यात्रियों के नजरिए के प्रश्न उत्तर
Yatriyon ke Najriye Question Answer– इस पोस्ट में हम कक्षा 12 के छात्रों के लिए एनसीईआरटी इतिहास अध्याय 5 के प्रश्न उत्तर लेकर आये हैं। जो छात्र अपनी परीक्षा की तैयारी अच्छी तरह से करना चाहते हैं वे हमारे इस पोस्ट से अध्याय 5 यात्रियों के नजरिए के प्रश्न एवं उत्तरों की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। हमारी वेबसाइट से आप NCERT BOOK के अध्याय 2 यात्रियों के नजरिए के सभी प्रश्न उत्तर विस्तृत रूप में उपलब्ध हैं जिसको पढ़कर छात्र परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं
NCERT Solutions For Class 12th History Chapter 5. यात्रियों के नजरिए
यात्रियों के नजरिए के अति लघु उत्तरीय प्रश्न
उत्तर. (1) कार्य की तलाश में।
(2) प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए।
(3) व्यापारी, सैनिक, पुरोहित तथा तीर्थयात्री के रूप में
(4) साहस की भावना से प्रेरित होकर।।
उत्तर. (1) हेरात से अब्दुर्र रज्जाक समरकंदी।
(2) उज्बेकिस्तान से अल-बिरूनी।
(3) मोरक्को से इब्न बतूता।
(4) फ्रांस से फ्रांस्वा बर्नियर।
उत्तर. अल-बिरूनी उज्बेकिस्तान में स्थित ख्वारिज्म का निवासी था। 1017 ई० में गज़नी के सुलतान महमूद ने ख्वारिज्म पर आक्रमण किया और यहाँ के कई कवियों तथा विद्वानों को अपने साथ गज़नी ले गया। अल-बिरूनी भी इनमें से एक था।
उत्तर. (1) अल-बिरूनी ने अपने लेखन कार्य में अरबी भाषा का प्रयोग किया।
(2) उसने लेखन कार्य में जिस सामग्री का प्रयोग किया, उसके प्रति उसका दृष्टिकोण आलोचनात्मक था।
उत्तर. (1) इब्न बतूता नए-नए देशों तथा लोगों के विषय में जानना चाहता था।
(2) वह पुस्तकों की बजाय यात्राओं द्वारा अर्जित ज्ञान को अधिक महत्त्वपूर्ण मानता था।
उत्तर. अरबी और फ़ारसी वृत्तांतों का प्रसार हस्तलिपियों के रूप में होता था। 1800 ई० से पहले वे प्रकाशित नहीं होते थे। इसके विपरीत बर्नियर के कार्य 1670-71 में ही फ्रांस में प्रकाशित हो गए। यही नहीं उसके वृत्तांत का कई बार फ्रांसीसी तथा अंग्रेज़ी में पुनः मुद्रण भी हुआ।
उत्तर. अल-बिरूनी कई भाषाओं का ज्ञाता होने के कारण विभिन्न ग्रंथों का अनुवाद करने में सक्षम था। उसने पतंजलि के व्याकरण सहित कई संस्कृत ग्रंथों का अरबी भाषा में अनुवाद किया। अपने ब्राह्मण मित्रों के लिए उसने यूनानी गणितज्ञ यूक्लिड के कार्यों का संस्कृत में अनुवाद किया।
उत्तर. ‘रिहला’ का लेखक इब्न बतूता तथा ‘ट्रैवल्स इन द मुग़ल एंपायर’ का लेखक बर्नियर था।
उत्तर. (1) बेहतर भूमिधारकों के वर्ग का उदय न हो पाना ।
(2) कृषि का विनाश ।
(3) किसानों का उत्पीड़न ।
(4) समाज के सभी वर्गों के जीवन स्तर में पतन की स्थिति।
