आईइएस क्या होता है IES और IAS में क्या अंतर है

IES क्या होता है और आप इसको कैसे कर सकते हैं

आज हम आपको इस पोस्ट में बहुत ही बढ़िया और महत्वपूर्ण जानकारी बताएंगे यह जानकारी आपके लिए बहुत ही जरूरी है. क्योंकि आप सभी जानते हैं कि आज के समय में हर कोई एक अच्छी जॉब पाना चाहता है. उसके लिए वह खूब पढ़ाई करता है. खूब मेहनत करता है. लेकिन कई बार यह निर्णय नहीं ले पाता कि उसे आगे जा कर क्या बनना है. इसीलिए अच्छे से पढ़ाई नहीं कर पाता. जिससे कि वह अच्छे से पढ़ाई कर सके और जॉब पा सके क्योंकि कई बार जब स्टूडेंट 12वीं क्लास पास कर लेते हैं. तो उसके बाद उनको यह सोचने में दिक्कत होती है. कि उनको आगे क्या करना है.

क्योंकि कई छात्र तो पहले से ही अपना मन बना लेते हैं. और अपना सपना बना लेते हैं. हमें आगे जाकर क्या बनना है. हमें डॉक्टर बनना है. या इंजीनियर बनना है. 12th क्लास पास करने के बाद सोचते हैं. कि उन्हें क्या करना चाहिए तो आज हम आपको इस पोस्ट में एक ऐसे जॉब के बारे में बताएंगे जो आपके लिए बहुत ही बढ़िया है और यदि आप अच्छे से पढ़ रहे हैं और आप का दिमाग पढ़ाई में तेज है. तो आप के लिए जो बहुत ही फायदेमंद है. आज हम आपको इस पोस्ट में IES के बारे में बताएंगे. यह कैसी जॉब है. इसमें आपको किस तरह की फैसिलिटी मिलती है. और यह किस तरह की जॉब है. और इस कोर्स को आप किस तरह से कर सकते हैं. इसके लिए आपको कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है. तो इन सभी बातों के बारे में हम आपको नीचे पूरी जानकारी विस्तार से देंगे.तो देखिए.

IES क्या होता है

सबसे पहले हम बात करते हैं आगे क्या होता है सबसे पहली बात तो आप के लिए यह जरूरी है कि यह IES है. आप इसे IAS मत समझना क्योंकि IAS अलग चीज है. और IES अलग चीज होती है. इसका पूरा नाम Indian Engineering Service होता है. और यह IAS से अलग है तुम नीचे हम बात करेंगे यह कौन-कौन से लोग कर सकते हैं यह किन-किन लोगों के लिए अच्छी जॉब है.और IES और IAS में क्या अंतर है.

IES और IAS में क्या अंतर है

IAS सिविल सर्विसेज की कैटेगरी में आता है. जबकि IES Indian Engineering Service की कैटेगरी में आता है. यदि आप सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे हैं. तो यह दोनों एक ही कैटेगरी की जॉब है. IES  करने के लिए आपको सबसे पहले B.Tech करना होगा. आपको BTech  मैकेनिकल साइड से करनी है.आपको BTech सिविल, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकम्युनिकेशन या इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर से करनी होगी. यदि आप इस चारो साइड से आप B.Tech कर लेते है. तो उसके बाद आपको IAS का एग्जाम देना होता है. यदि आप उस एग्जाम में पास होते हैं तो उसके बाद ही आप IES की तैयारी कर सकते हैं. यह एग्जाम हर साल होता है. U.P.S.C एग्जाम को करवाता है. लेकिन इस एग्जाम को पास करने के लिए आपको बहुत मेहनत करनी पड़ती है. इसका एग्जाम बहुत ही कठिन होता है. इसके लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरूरत होती है. उसके बाद ही आप इस एग्जाम को पास कर सकते हैं. और यदि आप इस एग्जाम को एक बार पास कर लेते हैं. तो उसके बाद आप के जॉब के चांसेस बढ़ जाते हैं. तो हर साल 500 से 600 जॉब निकाली जाती है. लेकिन उसके लिए भी आपको बहुत मेहनत करनी पड़ती है. इसमें बहुत ज्यादा कंपटीशन होता है.

IES किस ग्रुप की जॉब है

यदि बात की जाए IAS जॉब की  तो यह एक बहुत ही पॉपुलर और टॉप लेवल की जॉब है. इस जॉब को ग्रुप A में रखा गया है. इसको करने के बाद आप अलग-अलग विभागों में जा सकते हैं. आपको अलग-अलग विभागों में जॉब मिल सकती है. और इसका सबसे बढ़िया और विभाग रेलवे विभाग है. इसमें भी कई प्रकार के विभाग होते हैं. लेकिन वह आपकी  रैंक के ऊपर निर्भर करता है. कि आपकी IES में कितते रैंक प्राप्त किये है. उसके हिसाब से आपको अलग-अलग डिपार्टमेंट में जॉब मिलती है. जैसा की हमने आपको बताया सबसे पॉपुलर रेलवे विभाग है इसमें भी तरह के विभाग होते हैं जैसे सिविल के लिए अलग, मैकेनिकल के लिए अलग, इलेक्ट्रिकल के लिए अलग विभाग होता है. इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्यूनिकेशन के लिए अलग विभाग होता है.

