वेदान्तसार में वेदान्त के किस मत का निरूपण है?
(A) शुद्धाद्वैतवाद(B) अद्वैतवाद
(C) विशिष्टाद्वैतवाद
(D) द्वैताद्वैतवाद
वेदान्तसार के अनुसार सृष्टि क्रम में पंच भूतों की उत्पत्ति का क्रम क्या है?
(A) पृथ्वी-जल-वायु-तैजस्-आकाश(B) आकाश-तैजस्-वायु-जल-पृथ्वी
(C) आकाश-वायु-तैजस्-जल-पृथ्वी
(D) आकाश-जल-वायु-तैजस्-पृथ्वी
निम्नलिखित सूक्ति किस रचना से ली गई?
‘एष क्रीडति कूपयन्त्रघटिका न्यायप्रसक्तो विधिः।।’
(A) अभिज्ञान शाकुन्तलम्‘एष क्रीडति कूपयन्त्रघटिका न्यायप्रसक्तो विधिः।।’
(B) स्पप्नवासवदत्तम्
(C) मृच्छकटिकम्
(D) रत्नावली
मृच्छकटिकम् का नायक कौन है?
(A) शकार(B) दुर्योधन
(C) संवाहक
(D) चारूदत्त
‘मृच्छकटिकम्’ की कथा किसमें समायोजित है?
(A) उद्योत(B) सर्ग
(C) अङ्क
(D) उच्छ्वास
“आ परितोषाद् विदुषां न साधु मन्ये प्रयोगविज्ञानम् वलवदापि शिक्षितानामात्मन्यप्रत्ययं चेतन।।’ यह श्लोक किस काव्य का है?
(A) उत्तररामचरितम्(B) अभिज्ञान शाकुन्तलम्
(C) किरातार्जुनीयम्
(D) शिशुपालवधम्
धीवर प्रसंग ‘अभिज्ञान शाकुन्तलम्’ के किस अङ्क में है
(A) तृतीयः(B) पञ्चमः
(C) षष्ठः
(D) सप्तमः
‘अविश्रमोऽयं लोकतन्त्राधिकारः’ इस उक्ति से युक्त नाटक है
(A) मुद्राराक्षसम्(B) अभिज्ञान शाकुन्तलम्
(C) मृच्छकटिकम्
(D) इसमें कोई नहीं
‘पञ्चीकरण’ का निरूपण करता है
(A) न्याय(B) वेदान्त
(C) सांख्य
(D) वैशेषिक
‘तत्त्वमसि’ है
(A) ब्रह्मवाक्य(B) अनुभववाक्य
(C) महावाक्य
(D) आचार्यवाक्य
‘पुत्तलिका-नृत्य’ से संस्कृत-नाटक की उत्पत्ति मानने वाला विद्वान है-
(A) डॉ. कीथ(B) डॉ. कोनो
(C) डॉ. पिशेल
(D) डॉ. हर्टल
‘ओदनं भुञ्जानो विषं भुक्ते’ उदाहरण है-
(A) अभुक्त्यर्थस्यन(B) तथायुक्तंचानीप्सितम्
(C) अनुर्लक्षणे
(D) हेतौ
‘हरिमभिवर्तते। ‘वाक्य में’ हरिम्’ में द्वितीय विभक्ति का कारण है
(A) कर्मत्व अनभिहितत्व(B) अनभिहीतत्व
(C) ‘अभि’ का प्रयोग
(D) ईप्सितत्व
‘सह’ के योग में कौन-सी विभक्ति होती है?
(A) द्वितीया(B) तृतीया
(C) चतुर्थी
(D) षष्ठी
रूपकों में स्त्रियों की भाषा होती है
(A) संस्कृत(B) संस्कृत और प्राकृत
(C) प्राकृत
(D) शौरसेनी
निम्नलिखित में से किसने मतानुसार संस्कृत गद्यकाव्य के अंतर्गत ‘प्रबन्धकल्पनाकार्था’ और आख्यायिकोपलब्धार्था का विभाजन हुआ है:
(A) पतञ्जलि(B) भर्तृहरि
(C) दण्डी
(D) वामन
तर्कभाषा के अनुसार कारणों की संख्या है
(A) तीन(B) चार
(C) पाँच
(D) दो
‘ध्वनिपरिवर्तन तो जिह्वानर्तन है’ के बारे में आप का मत क्या
(A) यह उक्ति सही है(B) यह उक्ति सही नहीं है
(C) यह उक्ति सर्वथा असम्बद्ध उक्ति है
(D) यह उक्ति एकांगी है
ध्वनि परिवर्तन का आभ्यन्तर कारण है
(A) अनुकरण की अपूर्णता(B) अन्य भाषाओं का प्रभाव
(C) सादृश्य
(D) काल प्रभाव
क्या ध्वनि परिवर्तन के लिए बर्नर ने ग्रिम-नियम में सुधार किया
(A) हां(B) नहीं
(C) दोनों का कोई संबंध नहीं है
(D) कुछ भी नहीं
रुधिर आवरणे का लट्लकार अन्यपुरुष एकवचन का रूप है
(A) रुणद्धि(B) रुन्धे
(C) दोनों नहीं
(D) दोनों ही
कर्ता का ‘ईप्सिततम्’ कारक कहलाता है
(A) कर्म(B) करण
(C) सम्प्रदान
(D) अपादान
दा + यत् का शुद्ध रूप है
(A) दायः(B) दीयम्
(C) देयम्
(D) दायम्
‘पच्’ धातु में ‘क्त’ प्रत्यय लगाकर रूप बनेगा
(A) पचितः(B) पक्तः
(C) पक्वः
(D) पचतः
गणपति + अण् का रूप होगा
(A) गणपत्य(B) गणपतिम्
(C) गाणपत्यम्
(D) गाणपतम्