणनीति का उपयोग करने की कोशिश कर रही है।
(3) प्रेक्षण अधिगम सुनिश्चित कर रही है ।
(4) केन्द्रबिन्दु विधि का उपयोग करने की कोशिश कर रही है
रचनात्मकता आमतौर पर जुडी होती है:
(1) अभिसारी सोच से(2) अलग सोच से
(3) मॉडलिंग
(4) अनुकरण
व्यवहार का ‘करना पक्ष आता है:
(1) अधिगम के संज्ञानात्मक क्षेत्र में(2) अधिगम के भावात्मक क्षेत्र में
(3) अधिगम के क्रियात्मक क्षेत्र में
(4) अधिगम के मनोवैज्ञानिक क्षेत्र में
शिक्षार्थियों ने विषय क्षेत्र में जो ज्ञान प्राप्त किया है, उसे अन्य विषय क्षेत्रों के ज्ञान के साथ जोड़कर शिक्षक शिक्षार्थियों की सहायता करता है। इससे बढ़ावा देने से किसे सहायता मिलती है?
(1) व्यक्तिगत भेदों को(2) शिक्षार्थी की स्वायत्तता को
(3) पुनर्बलन को
(4) ज्ञान के सहसंबंध और हस्तांतरण को
व्यवहारगत समस्याओं की रोकथाम करने में निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक प्रभावशील है?
(1) समस्या वाले बच्चे को सारा दिन पुस्तकालय में बैठाना(2) संघर्ष से निपटने के लिए बच्चे को आक्रामक रहित तरीके प्रदान करना
(3) अपने व्यवहार के लिए खेद महसूस करने के लिए समस्या वाले बच्चे को विवश करना
(4) कक्षा में समस्या वाले बच्चे का बहिष्कार करना
समय के साथ बच्चों में होने वाले संभाषण का विकास निम्नलिखित में से किस पर केंद्रित है?
(1) व्यवहारात्मक(2) सांस्कृतिक
(3) बौद्धिक
(4) सामाजिक
किशोरावस्था के संबंध में निम्न में से कौन-सा कथन सबसे उचित है?
(1) संवेगात्मक परिवर्तनों की व्यापकता में बढ़ोत्तरी।(2) अध्ययन के प्रति लापरवाह प्रवृत्ति।
(3) चिंतन मूर्त क्रियाओं में झलकना शुरू हो जाता है।
(4) बुद्धिलब्धि में अचानक बढ़ोत्तरी।
एक अध्यापिका यह सुनिश्चित करना चाहती है कि उसके छात्र आंतरिक रूप से अभिप्रेरित हैं। वह क्या करेगी?
(1) सभी बच्चों के लिए उपलब्धि के एकसमान मानक निर्दिष्ट करेगी(2) अंतिम परिणाम पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय व्यक्तिगत रूप से बच्चों की अधिगम की प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करेगी
(3) मूर्त रूप में पुरस्कार प्रदान करेगी
(4) अलग सोच को बढ़ावा देने वाली शिक्षण गतिविधियों की योजना बनाएगी
मोहित को बच्चों को पढ़ाना पसंद है इसलिए वह बी.एड. की प्रवेश परीक्षा के लिए खूब परिश्रम से तैयारी कर रहा है। वह अभिप्रेरित है।
(1) आंतरिक रूप से(2) बाहय रूप से
(3) सक्रिय रूप से
(4) बौद्धिक रूप से
निम्नलिखित में से किसे अभिप्रेरित शिक्षण का संकेत माना जा सकता है?
(1) कक्षा में अधिकतम उपस्थिति(2) शिक्षक द्वारा दिया गया उपचारात्मक कार्य
(3) छात्रों द्वारा पूछताछ
(4) कक्षा में निस्तब्ध शांति
अधिगम-अक्षम बच्चों के संदर्भ में, तत्कालिक संबंध उपलब्ध कराना, सहयोग पर जोर देना और गैर-शिक्षण तकनीकों का लाभ उठाना जैसे त्वरित संदेश, बुद्धिमत्तापूर्ण खोज और सामग्री प्रबंधन जुड़े हैं
(1) संग्रहित अधिगम डिजाइन से(2) हस्तक्षेपी अधिगम डिजाइन से
(3) उपचारात्मक प्रत्युत्तर डिजाइन से
(4) अधिगम के सार्वभौमिक डिजाइन से
जब पूर्व अधिगम नयी स्थिति में अधिगम को प्रभवित नहीं करता है, तो इसे कहा जाता है
(1) अधिगम का सकारात्मक स्थानांतरण(2) अधिगम का नकारात्मक स्थानांतरण
(3) अधिगम का शून्य स्थानांतरण
(4) अधिगम का निरपेक्ष स्थानांतरण
शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 के अनुसार विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ना चाहिए: ।
(1) समावेशी शिक्षा व्यवस्था में इस प्रावधान के साथ कि उनकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके।(2) व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों में जो उन्हें जीवन कौशलों के लिए तैयार करेंगे।
(3) घर पर माता-पिता और देखभाल करने वालों के साथ जो उन्हें आवश्यक सहायता उपलब्ध कराएँ।
(4) खासतौर पर उन्हीं के लिए बनाए गए विशेष विद्यालयों में।
राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, 2005 के अनुसार अधिगम अपने स्वभाव में और है।
(1) निष्क्रिय; सामाजिक(2) सक्रिय; सरल
(3) सक्रिय; सामाजिक
(4) निष्क्रिय; सरल
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन क्रमिक शिक्षा से संबंधित है?
(1) शिक्षक सूचना तथा प्राधिकार के जनक होते हैं।(2) ज्ञान प्रत्यक्ष अनुभव तथा सहयोग में माध्यम से उत्पन्न होता है।
(3) परीक्षा नियम-केंद्रित और बाहरी होती है।
(4) शिक्षा अध्यापक केंद्रित होती है।
स्कूलों में बाल-केंद्रित शिक्षा का उद्देश्य क्या होना चाहिए?
(1) बच्चों में सम्प्रेषण कौशल का विकास करना(2) विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए तैयार करना
(3) पाठ्यपुस्तकों को रटना ।
(4) विद्यार्थियों को व्यावहारिक जीवन के लिए तैयार करना
निम्न में से किन कार्यों का एक शिक्षक निदानात्मक रूप से निर्णय लेता है/हैं?
(1) छात्र के पूर्व व्यवहार का अध्ययन(2) कार्य का विश्लेषण
(3) शिक्षण संबंधी समस्या का विश्लेषण
(4) उपर्युक्त सभी
किस अधिगम परिस्थिति में शाब्दिक अनुक्रिया क्रम की व्यवस्था की जाती है?
(1) उद्दीपन अनुक्रिया अधिगम(2) प्रत्यय अधिगम
(3) शाब्दिक सहसंबंध अधिगम
(4) अधिनियम अधिगम