Jawahar Navodaya Vidyalaya Previous Question Papers Pdf
Jawahar Navodaya Vidyalaya Class VI की परीक्षा की तैयारी करने के लिए उम्मीदवारों को प्रैक्टिस सेट मॉक टेस्ट ऑनलाइन टेस्ट इत्यादि से करनी चाहिए .इससे उम्मीदवार की परीक्षा की तैयारी अच्छे से हो जाती और उन्हें मालूम हो जाता है की इसमें कैसे प्रश्न आते है .इसलिए JNV Class VI की तैयारी करने वाले सभी उम्मीदवारों के लिए इस पोस्ट में JNV सॉल्वड पेपर इन हिंदी JNV Selection Test Sample Model Papers Jawahar Navodaya Vidyalaya Question Paper 2019 Class VI से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर दिए गए हैं .इन्हें आप ध्यान से पढिए ,यह आपके लिए बहुत उपयोगी होंगे
उत्तर – 70
उत्तर – 403
उत्तर – ₹ 16450
उत्तर – 33 ⅓ किमी/घण्टा
उत्तर – 1449
उत्तर – 5709
उत्तर – 297
उत्तर – 2394
उत्तर – 10
उत्तर – 150 लीटर
उत्तर – 144 मी2
उत्तर – 80%
उत्तर – 4 घण्टे 40 मिनट
उत्तर – 480
उत्तर – 18, 27
उत्तर – 5.02
उत्तर – 50%
उत्तर – 63.65
उत्तर – 15
उत्तर – 7 घण्टे 10 मिनट
उत्तर – 12%
उत्तर – 27 मी3
Jawahar Navodaya Vidyalaya Solved Paper For Class 6th
JNVST Previous Year Question Papers With Solutions
जवाहर नवोदय विद्यालय साल्व्ड पेपर 2020 इन हिंदी
JNVST 2020 Online Practice Test For Class 6
निर्देश – इस अनुभाग में पाँच अनुच्छेद हैं। प्रत्येक अनुच्छेद के अन्त में पाँच प्रश्न पूछे गए हैं। प्रत्येक अनुच्छेद को ध्यान से पढ़िए और उस पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
अनुच्छेद 1
एक गाँव में एक लड़का रहता था। उसके घर के पास एक पेड़ था। उस पर एक बन्दर रहता था। वह बहुत नटखट था। फिर भी उसकी माँ उसे बुलाती थी और उसे खाने के लिए केले और मिठाइयाँ देती थी। एक बार वह लइका माँ के साथ मेला देखने गया। वे लोग घर में ताला लगाकर सुबह ही चले गए। शाम को लौटने पर उसने एक विचित्र बात देखी। वह बन्दर उस दिन पेड़ छोड़कर कहीं नहीं गया। वृक्ष की सबसे ऊँची डाल पर बैठा-बैठा वह सारे दिन उसके घर की रखवाली करता रहा। उसकी माँ ने उस दिन उसको बहुत सारी चीजें खाने को दी।
उत्तर – बन्दर
उत्तर – बन्दर
उत्तर – केले और मिठाइयाँ
उत्तर – बहुत सारी चीजें
उत्तर – सारा दिन बन्दर पेड़ की सबसे ऊँची डाल पर बैठा रहा।
अनुच्छेद 2
चित्तौड़ वर्तमान राजस्थान राज्य का एक जिला है। यह मुस्लिम आक्रमणकारियों से लोहा लेने वाले मेवाड़ राज्य के राजाओं की राजधानी था। अलाउद्दीन खिलजी ने 1303 ई. में चित्तौड़ पर अधिकार कर लिया था। बाद में राजपूतों ने 1308 ई. में चित्तौड़ पर पुनः अधिकार कर लिया। अकबर के शासनकाल में भी राजपूतों ने अकबर से वीरतापूर्वक मुकाबला किया। महाराणा प्रताप जैसे वीर और साहसी राजा ने जंगलो में भटकना तो स्वीकार कर लिया, किन्तु अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की। अनेक राजपूत रानियों ने अपने सतीत्व की रक्षा के लिए आग में जलकर जौहर कर लिया। चित्तौड में निर्मित विजय स्तम्भ, कीर्ति स्तम्भ और किला राजपूतों की वीरता की गाथा सुनाते हैं।
उत्तर – चित्तौड़ में
उत्तर – राजस्थान में
उत्तर – महाराणा प्रताप ने
उत्तर – आग में जलकर जौहर करती थी
उत्तर – 1303 ई. में
अनुच्छेद 3
