UP TGT Sanskrit Mock Test 2022

बुद्धि, ज्ञानेन्द्रियों के साथ मिलकर निर्माण करती है
(A) प्राणमय कोश
(B) आनन्दमय कोश
(C) विज्ञानमय कोश
(D) मनोमय कोश
Answer
विज्ञानमय कोश
‘मिथ्या रूप से अन्य वस्तु के रूप में भासित होना’ कहलाता है
(A) आरम्भवाद
(B) असत्कार्यवाद
(C) परिणामवाद
(D) विवर्तवाद
Answer
विवर्तवाद
ब्रह्म को कहा गया है
(A) सत्
(B) चित्
(C) आनन्द
(D) सच्चिदानन्द
Answer
सच्चिदानन्द
‘बालकेभ्यः मिष्ठान्नं रोचते’ रेखांकित पद में कौन-सी विभक्ति है?
(A) पंचमी
(B) चतुर्थी
(C) सप्तमी
(D) इसमें से कोई नहीं
Answer
चतुर्थी
रस सम्प्रदाय के प्रवर्तक आचार्य हैं
(A) विश्वनाथ
(B) मम्मट
(C) भरतमुनि
(D) कुन्तक
Answer
भरतमुनि
अध्यवसाय की सिद्धि होने पर अलंकार होता है
(A) स्वभावोक्ति
(B) रूपक
(C) अतिशयोक्ति
(D) उत्प्रेक्षा
Answer
अतिशयोक्ति
‘लिम्पतीव तमोऽङ्गनि वर्षतीवाञ्जनं’ नभः में अलंकार है
(A) अपह्नुति
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) सन्देह
Answer
उत्प्रेक्षा
‘अयं मार्तण्डः किं स खलु तुरगै सप्तभिरितः कृषानुः किं सर्वा प्रसरति दिशो नैष नियतम्।’ में अलंकार है
(A) उपमा
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
(D) संदेह
Answer
संदेह
काल्पनिक अभेदारोप होने पर अलंकार होता है
(A) अनुप्रास
(B) उत्प्रेक्षा
(C) रूपक
(D) उपमा
Answer
रूपक
‘लताकुञ्ज’ गुञ्जन् मदवदलिपुञ्ज चपलयन् में अलंकार है
(A) यमक
(B) श्लेष
(C) अनुप्रास
(D) इसमें से कोई नहीं
Answer
अनुप्रास
भ्रान्तिमान् अलंकार में प्राण तत्व है
(A) सन्देह
(B) संशय
(C) भ्रान्ति का निश्चय
(D) भ्रान्ति का अनिश्चय
Answer
भ्रान्ति का निश्चय
अभिहितान्वयवाद मत है
(A) आनन्दवर्धन का
(B) प्रभाकर गुरु का
(C) मीमांसक (कुमारिल भट्ट) का
(D) मम्मट का
Answer
मीमांसक (कुमारिल भट्ट) का
किस रस में आरभटी वृत्ति होती है?
(A) रौद्र
(B) शृंगार
(C) वीर
(D) अद्भुत
Answer
रौद्र
वृक्ष किस प्रकार का शब्द है?
(A) यौगिक
(B) योगाभास
(C) योगरूढ़
(D) अव्यक्त योग
Answer
योगरूढ़
‘साहित्य दर्पण’ के प्रथम परिच्छेद का नाम है
(A) काव्यदोष निरूपण
(B) काव्यस्वरूप निरूपण
(C) काव्यप्रयोजन निरूपण
(D) काव्य-लक्षण निरूपण
Answer
काव्यस्वरूप निरूपण
‘काव्यालङ्कार किसकी रचना है
(A) दण्डी
(B) भामह
(C) वामन
(D) रुद्रट
Answer
भामह
‘इति हेतुस्तदुद्भवे’ इस कथन का संबंध निम्नलिखित में से किस ग्रन्थ से है?
(A) साहित्यदर्पण
(B) काव्यप्रकाश
(C) दशरूपक
(D) औचित्यविचार चर्चा
Answer
काव्यप्रकाश
‘गुणवृत्या पुनस्तेषां वृत्तिः शब्दार्थयोर्मता’ किसका कथन है?
(A) विश्वनाथ का
(B) जगन्नाथ का
(C) मम्मट का
(D) वामन का
Answer
मम्मट का
नाटक में जो बात सुनाने योग्य नहीं होती है, उसे कहते हैं
(A) प्रकाश
(B) आत्मगत
(C) अपवारित
(D) जनान्तिक
Answer
आत्मगत
नाटकों में भरतवाक्य का प्रयोग होता है
(A) प्रारंभ में
(B) अंत में
(C) मध्य में
(D) कहीं भी
Answer
मध्य में
अभिनेता गण जहाँ पर नाटक के उपयुक्त वेश-भूषा धारण करते हैं, उसे कहते हैं
(A) पूर्वरङ्ग
(B) नेपथ्य
(C) जनान्तिक
(D) स्वगत
Answer
नेपथ्य
सूत्रधार होता है
(A) नायक के रूप में अभिनय करने के लिए
(B) नाटक आरम्भ करने के लिए
(C) अभिनय का निर्देशन एवं नियंत्रण करने के लिए
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Answer
अभिनय का निर्देशन एवं नियंत्रण करने के लिए
नाट्य शास्त्र में ‘नान्दी’ से अभिप्रेत है
(A) नान्दी देवता
(B) बैल
(C) मंगलाचरण
(D) पात्र
Answer
मंगलाचरण
‘सतां सद्भिः सङ्ग कथमपि हि पुण्येन भवति’ यह सूक्ति किस नाट्यग्रन्थ से संबद्ध है?
(A) अभिज्ञान शाकुन्तलम्
(B) उत्तर रामचरितम्
(C) मृच्छकटिकम्
(D) विक्रमोर्वशीयम्
Answer
उत्तर रामचरितम्
‘सर्वः कान्तमात्मीयं पश्यति’ यह सूक्ति वाक्य किसके द्वारा कथित है
(A) चारूदत
(B) चाणक्य
(C) दुष्यन्त
(D) उदयन
Answer
दुष्यन्त

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