निम्न में से कौन सा/से पाठ्यक्रम के प्रकार हो सकता/सकते है/हैं?
(1) बाल केंद्रित पाठ्यक्रम(2) विषय केंद्रित पाठ्यक्रम
(3) सह संबंधित पाठ्यक्रम
(4) उपर्युक्त सभी
किसी शिक्षक के व्यक्तिगत गुणों में निम्नलिखित में से क्या शामिल नहीं हो सकता?
(1) स्पष्टवादिता(2) आत्मविश्वास
(3) धैर्यशीलता
(4) पाठ्यक्रम से संबंधित सहगामी क्रियाओं का ज्ञान
सामान्य अर्थों में सीखने से क्या अभिप्राय है?
(1) किसी विशिष्ट कौशल को सीखना(2) व्यवहार में परिवर्तन
(3) पढ़-लिखकर किसी अच्छे पद को पाना
(4) इनमें से कोई नहीं
किसी प्रदर्शनी के आयोजन में किन बिंदुओं का ध्यान रखा जाना चाहिए?
(1) प्रदर्शनी किसी विशिष्ट विषय से संबंधित हो(2) प्रदर्शनी आकर्षक व मितव्ययी हो
(3) उपर्युक्त दोनों
(4) इनमें से कोई नहीं
शिक्षण सहायक सामग्री के प्रयोग द्वारा निम्न में से क्या किया जाना चाहिए?
(1) शिक्षक का प्रतिस्थापन या स्थान ले लेना(2) प्रभावी व आकर्षक शिक्षण
(3) उपर्युक्त दोनों
(4) इनमें से कोई नहीं
‘दूसरों को सीखने के लिए दिशा-निर्देश देने एवं अन्य प्रकार से उन्हें निर्देशित करने की प्रक्रिया को शिक्षण कहते हैं शिक्षण की यह परिभाषा किसने दी?
(1) रियान्स(2) एडमंड एमीडोन
(3) गेज
(4) इनमें से कोई नहीं
निम्न में क्या शिक्षण के सिद्धांत हो सकते हैं?
(1) रुचि का सिद्धांत(2) करके सीखने का सिद्धांत
(3) वैयक्तिक भिन्नता का सिद्धांत
(4) उपर्युक्त सभी
विविध पृष्ठभूमि वाले बालकों की पहचान का सबसे उपयुक्त व प्रत्यक्ष कारक कक्षा में दिखाई देता है:
(1) भाषा एवं सम्प्रेषण की कुशलता(2) शब्द-भण्डार
(3) शरीरिक भाषा व अंग-संचालन
(4) निवास स्थान व स्थानीयता
जिन बालकों को वाचन, लिखने एवं वर्तनी में कठिनाई अथवा भाषा को समझने में कठिनाई आती है, वे ग्रसित होते हैं
(1) डिसलैक्सिया से(2) अवधान की कमी संबंधी विकार से
(3) डिसकैलकुलिया से
(4) साइकोसिस से
तात्कालिक स्थिति से दूर जाने की क्षमता एवं समस्या की पुनः व्याख्या करने की क्षमता पाई जाती है
(1) सृजनात्मक बालक में(2) प्रतिभाशाली बालक में
(3) विशेष क्षमता वाले बालक में
(4) इन सभी में
समस्यात्मक बालक को निम्न व्यवहार के आधार पर पहचाना जा सकता है
(1) विद्यालय से भागना(2) जिद्दीपन एवं नकारात्मकता
(3) ध्यान केन्द्रित न करना
(4) उपर्युक्त सभी
बाल अपराधियों का कृत्य है
(1) विद्यालय की सामग्री को नुकसान पहुँचाना(2) विद्यालय के प्रति अरुचि
(3) गृह-कार्य न करना
(4) पाठ्य सहगामी क्रियाओं में भाग लेना
वंचित वर्ग के विद्यार्थियों में शैक्षिक असफलता का एक बड़ा कारण है
(1) घर में शैक्षिक निर्देशन का अभाव(2) अवधान की कमी
(3) बौद्धिक योग्यता का कम होना
(4) उपर्युक्त सभी
विद्यार्थियों को दिए जाने वाले कामों की सूची, उनके व्यक्तित्व विशेषकों एवं व्यावसायिक भूमिकाओं के आधार पर ‘लैंगिक निष्कर्षों पर पहुँचना किसमें शामिल हैं?
(1) बालकेन्द्रित शिक्षा(2) अधिगम का सामाजिक सन्दर्भ
(3) क्रिया आधारित अधिगम
(4) अन्वेषणात्मक अधिगम
12 से 15 वर्ष की अवस्था में विभिन्न प्रकार के चिन्तन की योग्यता विकसित होती है और बालक वस्तुओं और चरों को तोड़-मरोड़ (हेर-फेर) कर व परीक्षण से सीखता है। यह द्योतक है
(1) विद्यार्थी की योजना बनाने की योग्यता की(2) विद्यार्थी की व्यवस्थाएँ (तन्त्र) एवं वस्तु बनाने की योग्यता की
(3) विद्यार्थी की अन्वेषणात्मक योग्यता की
(4) पुनः समीक्षा करने की योग्यता की
निम्नलिखित में से कौन-सा अवधान का परिणाम नहीं है?
