UP TGT Sanskrit एग्जाम में आने वाले प्रश्न
UP TGT Sanskrit Question Paper with Solutions –आज हम आप के लिए यूपी टीजीटी संस्कृत में आने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न में लेकर आयें है। जो हरियाणा पुलिस एसआई के एग्जाम में हर बार आते रहते हैं इसलिए जो उम्मीदवार UP TGT Sanskrit परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो ,उनके लिए यह प्रश्न बहुत महत्वपूर्ण है. इस पोस्ट में नीचे यूपी टीजीटी संस्कृत मॉडल पेपर,UP TGT Sanskrit के महत्वपूर्ण प्रश्न दिए गए है .जो पहले UP TGT Sanskrit की परीक्षा में पूछे जा चुके है .इसलिए इन्हें आप ध्यानपूर्वक पढ़े ,यह आपकी परीक्षाओं के लिए फायदेमंद रहेंगे .
‘किरातार्जुनीयम्’ महाभारत के किस पर्व से लिया गया है
(A) आदि पर्व(B) वनपर्व
(C) विराटपर्व
(D) शान्ति पर्व
किरातार्जुनीयम् में कुल कितने सर्ग है
(A) 10(B) 8
(C) 18
(D) 15
“हितं मनोहारि च दुर्लभं वचः” सूक्ति किस ग्रन्थ की है
(A) मेघदूतम(B) रघुवंशम्
(C) किरातार्जुनीयम्
(D) नीतिशतकम्
‘निगूढ़तत्वं नयवर्म विद्विषाम्’-यह उक्ति किसकी है
(A) वनेचर(B) दुर्योधन
(C) द्रौपदी
(D) युधिष्ठिर
‘तथापि वक्तुं व्यवसाययन्ति मां, निरस्तनारी समया दुराधयः’ यह श्लोकांश किस ग्रन्थ से लिया गया है
(A) मेघदूत(B) शिवराजविजय
(C) नीतिशतकम्
(D) किरातार्जुनीयम्
मेघदूत है
(A) कथा(B) महाकाव्य
(C) खण्ड काव्य
(D) नाटक
‘मेघदूतम्’ में अभिशप्त यक्ष कहाँ रहता था?
(A) चित्रकूट(B) विन्ध्य
(C) आम्रकूट
(D) रामगिरि
‘मेघदूतम्’ के अनुसार कैलाश तक मेघ का सहयात्री कौन है?
(A) चातक(B) राजहंस ।
(C) दिनाथ
(D) बलाका
‘कण्ठारलेष प्रणयिनी जने किं पुनईरसंस्थे’-इसमें जन शब्द किसका बोध है?
(A) मेघ(B) यक्ष
(C) राजहंस
(D) चातक
‘कालिदास के अनुसार कितने तत्वों की समष्टि से मेघ बनता है?
(A) पाँच(B) चार
(C) तीन
(D) दो
कालिदास के अनुसार चेतन और अचेतन में प्रकृति कृषण कौन है
(A) शोकार्त(B) क्षुधात
(C) कामात
(D) रोगात
‘याञ्चामोधा वरमधिगुणे नाधमेलब्धकामा’-इसमें अधिगुण शब्द से किसका बोध होता है?
(A) राजहंस(B) यक्ष
(C) मेघ
(D) गंगा
मेघ की यात्रा के समय वाम पार्श्व में किसकी ध्वनि होती है?
(A) राजहंस(B) बलाका
(C) चातक
(D) शुक
‘उत्तररामचरित’ में कुल कितने अंक हैं?
(A) चार(B) दस
(C) सात
(D) नौ
उत्तररामचरित में छाया अंक कौन-सा है
(A) प्रथम(B) द्वितीय
(C) तृतीय
(D) पञ्चम्
‘त्वं जीवित त्वमसि में हृदयं द्वितीय-उत्तर रामचरित में यह किसकी उक्ति है
(A) बासन्ती(B) तमसा
(C) मुरला
(D) सीता
उत्तररामचरित के तृतीय अङ्क में राम किससे अपनी मनोव्यथा का वर्णन करते हैं
(A) बासन्ती(B) तमसा
(C) मुरला
(D) गोदावरी
‘पुरोत्पीडे तटाकस्य परीवाहः प्रतिक्रिया’ में पुराशब्द का क्या अर्थ है-
(A) आधिक्य अथवा संवाद(B) जलवृद्धि
(C) सरोवर
(D) प्रतीकार
‘स्तोयस्येवाप्रितिहतरण सकत सेतुमोघः’-श्लोकांश है-
(A) अभिज्ञान शाकुन्तल(B) उत्तररामचरित
(C) मेघदूत
(D) नीतिशतक
करुण रस प्रधान नाटक है
(A) मुद्राराक्षस(B) उत्तररामचरित
(C) मालतीमाधव
(D) अभिज्ञान शाकुन्तल
कादम्बरी में किसके तीन जन्मों का वर्णन है
(A) चन्द्रापीड(B) कपिन्जल
(C) पुण्डरीक
(D) लक्ष्मी
“करुणस्य मूर्तिरचना शरीरिणी, विरहव्यथेव वनमेति जानकी-” यह कथन किसका है
(A) मुरला(B) सीता
(C) राम
(D) तमसा
भवभूति किसके आश्रित कवि थे
(A) जयचन्द्र(B) यशोवर्मा
(C) हर्षवर्द्धन
(D) देवपाल
‘शिवराजविजय’ के लेखक हैं
(A) अम्बिकादत्त व्यास(B) दण्डी
(C) कालिदास
(D) सुबन्धु
‘संस्कृत संजीवनी समाज’ की स्थापना किसने की-
(A) कुसुमदेव(B) अम्बिकादत्त व्यास
(C) माधव भट्ट
(D) गोविन्द दास