कक्षा में जेंडर रूढिबद्धता से बचने के लिए एक शिक्षक को
(1) लड़के-लड़कियों को एक साथ अपारंपरिक भूमिकाओं में रखना चाहिए।(2) ‘अच्छी लड़की’, ‘अच्छा लड़का’ कहकर शिक्षार्थियों के अच्छे कार्य की सराहना करनी चाहिए।
(3) कुश्ती में भाग लेने के लिए लड़कियों को निरुत्साहित करना।
(4) लड़को को जोखिम उठाने और निर्भीक बनने के लिए प्रोत्साहित करना।
समाजीकरण है
(1) शिक्षक एवं पढ़ाए गए के बीच संबंध(2) समाज के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया
(3) समाज के मानदण्डों के साथ अनकलन
(4) सामाजिक मानदण्डों में परिवर्तन
के. मा. शि. बो. (CBSE) द्वारा अपनाये गये प्रगतिशील शिक्षा के प्रतिमान में बच्चों का समाजीकरण जिस प्रकार से किया जाता है, उससे अपेक्षा की जा सकती है कि
(1) वे समय नष्ट करने वाली आदतों/प्रकृति का त्याग करें तथा सीखें कि किस प्रकार अच्छी श्रेणियाँ पाई जा सकती हैं(2) वे सामूहिक कार्य में सक्रिय भागीदारिता का निर्वाह करें तथा सामाजिक कौशल सीखें
(3) वे बिना प्रश्न उठाए समाज के नियमों-विनियमों के अनुपालन करने के लिए तैयार हो सके
(4) किसी भी प्रकार की सामाजिक पृष्ठभूमि होते हुए भी वे वह सब स्वीकार करें जो उन्हें विद्यालय द्वारा प्रदन किया जाता
वाइगोत्सकी के सिद्धांत का निहितार्थ है
(1) सहयोगात्मक समस्या समाधान(2) प्रत्येक विद्यार्थी को व्यक्तिगत रूप में दक्त कार्य देना
(3) प्रांरभिक व्याख्या के बाद कठिन सवालों को हल करने में बच्चे उन बच्चों की संगति में श्रेष्ठतम रूप से सीख सकते है जिनका बुद्धि-लब्धांक उनके बुद्धि-लब्धांक से कम होता
…….के अलावा निम्नलिखित में से कौन-सा पियाजे की मूर्त संक्रियात्मक अवस्था का हिस्सा है?
(1) पलटावली(2) आगमनात्मक तर्कणा
(3) काल्पनिक रूप से सोचना
(4) संधारण का अभाव
…….के अलावा निम्नलिखित में से कौन-सा पियाजे में पूर्व-सक्रियात्मक अवस्था का हिस्सा है?
(1) आत्मकेंद्रिता(2) जीववाद
(3) अनपलटावली (irreversibility)
(4) संधारण
अभिमन्यु जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से है, शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत एक पब्लिक स्कूल की कक्षा IV में दाखिला लेता है। कुछ समय बाद अभिमन्यु के सहपाठी उसे उसकी गरीब पृष्ठभूमि के लिए बहुत परेशान करते हैं एक शिक्षक के रूप में आप ऐसी स्थिति में क्या करेगें यदि आप कोहलबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धांत का अनुगमन करते है ?
(1) शिक्षार्थियों से कहेंगे कि यदि वे अभिमन्यु को परेशान करना जारी रखते हैं तो उन्हें दंडित किया जाएगा।(2) अभिमन्यु को अपने सहपाठी के रूप में स्वीकार करने के बारे में शिक्षार्थियों को परामर्श देंगे।
(3) अभिमन्यु से कहेंगे कि जो बच्चे उसे परेशान करते है उनकी उपेक्षा करे।
(4) प्रधानाचार्य से निवेदन करेंगे कि वे अभिमन्यु के लिए अच्छी पोशाक और एक जोड़ी जूते का प्रबंध करें।
एक शिक्षिका अपने शिक्षार्थियों की इस रूप में मदद करना चाहती है कि वे एक स्थिति के अनेक दृष्टिकोणों की सराहना कर सके। वह विभिन्न समूहों में एक स्थिति पर वाद-विवाद करने में अनेक अवसर उपलब्ध कराती है। वाइगोत्सकी के परिप्रेक्ष्य के अनुसार, उसके शिक्षार्थी विभिन्न दृष्टिकोणों को करेंगे और अपने तरीके से उस स्थिति के अनेक परिप्रेक्ष्य विकसित करेंगे।
(1) आत्मसात(2) निर्माण
(3) संक्रियाकरण
(4) तर्क संगत
जब एक निर्योग्य बच्चा पहली बार विद्यालय आता है, तो शिक्षक को क्या करना चाहिए?