रेलवे विभाग के डिपार्टमेंट

भारतीय रेलवे की सिविल इंजीनियरिंग इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियरिंग और इंडियन रेलवे स्टोर सर्विसेज यह दो डिपार्टमेंट रेलवे विभाग की सिविल इंजीनियरिंग की कैटेगरी में आते हैं. यदि मैकेनिकल इंजीनियरिंग की बात की जाए तो इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इंडियन रेलवे स्टोर सर्विस ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग, यह डिपार्टमेंट रेलवे मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अंतर्गत आते हैं. अगर बात की जाए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की तो इंडियन रेलवे इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के अंदर इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ़ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और इंडियन रेलवे सर्विस  इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और यदि देखा जाए. इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के अंदर इंडियन रेलवेज सर्विसेज ऑफ सिग्नल इंजीनियरिंग, इंडियन रेलवे स्टोर सर्विसेज यह सभी के सभी रेलवे विभाग के अंतर्गत आते हैं. और इसमें अलग-अलग ब्रांच के छात्र अलग-अलग फील्ड में जाते हैं. जिसने मैकेनिकल से किया है. वह मैकेनिकल के अंदर जाएगा. जिसने इलेक्ट्रिकल से किया है. वो इलेक्ट्रिकल के अंदर जाएगा इस तरह से सभी डिपार्टमेंट के अलग-अलग डिपार्टमेंट में जाएंगे.

इसके अलावा और भी डिपार्टमेंट होते हैं. यही नहीं है. कि आप सिर्फ रेलवे डिपार्टमेंट के अंदर ही जा सकते हैं. इसके अलावा और भी डिपार्टमेंट है जैसे डिफेंस डिपार्टमेंट है. नवल डिपार्टमेंट, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री AEE डिपार्टमेंट. फूड इंस्पेक्टर डिपार्टमेंट है. इस तरह के और भी बहुत सारे डिपार्टमेंट हैं. इनके अंदर भी आप जा सकते हैं. लेकिन इनके अलावा रेलवे डिपार्टमेंट के अंदर सबसे पहले बात करते हैं उसमें कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती है. उसके कौन-कौन से फायदे हैं. यदि आप शुरू शुरू में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के साथ रेलवे डिपार्टमेंट में गए हैं. तो आप इंडियन रेलवे डिपार्टमेंट ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अंदर होंगे. और उसमें आप सबसे पहले एक लेवल के ऊपर होते हैं वहां पर आप सबसे पहले एक ऑफिसर के पद के ऊपर नियुक्त किए जाएंगे. उसमें आपको शुरू में एक कार दी जाती है. और एक रहने के लिए आपको घर मिल जाता है.

और उसके अलावा एक अच्छी सैलरी भी मिलती है. वह इसके बाद धीरे-धीरे आपका प्रमोशन भी होता रहता है. और जैसे-जैसे आपका प्रमोशन होगा. उस तरह से आप को और भी सुविधाएं दी जाएगी लेकिन आपकी सैलरी बहुत ज्यादा हो जाती है. लेकिन आपको जो घर मिलता है गाड़ी मिलती है वह लगभग आपकी पहली जैसी ही रहती है. आपकी सैलरी बढ़ जाएगी. लेकिन यह चीजें आप की शायद ना बदले. यदि देखा जाए तो इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में थोड़ा सा अंतर होता है.जब आप रेलवे डिपार्टमेंट के अंदर शुरू में जाते हैं. तो आपको100 किलो मीटर या 200 किलो मीटर के एरिया में जितना भी काम रेलवे डिपार्टमेंट का होता है.  वह काम आपको रेलवे डिपार्टमेंट के दवारा दिया जाता है. उस एरिया में आपको जितने भी रेलवे लाइन या रेलवे के काम होंगे उनकी देखरेख करनी होगी, आपको सभी तरह का मेंटेनेंस का काम करना होता है.

आपका पद कैसा होगा

अगर देखा जाए तो आप यदि रेलवे सिविल इंजीनियरिंग के ऑफिसर के रूप में नियुक्त किए जाते हैं. तो आप के नीचे बहुत से कर्मचारियों काम करेंगे जो आप से छोटे होते हैं. उनका पद छोटा होता है. वह सभी आपकी नीचे काम करेंगे और जो भी रेलवे डिपार्टमेंट का काम होगा उस काम में आपकी मदद करेंगे आप जिस तरह से उन से काम करवाएंगे. उसी तरह से वह आपके नीचे काम करेंगे और आपके एरिया में रेलवे के मेंटेनेंस का काम में आपकी मदद करेंगे.इसी तरह से आपको अलग-अलग डिपार्टमेंट में रेलवे विभाग अलग-अलग फील्ड का काम देता है और जिससे आप के नीचे काम करने वाले कर्मचारियों की मदद से आपको करना होता है आपको एक फिक्स एरिया दे दिया जाता है. जिसके अंदर आपको रेलवे मेंटेनेंस का काम पूरा करना होता है.

तो आज हमने आपको एक बहुत ही बढ़िया और महत्वपूर्ण जानकारी बताई है यह जानकारी आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगी तो यदि आप भी बीटेक कर चुके हैं या आप बीटेक करने की सोच रहे .हैं तो आप बीटेक करने के बाद आए IES की तैयारी कर सकते हैं हमने आपको IES के बारे में पूरी जानकारी दे दी है आप इस जानकारी को पढ़कर के और अच्छे से इसकी तैयारी कर सकते हैं.और आगे जाकर अपना अच्छा कैरियर बना सकते हैं. जिससे आपको एक बहुत ही अच्छी जॉब और बहुत ही अच्छी सैलरी भी मिलेगी तो यदि हमारे द्वारा बताई गई है जानकारी आपको पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और यदि आपका इसके बारे में कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं.

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