(1) स्मृति करना(2) तर्क करना एवं समस्या समाधान करना
(3) अधिगम की मात्रा एवं गुणवत्ता में वृद्धि
(4) बुद्धि
चिन्ता (भग्नाश) सामान्यतः अधिगम करने में सहायक होती
(1) सरल कार्यों को(2) जटिल कार्यों को
(3) सरल एवं जटिल कार्यों को
(4) इनमें से कोई नहीं
निम्नलिखित में से कौन-सी आवश्यकता मैसलो के अभिप्रेरणा सिद्धान्त का भाग नहीं है?
(1) आत्मसिद्धि की आवश्यकता(2) उपलब्धि की आवश्यकता
(3) सुरक्षा की आवश्यकता
(4) उपर्युक्त सभी
अधिगम से संबंधित व्यक्तिगत कारक है
(1) विषय-वस्तु(2) अध्यापक
(3) अभ्यास
(4) बौद्धिक योग्यता
विद्यालय में शैक्षिक निर्देशन दिया जाता है
(1) विद्यार्थियों को विषय चयन में सहायता हेतु(2) विद्यार्थियों को व्यवसाय चयन में सहायता हेतु
(3) शिक्षकों को छात्र चयन में लाभ हेतु
(4) पाठ्यक्रम परिवर्तन में सहायता हेतु
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन अभिक्षमता के संबंध में सत्य नहीं है?
(1) अभिक्षमता एक विशिष्ट योग्यता है(2) अभिक्षमता जन्मजात एवं वातावरण की उपज है
(3) अभिक्षमता प्रशिक्षण के पश्चात् सफलता की डिग्री का पूर्वानुमान है
(4) अभिरुचि एवं अभिक्षमता सदैव साथ नहीं चलते हैं
सस्वर विधि एवं पूर्ण और अंश विविध का प्रयोग किया जाता है
(1) स्मृति प्रशिक्षण के लिए(2) समस्या समाधान के लिए
(3) भाषा-शिक्षण के लिए
(4) इनमें से कोई नहीं
बाल विकास का अर्थ है
(1) विकास के विभिन्न पहलओं का अध्ययन(2) एक विकासात्मक अवस्था से दूसरी विकासात्मक अवस्था की विशेषताओं में परिवर्तन का अध्ययन
(3) भिन्न-भिन्न आयु स्तरों पर विकास, क्यों व कैसे का अध्ययन
(4) उपर्युक्त सभी
शारीरिक विकास में लम्बाई मुख्यतः निर्भर करती है
(1) पीयूष ग्रन्थि पर(2) अधिवृक्क ग्रन्थि पर
(3) अग्न्याशय पर
(4) इनमें से कोई नहीं
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन निरन्तर विकास के सिद्धान्त को स्पष्ट करता है?
(1) विकास की गति विभिन्न व्यक्तियों में भिन्न-भिन्न होती है(2) व्यक्ति के विकास में आकस्मिक कोई परिवर्तन नहीं होता है
(3) शरीर का विकास कभी तीव्र तो कभी धीमी गति से होता है
(4) उपर्युक्त सभी
बालकों के व्यवहार संबंधी समस्याओं से निम्नलिखित में से कौन-सा कथन मेल नहीं खाता है।
(1) बालक निरन्तर अवज्ञा एवं आक्रामकता का प्रदर्शन करते हैं(2) अत्यधिक क्रियाशील अथवा अवसादग्रस्त
(3) तुनकमिजाज
(4) निद्रा संबंधी विकार
मानव अभिवृद्धि निम्नलिखित में से किन कारकों पर निर्भर करती है?
(1) आनुवंशिकता(2) भोजन
(3) अन्तः स्रावी ग्रन्थियाँ
(4) ये सभी
बालकों का समाजीकरण कुछ सीमा तक उसके साथियों पर निर्भर करता है। निम्नलिखित में से कौन-सा कारक सबसे अधिक योगदान देता है?
(1) सह-शिक्षा(2) समूह में विद्यार्थी की स्थिति
(3) कक्षा में परिस्थितियाँ
(4) बालकों में अन्तःक्रिया
निम्नलिखित में से कौन-सा उदाहरण पावलॉव के शास्त्रीय अनुबन्धन सिद्धान्त से संबंधित है?
(1) व्यक्ति ताला खोलने के लिए उसके पास चाबियों में से एक-एक कर चाबी को लगाने का प्रयत्न करता है(2) घण्टी की सही आवाज को सुनकर अध्यापक कक्षा छोड़ देता है
(3) जानवर सही स्थान पर चोट करता है और भोजन प्राप्त कर लेता है
(4) जानवर लाल बत्ती देखकर स्वाभाविक अनुक्रिया करता है