(1) बच्चे की निर्योग्यता के अनुसार उसे विशेष विद्यालय में भेजने का प्रस्ताव देना चाहिए(2) उसे अन्य विद्यार्थियों से अलग रखना चाहिए
(3) सहकारी योजना विकसित करने के लिए बच्चे के माता-पिता के साथ चर्चा करनी चाहिए
(4) प्रवेश-परीक्षा लेनी चाहिए
प्राथमिक कक्षा में सकारात्मक वातावरण निर्मित करने के लिए एक शिक्षक को
(1) सुबह प्रत्येक बच्चे का अभिवादन करना चाहिए।(2) विभेद नहीं करना चाहिए और प्रत्येक बच्चे के लिए समान लक्ष्य सुनिश्चित करने चाहिए।
(3) समूह-गतिविधियों के दौरान समाजमिति के आधार पर अपने समूह बनाने की अनुमति देनी चाहिए।
(4) सकारात्मक अंत वाली कहानियाँ सुनानी चाहिए।
16-वर्षीय बच्चा बुद्धि-लब्धि परीक्षण में 75 अंक प्राप्त करता है; उसकी मानसिक आयु वर्ष होगी।
(1) 8(2) 14
(3) 15
(4) 12
बुद्धि-लब्धांक सामान्यतः…………… रूप से शैक्षणिक निष्पादन से संबंधित होते हैं।
(1) पूर्ण(2) उच्च
(3) मध्यम
(4) कम से कम
बहबुद्धि सिंद्धात निम्नलिखित निहितार्थ देता है सिवाय
(1) विषयों को विभिन्न तरीकों से प्रस्तुत किया जा सकता है(2) विविध तरीकों से सीखने का आकलन किया जा सकता है
(3) संवेगात्मक बुद्धि, बुद्धि-लब्धि से संबंधित नहीं है
(4) बुद्धि प्रक्रमण संक्रियाओं का एक विशिष्ट समुच्चय है जिसका उपयोग एक व्यक्ति द्वारा समस्या समाधान के लिए किया जाता है।
एक शिक्षक प्रश्न-पत्र बनाने के बाद, यह जाँच करता है कि क्या प्रश्न परीक्षण के विशिष्ट उद्देश्यों की परीक्षा ले रहे हैं । वह मुख्य रुप से प्रश्न-पत्र की/के……………के बारे में चिंतित है ।
(1) संपूर्ण विषय-वस्तु को शामिल करने(2) प्रश्नों के प्रकार
(3) विश्वसनीयता
(4) वैधता
सफल समावेशन को निम्नलिखित की आवश्यकता होती है सिवाय
(1) क्षमता-संवर्द्धन(2) संवेदनशील बनाना
(3) पृथक्करण
(4) अभिभावकों की भागेदारी
……….के अतिरिक्त निम्नलिखित सभी के कारण अधिगम अक्षमता उत्पन्न हो सकती हैं।
(1) सेरेब्रल डिस्फंक्शन(2) संवेगात्मक विघ्न
(3) व्यवहारगत विघ्न
(4) सांस्कृतिक कारक
गतिक कौशलों में अधिगम निर्योग्यता ग्यता…………. कहलाती हैं।
(1) डिस्प्रेक्सिया(3) डिस्लेक्सिया
(2) डिस्कैलकुलिया
(4) डिस्फेजिया
प्रतिभाशाली विद्यार्थी
(1) अपने निर्णयों में आत्मनिर्भर होते हैं(2) शिक्षकों से स्वतंत्र होते हैं
(3) स्वभाव में अंतर्मुखी होते हैं
(4) अपनी आवश्यकताओं को दृढ़तापूर्वक नहीं कह पाते
‘सीखने की तत्परता’ …………की ओर संकेत करती है।
(1) शिक्षार्थियों के सामान्य योग्यता स्तर(2) सीखने की सातत्यक में शिक्षार्थियों के वर्तमान संज्ञानात्मक स्तर
(3) सीखने के कार्य की प्रकृति को सतुष्ट करने
(4) थॉर्नडाइक के तत्परता के नियम
निम्नलिखित में से कौन-सा सत्य है?
