‘लावणिक’ का स्त्रीलिंग क्या होगा?
(A) लावणिकी(B) लावणिका
(C) लावणिक्
(D) लावणिजा
“लौकिकानां हि साधूनामर्थ वागनुवर्तते। ऋषीणां पुनराधानां वाचमर्थोऽनुधावति।।’ यह उपर्युक्त श्लोक किस ग्रंथ से है
(A) अभिज्ञान शाकुन्तलम्(B) शिशुपालवधम्
(C) उत्तररामचरितम्
(D) रघुवंशम्
‘कस्यात्यन्तं सुखमुपनतं दु:खमेकान्ततो वा; नीचैर्गच्छत्युपरि च दशा चक्रनेमिक्रमेण।” इस श्लोक का संदेश है
(A) संसार परिवर्तनशील है(B) दुःख में स्थिर रहना चाहिए
(C) सुख-दुःख परिवर्तनशील है
(D) नीच का साथ नहीं देना चाहिए
‘बाण’ का काल कौन-सा है?
(A) सप्तम शताब्दी का पूर्वार्ध(B) छठी शताब्दी
(C) चतुर्थ शताब्दी
(D) अष्टम शताब्दी
‘तद्दोषौ शब्दार्थो सगुणावनलंकृती पुनः क्वापि’ लक्षण है
(A) अलंकार का(B) गुण का
(C) काव्य का
(D) दोष का
मम्मट के अनुसार काव्य-प्रयोजन की संख्या है
(A) चार(B) पाँच
(C) छः
(D) सात
अगस्त्याश्रम में राम के रहने के लिए पर्णकुटी का निर्माण किसने किया था
(A) राम(B) लक्ष्मण
(C) अगस्त्य
(D) शिव
कादम्बरी है
(A) आख्यायिका(B) कथा
(C) प्रकरण
(D) ऐतिहासिक काव्य
‘वाक्यं रसात्मक काव्यम्’ के प्रतिपादक हैं
(A) मम्मट(B) जगन्नाथ
(C) विश्वनाथ
(D) आनन्दवर्धन
‘श्लिष्टैः पदरैनेकार्याभिधाने श्लेषइष्यते’ श्लेष के इस लक्षण के प्रतिपादक हैं
(A) विश्वनाथ(B) मम्मट
(C) रुद्रट
(D) भामह
‘सदाभिमानैकघना हिमानिनः’ एक सूक्ति है
(A) रामायण में(B) शिशुपाल वध में
(C) नलचम्पू में
(D) कुमारसंभव में
“सुजनः खलु भृत्यानुकम्पकः स्वामी निर्धनकोऽपि शोभते।
पिशुनः पुनर्द्रव्यगर्वितो दुष्करः खलु परिणामदारुणाः” इस श्लोक के ग्रन्थ और उसके कवि हैं
(A) मृच्छकटिकम् शूद्रकपिशुनः पुनर्द्रव्यगर्वितो दुष्करः खलु परिणामदारुणाः” इस श्लोक के ग्रन्थ और उसके कवि हैं
(B) भर्तृहरि-नीतिशतकम्/भर्तृहरि
(C) किरातार्जुनीयम्/भारवि
(D) मेघदूतम्/कालिदास
“परावभवोऽप्युत्सव एव मानिनाम्’ इस सूक्ति के रचयिता हैं
(A) कालिदास(B) माघ
(C) भारवि
(D) भर्तृहरि
“ज्वलति चलितेन्धनोऽग्निर्विप्रकृतः पन्नगः फणां कुरुते। प्रायः स्वमहिमानं क्षोभात् प्रतिपघते हि जनः।। यह श्लोक निम्नलिखित में किससे संबंधित है
(A) मृच्छकटिकम्/शूद्रक(B) अभिज्ञान शाकुन्तलम्/मातलि
(C) उत्तररामचरितम्/लव
(D) किरातार्जुनीयम्/द्रौपदी
निम्नलिखित वाक्यों में शुद्ध है
(A) त्वया सह अहं चित्रं द्रक्षिष्यामि(B) तव सह अहं चित्रं द्रक्षष्यामि
(C) त्वया सह अहं चित्रं द्रक्ष्यामि
(D) त्वया सः अहम् चित्रं द्रक्ष्यामि
‘साधन चतुष्टय संपन्न’ किसके लिए है
(A) संबंध(B) विषय
(C) अधिकारी
(D) प्रयोजन
‘श्रीमद्भगवद्गीता’ में कितने अध्याय हैं?
(A) चौदह(B) सत्रह
(C) अट्ठारह
(D) बीस
साहित्य-दर्पण में परिच्छेदों की संख्या है
(A) दस(B) आठ
(C) सात
(D) नौ
‘लक्षणा’ के 80 भेद किसने किए हैं?
(A) वामन ने(B) विश्वनाथ ने
(C) मम्मट ने
(D) कुन्तक ने
संकेतिक अर्थ को बताने वाली शक्ति है
(A) अभिधा(B) लक्षणा
(C) व्यञ्जना
(D) तात्पर्या
तर्कभाषा के रचयिता हैं
(A) गौतम(B) वात्स्यायन
(C) केशव मिश्र
(D) पतञ्जलि
तर्कभाषा के अनुसार पदार्थों की संख्या है
(A) सात(B) सोलह
(C) नौ
(D) दस
‘न्यायदर्शन’ में निम्नलिखित में से कौन से प्रमाण स्वीकृत हैं?
(A) प्रत्यक्ष, अनुमान(B) प्रत्यक्ष, अनुमान, शब्द
(C) प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द
(D) प्रत्यक्ष, अनुमान, शब्द, अर्थापत्ति
‘उत्पत्तिवाद’ के प्रतिपादक हैं
(A) भट्ट लोल्लट(B) शंकुक
(C) भट्ट नायक
(D) अभिनव गुप्त
शुद्ध वाक्य है
(A) नमस्कृत्वा हरिं गच्छति(B) नमस्कृत्य हरये गच्छति
(C) नमस्कृत्य हरिं गच्छति
(D) नमस्कृत्वा हरिये गच्छति