NCERT Solutions For Class 6 Hindi Chapter 2 – जंगल और जनकपुर
NCERT Solutions Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 2 जंगल और जनकपुर – सभी विद्यार्थियों अपनी क्लास में सबसे अच्छे अंक पाना चाहता है इसलिए आज यहां पर एनसीईआरटी कक्षा 6th बाल रामकथा हिंदी अध्याय 2. (जंगल और जनकपुर) का सलूशन दिया गया है. यह सलूशन एक सरल भाषा में दिया गया है ताकि विद्यार्थी को इसके प्रश्न उत्तर आसानी से समझ में आ जाएँ .इस NCERT Solutions For Class 6th Hindi Bal Ram Katha Chapter 2. Jungle Aur Janakpurकी मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है. कक्षा 6 के लिए ये एनसीईआरटी समाधान हिंदी माध्यम में पढ़ रहे छात्रों के लिए बहुत उपयोगी हैं। इसलिए निचे आपकोएनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 बाल रामकथा हिंदी अध्याय 2 जंगल और जनकपुरके प्रश्न उत्तर दिए गए है ।
Class | 6 |
Subject | Hindi |
Book | बाल रामकथा |
Chapter Number | 2 |
Chapter Name | जंगल और जनकपुर |
NCERT Solutions For Class 6 हिंदी (बाल रामकथा) Chapter 2 जंगल और जनकपुर
अभ्यास एवं अन्य परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तर
उत्तर- विश्वामित्र राम-लक्ष्मण को जंगल से लेकर जा रहे थे। वह जंगल इतना घना था कि सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर नहीं पड़ सकती थी। वहाँ तरह-तरह के जानवरों की डरावनी आवाजें आ रही थीं। नन्हें राजकुमार इन आवाजों से डर न जाएँ, इसी कारण विश्वामित्र ने कहा कि ये जानवर और वनस्पतियाँ जंगल की शोभा हैं, इनसे कोई डर नहीं है।
उत्तर- महर्षि ने दोनों भाइयों को ‘बला-अतिबला’ नाम की विद्याएँ सिखाईं। रात में वे लोग जंगल में ही तिनकों और पत्तों का बिस्तर बनाकर सीए। नींद न आने तक महर्षि उनसे बातें करते रहें।
उत्तर- महर्षि ने राम और लक्ष्मण को बताया कि इस वन का नाम ‘सुंदर वन’ था, परंतु ताड़का नामक राक्षसी के अत्याचारों से यह ‘ताड़का वन’ के नाम से जाना जाता है। जानवर एवं वनस्पतियाँ तो जंगल की शोभा हैं। इनसे कोई डर नहीं। असली डर तो राक्षसी ताड़का से है। इसलिए तुम्हें इस वन से ताड़का के आतंक को समाप्त करना है। इसके लिए तुम्हें उसका वध करना पड़ेगा।
उत्तर- ताड़का को मारने के लिए राम ने धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाई तथा उसे खींचकर एक बाण छोड़ा। राम के धनुष की टंकार सुनते ही क्रोध से जलती हुई ताड़का राम की ओर दौड़ी। राम और लक्ष्मण को देखकर उसका क्रोध और भड़क उठा। जंगल में जैसे तूफान आ गया। बड़े-बड़े पेड़ काँप उठे। पत्ते टूटकर इधर-उधर उड़ने लगे। आसमान में धूल के बादल छा गए। फिर ताड़का ने पत्थर बरसाने शुरु कर दिए। राम ने उस पर बाण चलाया। दूसरी तरफ से लक्ष्मण ने भी निशाना साधा। ताड़का बाणों से घिर · गई। राम का एक बाण उसके हृदय में लगा। वह गिर पड़ी। इस प्रकार उसका वध हुआ।
उत्तर- महर्षि विश्वामित्र के यज्ञ के अंतिम दिन आसमान भयानक आवाजों से भर गया। सुबाहु और मारीच ने अपने दल-बल के साथ आश्रम पर धावा बोल दिया। ताड़का को मारने के कारण उसका पुत्र मारीच राम-लक्ष्मण पर और अधिक क्रोधित था। _राक्षसों द्वारा आश्रम पर हमला करने पर राम ने धनुष उठाया और मारीच को निशाना बनाया। मारीच बाण लगते ही मूर्छित हो गया। बाण के वेग से वह बहुत दूर जाकर गिरा। वह मरा नहीं, जब उसे होश आया तो उठकर दक्षिण दिशा की ओर भाग गया। राम का दूसरा बाण सुबाहु को लगा। उसके प्राण वहीं निकल गए। सुबाहु के मरने पर राक्षस सेना में भगदड़ मच गई। वे चीखते-चिल्लाते इधर-उधर भाग गए।
उत्तर- राजा दशरथ के चारों पुत्रों राम, लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न का विवाह क्रमशः सीता, उर्मिला, माँडवी तथा श्रुतकीर्ति के साथ हुआ अर्थात् राम का विवाह सीता से, लक्ष्मण का उर्मिला से, भरत का मॉडवी से तथा शत्रुघ्न का विवाह श्रुतकीर्ति से हुआ।