(1) विकास और सीखना सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भो से अप्रभावित रहते हैं।(2) शिक्षार्थी एक निश्चित तरीके से सीखते हैं।
(3) खेलना संज्ञान और सामाजिक दक्षता के लिए सार्थक है।
(4) शिक्षक द्वारा प्रश्न पूछना संज्ञानात्मक विकास में बाधक है।
एक शिक्षक को अपने छात्रों में संभावनाओं की समझ को जानने का एक प्रयास करना चाहिए। निम्नलिखित में से कौन-सा क्षेत्र इस विषय से संबंधित है?
(1) मीडिया मनोविज्ञान(2) शिक्षा मनोविज्ञान
(3) शिक्षा-समाजशास्त्र
(4) सामाजिक दर्शन
बीजों का अंकुरण संकल्पना के शिक्षण की सबसे प्रभावी पद्धति है
(1) विद्यर्थियों द्वारा पौधे के बीज बोना और उसके अंकुरण के चरणों का अवलोकन करना(2) श्यामपट्ट पर चित्र दिखाना
(3) बीज वृद्धि के चित्र दिखाना
(4) विस्तृत व्याख्या करना
निम्नलिखित में से कौन-सी विशेषता समस्या समाधान उपागम का विशेष चिहन है?
(1) समस्या कथन में संकेत अंतर्निहित रूप से दिया होता है(2) समस्या मौलिक होती है
(3) सही उत्तर प्राप्त करने का सामान्यतः एक उपागम होता है
(4) समस्या केवल एक सिद्धांत/प्रकरण पर आधारित होती है
ब्लूम वर्गीकरण …………….अनुक्रम है।
(1) उपलब्धि लक्ष्यों का(2) पाठयक्रम घोषणाओं का
(3) पढ़ने के कौशल का
(4) संज्ञानात्मक उद्देश्यों का
संवेग का प्रभावशाली तत्व है
(1) भाव(2) प्रयोजन
(3) लक्ष्य
(4) सफलता
प्राथमिक विद्यालय शिक्षिका को अपने शिक्षार्थियों को अभिप्रेरित करने के लिए निम्नलिखित में से किस रणनीति को अपनाना चाहिए?
(1) बच्चों को उनकी रुचियों के अनुसार अपने लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें पाने के उद्यम में सहायता करना।(2) पूरी कक्षा के लिए मानक लक्ष्य निर्धारित करना और उनकी उपलब्धि के आकलन के लिए कठोर मानदंड निर्धारित करना।
(3) प्रत्येक शिक्षार्थी में अंक लाने के लिए स्पर्धा को प्रोत्साहित करना।
(4) प्रत्येक गतिविधि के प्रेरक के रूप में प्रोत्साहन, पुरस्कार और दंड का उपयोग करना।
अपने चिंतन में अवधारणात्मक परिवर्तन लाने हेतु शिक्षार्थियों को सक्षम बनाने के लिए शिक्षिका को ।
(1) उन बच्चों को पुरस्कार देना चाहिए जिन्होंने अपने चिंतन में परिवर्तन किया है।(2) बच्चों को स्वयं चिंतन करने के लिए हतोत्साहित करना चाहिए और उनसे कहना चाहिए कि वे शिक्षिका को सुने और उसका अनुपालन करें।
(3) व्याख्यान के रूप में व्याख्या प्रस्तुत करनी चाहिए।
(4) स्पष्ट और आश्वस्त करने वाली व्याख्या देनी चाहिए तथा शिक्षार्थियों के साथ चर्चा करनी चाहिए।
बच्चे तब सर्वाधिक सृजनशील होते हैं, जब वे ………..की गतिविधि में भाग लेते हैं।
(1) शिक्षक की डाँट से बचने के लिए(2) दूसरों के सामने अच्छा करने के दबाव में आकर
(3) अपनी रुचि से
(4) पुरस्कार के लिए
अधिगम समृद्ध होगा यदिः
(1) शिक्षकों द्वारा विविध प्रकार के व्याख्यान व स्पष्टीकरण का प्रयोग शिक्षण में किया जाए(2) कक्षा में नियमित अंतराल पर परीक्षण लिया जाए
(3) कक्षा में वास्तविक घटनाओं के उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण कार्य किया जाए
(4) कक्षा में अधिक से अधिक शिक्षण सामग्री का प्रयोग करना
प्रायः शिक्षार्थियों की त्रुटियाँ …………की ओर संकेत करती हैं।
(1) वे कैसे सीखते हैं(2) यांत्रिक अभ्यास की आवश्यकता
(3) सीखने की अनुपस्थिति
(4) शिक्षार्थियों के सामाजिक-आर्थिक स्तर