UP TGT Sanskrit Solved Paper
यूपी टीजीटी संस्कृत सॉल्वड पेपर – UP TGT भर्ती की तैयारी करने वाले सभी उम्मीदवारों को एक विशेष विषय की परीक्षा देनी पड़ती है. जैसे की हिंदी, विज्ञान, संस्कृत इत्यादि आज इस पोस्ट में आपको UP TGT Sanskrit के बारे में पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर Solved Paper के रूप में दिए गए हैं जिससे कि आप अपनी परीक्षा की तैयारी अच्छे से कर सकते हैं. यह प्रश्न उत्तर संस्कृत से संबंधित हैं. अगर आप UP TGT संस्कृत से संबंधित प्रश्न उत्तर ढूढ़ रहे हैं तो निचे आपको UP TGT Sanskrit Solved Paper दिया गया है . इसलिए इन्हें आप अच्छे से याद करे .
‘हरिहरौ’ में कौन-सा समास है?
(A) तत्पुरुष(B) बहुब्रीहि
(C) द्वन्द्व
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
‘एधनीयम्’ में कौन-सा प्रत्यय है?
(A) तव्यत्(B) अनीयर्
(C) यत्
(D) व्यत्
‘सम्प्रदान’ में कौन-सी विभक्ति होती है?
(A) द्वितीया(B) तृतीया
(C) चतुर्थी
(D) पंचमी
‘गौरी’ में कौन-सा प्रत्यय है?
(A) ङीप्(B) ङीष्
(C) टाप्
(D) क्यप्
वह लकार जो केवल वेद में पाया जाता है
(A) लुट् लकार(B) लङ् लकार
(C) लेट् लकार
(D) लट् लकार
‘सूर्या’ में कौन-सा प्रत्यय है?
(A) टाप्(B) चाप्
(C) ङी
(D) ण्यत्
‘ख’ कौन-सी ध्वनि है
(A) मूर्धन्य(B) तालव्य
(C) दन्त्य
(D) कण्ठ्य
ध्वनि-परिवर्तन का सर्वप्रमुख कारण है
(A) प्रयत्न लाघव(B) प्रयोगाधिक्य
(C) बलाघात
(D) शारीरिक विभिन्नता
इनमें से कौन ‘रूपक’ नहीं है?
(A) मृच्छकटिकम्(B) विक्रमोर्वशीयम्
(C) महावीरचरितम्
(D) दशकुमारचरितम्
श्रीमद्भगवद्गीता के एकादश अध्याय का नाम है
(A) विश्वरूपदर्शनयोग(B) सांख्ययोग
(C) गुणत्रयविभागयोग
(D) पुरुषोत्तमयोग
निम्नलिखित में से कौन ‘योग’ के अंग नहीं हैं?
(A) यम-नियम(B) आसन-प्राणायाम
(C) प्रत्याहार-धारणा
(D) चित-परिकर्म
स्थितप्रज्ञ किसे कहते हैं?
(A) जो सभी मनोकामनाओं को छोड़ देता है(B) जो अपने आप में सन्तुष्ट रहता है
(C) जो दु:खों में घबराता नहीं है
(D) जिसमें उपर्युक्त तीनों गुण हों
‘नासतो विद्यते भावो नाभावो विद्यते सतः’ गीता का यह सिद्धांत किस दर्शन से संबंध रखता है?
(A) बौद्ध दर्शन(B) जैन दर्शन
(C) सांख्य दर्शन
(D) वेदान्त दर्शन
‘योगसूत्र’ पर भाष्य लिखा है
(A) वाल्मीकि ने(B) पाणिनि ने
(C) शंकराचार्य ने
(D) व्यास ने
“काव्यप्रकाश” के प्रथम उल्लास का नाम है?
(A) ध्वनिस्वरूप निरूपण(B) अर्थव्यञ्जकता निरूपण
(C) काव्यस्वरूप निरूपण
(D) शब्दार्थस्वरूप निरूपण
प्रयोजन सदैव गम्य है
(A) इंगित से(B) व्याजोक्ति से
(C) व्यञ्जना से
(D) उपर्युक्त सभी से
‘गौरयम्’ उदाहरण है
(A) शुद्धा लक्षणा का(B) सारोपा लक्षणा का
(C) शाब्दी व्यञ्जना का
(D) साध्यवसाना गौणी लक्षणा का
‘रसादिध्वनि’ के अन्तर्गत् आते हैं
(A) रस(B) भाव
(C) रसाभाव, भावाभासादि
(D) उपर्युक्त सभी
काव्यप्रकाशकार द्वारा की गई रस की परिभाषा है
(A) विभावानुभावव्यभिचारिसंयोगाद्रसनिष्पत्तिः(B) व्यक्तः स तैर्विभावाद्यैः स्थायी भावो रसः स्मृतः
(C) ब्रह्मास्वादमिवानुभावयन् अलौकिचमत्कारकारी शृङ्गारादिको रसः
(D) पुरोडाशप्रतीकाराः
‘व्यक्तिविवेक’ के रचनाकार हैं
(A) भोजराज(B) धनञ्जय
(C) क्षेमेन्द्र
(D) महिम भट्ट
अद् भक्षणे धातु का लुङ्लकार प्रथम पुरुष एकवचन का रूप है
(A) अघसः(B) अघसत्
(C) आदत्
(D) अत्स्यति
श्यन्, शः तथा श्नुः प्राप्त होते हैं क्रमश:-
(A) दिवादि, तुदादि एवं स्वादि में(B) तुदादि, जुहोत्यादि एवं दिवादि में
(C) अदादि, चुरादि एवं स्वादि में
(D) भ्वादि, दिवादि एवं तुदादि में
‘मैं जाना चाहता हूं’ का संस्कृत रूपान्तर है
(A) अहम् आजिगमिषामि(B) अहं जिगामिषामि
(C) अहम् गमिष्यामि
(D) अहं गन्तुं नेच्छामि
ग्रिम, ग्रासमैन एवं बर्नर संबंधित हैं
(A) भौतिक नियमों से(B) जैविक नियमों से
(C) व्याकरण के नियमों से
(D) ध्वनि नियमों से
भाषाओं का आकृतिमूलक वर्गीकरण विषयक कौन-सा विकल्प सही है?
(A) योगात्मक, वियोगात्मक, संयोगात्मक, एकल(B) अयोगात्मक, अश्लिष्ट, श्लिष्ट, प्रश्लिष्ट
(C) श्लिष्ट, अश्लिष्ट, प्रश्लिष्ट, विश्लिष्ट
(D) चीनी, भारोपीय, द्रविड़, लैटिन