RPSC 1st Grade Music Exam Paper 2020 (Answer Key)

41. निम्नलिखित में से, उस कथन को चुनें, जो सही नहीं

(1) मध्यकाल में, राग-रागिनी वर्गीकरण की व्यवस्था उत्तर तथा दक्षिण भारत दोनों में रही। (2) राग-रागिनी वर्गीकरण, रागों के स्त्री-पुरुष रूप को दर्शाता है।
(3) संगीत-दर्पण’ में, राग-रागिनी वर्गीकरण का उल्लेख किया गया है।
(4) राग-रागिनी वर्गीकरण से संबंधित सभी विद्वानों में, राग-रागिनी नामों पर मतैक्य है।

उत्तर. – (4)

42. भरत ने अपनी 18 जतियों का वर्गीकरण किया है

(1) 2 ग्रामों में
(2) 6 ग्रामों में
(3) 4 ग्रामों में
(4) 5 ग्रामों में

उत्तर. – (1)

43. कर्नाटक संगीत में विकृत स्वरों का स्थान है

(1) शुद्ध स्वर से नीचे
(2) शुद्ध स्वर से ऊपर
(3) शुद्ध स्वर से ऊपर व नीचे दोनों
(4) शुद्ध स्वर स्थान पर, क्योंकि कर्नाटक संगीत के सभी स्वर अचल है ।

उत्तर. – (2)

44. ‘चतुर्दण्डि में निहित है –

(1) ऋक, साम, स्तोत्र, स्तोभ
(2) मेल, थाट, लय, ताल
(3) आलाप, ठाय, गीत, प्रबंध
(4) ध्रुवा, निर्गीत, बहिर्गीत, जति

उत्तर. – (3)

45. ‘मेलोडी किस अर्थ को दर्शाती है ?

(1) स्वरों के क्रमिक उच्चारण को
(2) अनेक स्वरों के एकसाथ उच्चारण को
(3) केवल वाद्य वादन को
(4) केवल गायन को

उत्तर. – (1)

46. यदि राग-बिलावल के रे को ‘सा मानकर, हारमोनियम पर आरोह किया जाय, तो किस राग की प्राप्ति होगी?

(1) खमाज
(2) यमन
(3) भैरव
(4) काफी

उत्तर. – (4)

47. निम्नलिखित को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिये :

I. स्वरों की आंदोलन संख्या
II. आर्चिक – गाथिक
III. प्रमाण श्रुति
IV. वीणा के तार पर स्वरों की स्थापना
(1) II II IV I
(2) I II IV III
(3) II I II IV
(4) IV IIII II

उत्तर. – (1)

48. निम्नलिखित में से, किन मतों ने, अपने राग-रागिनी वर्गीकरण में, श्री को एक राग के रूप में माना

I. शिव मत
II. भरत मत
III. कल्लिनाथ मत
IV. हनुमन मत
(1) I II तथा IV
(2) I II तथा II
(3) II III तथा IV
(4) I II III तथा IV

उत्तर. – (4)

49. ‘स्वर’, विरूद’, पद तथा तेनक इंगित करते हैं

(1) प्रबंध की जति को
(2) प्रबंध के अंग को
(3) प्रबंध के धातु को
(4) प्रबंध के घराने को

उत्तर. – (2)

50. सही कूट को चुनें:

अभिकथन (A): ऐसे स्वर-समूह, जो कुछ प्रमुख रागों को एक स्वतंत्र मुखाकृति प्रदान करते हैं, उन्हें रागांग कहते हैं।
कारण (R): भातखंडे के अनुसार, एक मेल के अन्तर्गत, एकाधिक रागांगो का समावेश किया जा सकता है।
कूट
(1) (A) सही है परन्तु (R) गलत है ।
(2) (A) गलत है परंतु (R) सही है।
(3) (A) तथा (R) दोनों सही हैं।
(4) (A) तथा (R) दोनों गलत हैं।

उत्तर. – (3)

51. निम्नलिखित में से किसे, सप्तक की प्रारंभिक अवस्था के रूप में जाना जाता है ?

(1) साम स्वर सप्तक
(2) मूर्च्छना
(3) आर्चिक, गाथिक, सामिक
(4) अष्टक

उत्तर. – (3)

52. निम्नलिखित ग्रंथों को उनके कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए:

I. नाट्यशास्त्र
II. संगीत पारिजात
III. संगीत दर्पण
IV. बृहद्देशी
(1) I II II IV
(2) I II IV III
(3) IV I II III
(4) [ IV III II

उत्तर. – (4)

53. ‘सोल्फा स्वरलिपि पद्धति में तीव्र स्वरों को लिखने के सही स्वरूप को इंगित कीजिये :

(1) डा – रा
(2) डे – रे
(3) डू – रू
(4) डी-री

उत्तर. – (2)

54. निम्नलिखित में से, किन विद्वानों ने, बिलावल’ को अपना ‘शुद्ध-सप्तक माना है ?

I. मुहम्मद रज़ा
II. सवाई प्रताप सिंह
III. अहोबल
IV. पुण्डरीक विठ्ठल
(1) III तथा IV
(2) II तथा IV
(3) I तथा III (4) I तथा II

उत्तर. – (4)

55. ‘फ्लैट या ‘शार्प के जो चिह्न, क्लैफ के तुरंत बाद में लगाये जाते हैं, उन्हें कहते हैं

(1) आवश्यक की सिग्नेचर
(2) आकस्मिक की सिग्नेचर
(3) सिंकोपेशन
(4) लेजर लाइन्स

उत्तर. – (1)

56. नेरावल, किसके समकक्ष है ?

(1) ध्रुपद
(2) ठुमरी
(3) लक्षण गीत
(4) बोल आलाप – बोल तान

उत्तर. – (4)

57. यदि ‘माइनर-स्केल के प्रारंभिक-स्वर को ‘सा’ मान ले, तो वह किस थाट के समान होगा?

(1) भैरवी
(2) आसावरी
(3) तोड़ी
(4) भैरव

उत्तर. – (2)

58. कल्लिनाथ ने टीका लिखी है

(1) नाट्यशास्त्र पर
(2) संगीत समय सार पर
(3) संगीत रत्नाकर पर
(4) मानकुतूहल पर

उत्तर. – (3)

59. भातखंडे के अनुसार, कोमल-नि की आंदोलन संख्या है

(1) 432
(2) 452
(3) 405
(4) 381

उत्तर. – (1)

60. पाश्चात्य संगीत के अनुसार, ‘एफ की आंदोलनसंख्या क्या है ?

(1) 320
(2) 337
(3) 288
(4) 300

उत्तर. – (1)

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