वाराणसी को काशी और बनारस भी कहा जाता है। यह गंगा के किनारे बने घाटों के लिए प्रसिद्ध है। वाराणसी का विश्वनाथ मन्दिर एक प्रसिद्ध मन्दिर है। वाराणसी का हिन्दू विश्वविद्यालय शिक्षा का प्रमुख केन्द्र है। इसकी स्थापना महामना मदनमोहन मालवीय ने लोगों की सहायता से की थी। वाराणसी से 10-12 किमी की दूरी पर एक स्मरणीय स्थान है-सारनाथ। यहाँ पर एक पुराना स्तूप है। सारनाथ में बुद्ध ने अपने पाँच शिष्यों को सबसे पहले बौद्ध धर्म की शिक्षा दी थी। सारनाथ में बुद्ध के अनेक स्तूप हैं। यहाँ श्रीलंका, थाईलैण्ड, चीन, जापान देशों द्वारा बनवाए गए मन्दिर भी प्रसिद्ध हैं। सारनाथ में एक राजकीय संग्रहालय है। इसमें बहुत-सी मूर्तियाँ रखी गई हैं। यहाँ सम्राट अशोक के चार सिंहों वाला स्तम्भ भी रखा गया है। यह हमारा राज चिह्न है। बताओं-इस चिह्न को तुमने कहाँ-कहाँ देखा है? वाराणसी, जरी और रेशम के काम के लिए प्रसिद्ध है। प्रसिद्ध शहनाई वादक स्वर्गीय बिस्मिल्लाह खाँ और तबला वादक किशनजी महाराज वाराणसी के रहने वाले थे।
उत्तर – तबला
उत्तर – चार सिंह
उत्तर – विश्वनाथ मन्दिर
उत्तर – मदनमोहन मालवीय ने
उत्तर – 10-12 किमी की दूरी पर
अनुच्छेद 4
राज्याभिषेक के बाद भी शिवाजी ने अपना विजय अभियान जारी रखा। बीजापुर और कर्नाटक पर आक्रमण करके समुद्रतट के सारे प्रदेशों को अपने अधिकार में कर लिया। शिवाजी ने ही सबसे व्यवस्थित ढंग से पहले नौसेना का संगठन किया। शिवाजी महान दूरदर्शी थे और वे यह जानते थे कि भविष्य में देश को नौसेना की भी आवश्यकता होगी। शिवाजी सभी धर्मों का समान आदर करते थे। राज्य के पदों के वितरण में भी कोई भेद-भाव नहीं रखते थे। उनके राज्य में स्त्रियों का बड़ा सम्मान किया जाता था। युद्ध में यदि शत्रु पक्ष की कोई महिला उनके अधिकार में आ जाती, तो वे उसका सम्मान करते थे और उसे उसके पति अथवा माता-पिता के पास पहुँचा देते थे। उनका राज्य धर्मनिरपेक्ष राज्य था। उनके राज्य में हर एक व्यक्ति को धार्मिक स्वतन्त्रता थी। अत्याचार के दमन को वे अपना कर्तव्य समझते थे, इसीलिए सेना संगठन को विशेष महत्त्व देते थे। सैनिकों की सुख-सुविधा का वे विशेष ध्यान रखते थे। शिवाजी के राज्य में अपराधी को दण्ड अवश्य मिलता था। जब उनका पुत्र शम्भाजी अमर्यादित व्यवहार करने लगा, तो उसे भी शिवाजी के आदेश से बन्दी बना लिया गया था।
उत्तर – शान्ति
उत्तर – शम्भाजी
उत्तर – शम्भाजी को
उत्तर – कर्नाटक व बीजापुर पर
उत्तर – सभी धर्मों का
अनुच्छेद 5
एक वन में एक रहट था। उसमें बहुत सारे मेढक रहा करते थे। उन मेढकों के मुखिया का नाम गंगदत था। एक बार गंगदत्त रहट से पानी निकालने वाली टिण्डों की माला में बैठकर कुएँ से बाहर आया। बाहर की दुनिया देखकर वह बड़ा प्रसन्न हुआ। वह फुदक-फुदक कर वन की हरियाली में सैर करके बड़ा आनन्द प्राप्त करने लगा।
काफी देर तक फुदकने-घूमने के बाद वह हरी घास से भरे एक मैदान के पास पहुँचा। उसने देखा, वहाँ एक भूख-प्यास से मरियल हो रहा साँप पड़ा हैं। साँप को गंगदत्त ने जीवन में पहली बार देखा था। उसे उसका रंग, रूप और आकार-प्रकार बहुत अच्छा लगा।
उत्तर – गंगदत्त
उत्तर – मेढक
उत्तर – मरियल
उत्तर – साँप
उत्तर – मैदान में
Jawahar Navodaya Vidyalaya Entrance Exam Practice Test in Hindi
Jawahar Navodaya Vidyalaya Mock Test Series in Hindi
जवाहर नवोदय विद्यालय एंट्रेंस की परीक्षा में पूछे गए प्रश्न
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