UP TGT Sanskrit Solved Paper

कादम्बरी का प्रमुख पात्र है?
(A) चन्द्रापीड
(B) चाण्डालकन्या
(C) कादम्बरी
(D) शुकनास
Answer
चन्द्रापीड
‘धूता’ किस कृति से संबंधित है?
(A) किरातार्जुनीयम्
(B) वेणीसंहार
(C) मृच्छकटिकम्
(D) नागानन्द
Answer
मृच्छकटिकम्
सत्व गुण होता है
(A) भारी
(B) चंचल
(C) लघु प्रकाशक
(D) उपष्टम्भक
Answer
लघु प्रकाशक
सांख्यदर्शन के अनुसार सृष्टि का निर्माण कितने तत्वों से हुआ है?
(A) 25 तत्वों से
(B) 23 तत्वों से
(C) 24 तत्वों से
(D) 5 तत्वों से
Answer
25 तत्वों से
सांख्यदर्शन के प्रवर्तक हैं?
(A) भारद्वाज मुनि
(B) कपिल मुनि
(C) बादरायण मुनि
(D) भौमिक मुनि
Answer
कपिल मुनि
‘मनस्तु साधुध्वनिभिः पदे पदे, हरन्ति सन्तो मणिनूपुरा इव’-पंक्तियां किस ग्रन्थ से उद्धृत हैं?
(A) नीतिशतक
(B) मेघदूत
(C) कादम्बरी
(D) शिशुपालवधम्
Answer
कादम्बरी
‘विन्ध्यवनभूमिरिव वेत्रलतावती’ निम्नांकित में से किसका विशेषण
(A) प्रतिहारी
(B) चाण्डालकन्या
(C) महाश्वेता
(D) कुलदेवी
Answer
प्रतिहारी
शिशुपालवधम् के प्रथम सर्ग का प्रधान छन्द है
(A) वसन्ततिलका
(B) इन्द्रवज्रा
(C) उपजाति
(D) वंशस्थ
Answer
वंशस्थ
‘श्रियः पतिः श्रीमति शासितुं जगत्’ में श्रीमति शब्द निम्नांकित में से किसका विशेषण है?
(A) लक्ष्मी
(B) नारद
(C) वसुदेव का घर
(D) क्षीरसागर
Answer
वसुदेव का घर
‘सती च योषित्प्रकृति सुनिश्चला पुमांसमभ्येति भवान्तरेष्वपि’ पंक्ति किस ग्रन्थ से उद्धृत है?
(A) शिशुपालवधम्
(B) शिवराजविजयम्
(C) मनुस्मृति
(D) कुमारसम्भवम्
Answer
शिशुपालवधम्
‘येनाङ्गविकारः’ एवं ‘इत्थंभूतलक्षणे’ सूत्रों से विभक्ति होती है
(A) द्वितीया
(B) द्वितीया एवं तृतीया
(C) तृतीया
(D) तृतीया एवं पञ्चमी
Answer
तृतीया
‘दाक्षी’ में स्त्री प्रत्यय है
(A) ङीष्
(B) ङीन्
(C) टाप्
(D) ऊडू
Answer
ङीष्
कादम्बरी में किस रीति का प्रयोग हुआ है?
(A) वैदर्भी रीति
(B) गौड़ी रीति
(C) लाटी रीति
(D) पाञ्चाली रीति
Answer
पाञ्चाली रीति
‘वयसि प्रथमे’ सूत्र से विहित प्रत्यय है
(A) ङीष्
(B) टाप्
(C) ङीप्
(D) ङीन्
Answer
ङीष्
‘अवेस्ता’ भाषा है
(A) ईरानी
(B) भारतीय
(C) ग्रीक
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Answer
ईरानी
भाषा के ‘धातु सिद्धांत’ के प्रतिपादक हैं
(A) रूसो
(B) मैक्समूलर
(C) हारडर
(D) अरस्तू
Answer
मैक्समूलर
कर्मवाच्य संभव है
(A) सकर्मक-अकर्मक में
(B) केवल सकर्मक में
(C) केवल अकर्मक में
(D) उपर्युक्त सभी में
Answer
केवल सकर्मक में
यास्क का सम्बन्ध है
(A) निरुक्त से
(B) प्रातिशाख्य से
(C) महाभाष्य से
(D) प्राचीन व्याकरण से
Answer
निरुक्त से
‘नक्षत्रवाची’ शब्द काल विशेष को प्रकट करता है तो विभक्ति होती है
(A) चतुर्थी-पञ्चमी
(B) प्रथमा-द्वितीया
(C) द्वितीया-तृतीया
(D) तृतीया-सप्तमी
Answer
तृतीया-सप्तमी
‘विषमबाणलीला’ किसकी रचना है?
(A) दण्डी
(B) भामह
(C) आनन्दवर्धन
(D) रुद्रट
Answer
आनन्दवर्धन
अवन्ति सुन्दरी के लेखक हैं
(A) दण्डी
(B) बाणभट्ट
(C) भट्टनारायण
(D) अम्बिकादत्त व्यास
Answer
दण्डी
‘मृच्छकटिकम्’ किस कोटि का रूपक है?
(A) भाण
(B) प्रहसन
(C) प्रकरण
(D) व्यायोग
Answer
भाण
अधोलिखितं गद्यांशं पठित्वा प्रश्नानामुत्तराणां
उपयुक्तविकल्पस्य चयनं कुरुत –
जन्मभूमिः मनुष्यस्य सर्वदैव आदरस्य पात्रं भवति । कुत्रापि गतो मनुष्यो जन्मभूमिं सद स्मरत्येव, तस्याः दर्शनस्य अभिलाषः तस्य हृदये वर्तते। भारतवर्षमिदमस्माकं जन्मभूमिः। भारतवर्षञ्चारस्माकं देशः। स्वदेशस्य कृते हृदये सम्मान : आदरश्च भवतः।
प्रथमपङ्कत्यां क्रियापदं किम्?
(A) भवति
(B) आदरस्य
(C) जन्मभूमिः
(D) पात्रम्
Answer
आदरस्य
‘अस्माकं’ पदं कस्मिन् वचनेऽस्ति?
(A) एकवचने
(B) बहुवचने
(C) द्विवचने
(D) किमपि न
Answer
द्विवचने
‘भवतः’ अस्य पदस्य लकारं चिनुत-
(A) लोट
(B) लङ्
(C) लट्
(D) विधिलिङ्ग
Answer
विधिलिङ्ग
‘देशः’ इति शब्दस्य विपरीतपदं लिखत-
(A) स्वदेशः
(B) परदेसः
(C) कुदेशः
(D) विदेशः
Answer
स्वदेशः

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