उत्तर. बर्नियर कहता है कि शिल्पकारों को अपने उत्पादों को बेहतर बनाने के लिए कोई प्रोत्साहन नहीं दिया जाता था, क्योंकि उनके मुनाफे का अधिग्रहण राज्य द्वारा कर लिया जाता था। इसलिए उत्पादन के स्तर में निरंतर कमी आ रही थी। दूसरी ओर वह यह कहता है कि पूरे विश्व से बड़ी मात्रा में बहुमूल्य धातुएँ भारत में आती थीं, क्योंकि उत्पादों का सोने और चाँदी के बदले निर्यात होता था।
उत्तर. 17वीं शताब्दी में उत्पादन केंद्र, व्यापारिक नगर, बंदरगाह नगर, धार्मिक केंद्र, तीर्थस्थल आदि सभी प्रकार के नगर अस्तित्व में थे। ये नगर समृद्ध व्यापारिक समुदायों तथा व्यावसायिक वर्गों के अस्तित्व के सूचक हैं।
उत्तर. (1) 17वीं शताब्दी में वे कृषि कार्यों तथा अन्य उत्पादनों में भाग लेती थीं।
(2) व्यापारिक परिवारों की महिलाएँ व्यापारिक गतिविधियों में हिस्सा लेती थीं। कभी-कभी वे वाणिज्यिक विवादों को अदालत में भी ले जाती थीं।
उत्तर. अल-बिरूनी द्वारा लिखित कृति है किताब-अल-हिंद जिसकी भाषा अरबी है। उसने यह कृति संभवतः उपमहाद्वीप के सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए लिखी थी।
उत्तर. (1) उसकी सबसे पहली बाधा भाषा थी। उसके अनुसार संस्कृत भाषा अरबी तथा फ़ारसी से इतनी भिन्न थी कि विचारों और सिद्धांतों का एक भाषा से दूसरी भाषा में अनुवाद करना सरल नहीं था।
(2) भारत में विभिन्न धार्मिक विश्वास तथा प्रथाएँ प्रचलित थीं। इन्हें समझने के लिए उसे वेदों तथा ब्राह्मण ग्रंथों का सहारा लेना पड़ा।
उत्तर. अल-बिरूनी उज्बेकिस्तान में स्थित ख्वारिज्म का निवासी था। 1017 ई० में गज़नी के सुलतान महमूद ने ख्वारिज्म पर आक्रमण किया और यहाँ के कई कवियों तथा विद्वानों को अपने साथ गज़नी ले गया। अल-बिरूनी भी इनमें से एक था। अल-बिरूनी ने निम्नलिखित कारणों से भारत की यात्रा की:
(i) वह नए-नए देशों तथा लोगों के विषय में जानना चाहता था।
(ii) वह पुस्तकों के बजाय यात्राओं द्वारा अर्जित ज्ञात को अधिक महत्वपूर्ण मानता था।
(iii) उसने भारत के संस्कृत ग्रंथों के अरबी भाषा में अनुवाद पढ़े थे। इन्होंने उसे भारत यात्रा के लिए प्रेरित किया।
उत्तर. इब्न बतूता के अनुसार :
(1) उपमहाद्वीप के अधिकांश नगरों में भीड़-भाड़ वाली सड़कें तथा चमक-दमक वाले रंगीन बाज़ार थे।
(2) नगरों के बाजार केवल क्रय-विक्रय के ही केंद्र नहीं थे, बल्कि सामाजिक तथा आर्थिक गतिविधियों के केंद्र भी थे।
इस पोस्ट में Class 12 इतिहास एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर यात्रियों के नजरिए के नोट्स यात्रियों के नजरिए के प्रश्न उत्तर इतिहास कक्षा 12 के इतिहास के प्रश्न उत्तर Yatriyon ke Najariya MCQ Question Answer Class 12 History Chapter 5 यात्रियों के नजरिए Notes In Hindi से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है यह प्रश्न उत्तर फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.