विज्ञान

Class 10th Science Chapter 4 कार्बन और उसके यौगिक

Class 10th Science Chapter 4 कार्बन और उसके यौगिक

NCERT Solutions for Science Class 10th Chapter 4.कार्बन और उसके यौगिक – जो उम्मीदवार दसवीं कक्षा में पढ़ रहे है उन्हें कार्बन और उसके यौगिक के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है .इसके बारे में 10th कक्षा के एग्जाम में काफी प्रश्न पूछे जाते है .इसलिए यहां पर हमने एनसीईआरटी कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 4 (कार्बन और उसके यौगिक) का सलूशन दिया गया है .इस NCERT Solutions for class 10 Science chapter 4 Carbon and its Compounds की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है. इसलिए आप Ch.4 कार्बन और इसके यौगिकों के प्रश्न उत्तरों ध्यान से पढिए ,यह आपके लिए फायदेमंद होंगे.

पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न (Textual Questions)

 

प्रश्न. COसूत्र वाले कार्बन डाइऑक्साइड की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना क्या होगी?
उत्तर- कार्बन डइऑक्साइड में कार्बन परमाणु के साथ ऑक्सीजन के दो परमाणु जुड़े होते हैं। कार्बन की परमाणु संख्या 6 होती है और इसके बाहरी कक्ष में चार इलेक्ट्रॉन होते हैं। इसे अष्टक बनाने की लिए चार इलेक्ट्रॉनों की आवश्यकता होती है। ऑक्सीजन को केवल 2 इलेक्ट्रॉनों की बाहरी कक्ष में आवश्यकता होती है। इसलिए उसका इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना होगी

C की परमाणु संख्या = 6 इलेक्ट्रॉनिक विन्यास = 2, 4
O की परमाणु संख्या = 8 इलेवट्रॉनिक विन्यास = 2, 6

प्रश्न . सल्फर के आठ परमाणुओं से बने सल्फर के अणु की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना क्या होगी ?( संकेत : सल्फर के आठ परमाणु एक अँगूठी के रूप में आपस में जुड़े होते हैं।)
उत्तर- सल्फर का परमाणु क्रमांक 16 है।
K L M
2 8 6
सल्फर के बाहरी कक्ष में 6 इलेक्ट्रॉन हैं और इसे अष्टक पूरा करने के लिए 2 इलेक्ट्रॉनों की आवश्यकता होती है। प्रत्येक सल्फर परमाणु दो इलेक्ट्रॉनों की सहभागिता करेगा। इसका आणविक सूत्र S8 होता है

प्रश्न. कार्बन के दो गुणधर्म कौन-से हैं, जिनके कारण हमारे चारों ओर कार्बन यौगिकों की विशाल संख्या दिखाई देती है ?
अथवा
कार्बन में बड़ी संख्या में यौगिक बनाने की शक्ति क्यों होती है ? वर्णन कीजिए।
अथवा
कार्बनिक यौगिकों के संकलन गुणधर्मों का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।[/su_note] उत्तर-  कार्बन के दो गुणधर्म :-(i) कार्बन की संयोजकता चार है अत: यह अपने ही परमाणुओं के साथ एकल , द्वि , त्रिक सहसयोंजक आबंध के साथ जुड़ते है .

(ii) एक कार्बन परमाणु अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ आबंध बनाकर लम्बी – लम्बी शृंखलन (Catenation) बनता है | इसे कार्बन यौगिक की संख्या बहुत विस्तृत है .

प्रश्न .साइक्लोपेनटेन का सूत्र तथा इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना क्या होंगे ?
उत्तर- साइक्लोपेन्टेन का सूत्र C5H10 है| इसकी इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना नीचे दी गई है:

प्रश्न . निम्नलिखित यौगिकों की संरचना चित्रित कीजिए
(i) इथेनाइक अम्ल
(ii) ब्रोमोपेंटेन
(iii) ब्यूटानोन
(iv) हेक्सेनल
उत्तर- (i) एथेनोइक अम्ल (CH3COOH)

(ii) ब्रोमोपेन्टेन ( C5H11Br ):

(iii) ब्यूटेनोन ( C2H5COCH3 )

(iv) हेक्सेनल ( C5H11CHO)

ब्रोमोपेन्टेन कार्बन के साथ ब्रोमीन का स्थान बदलने के कारण ब्रोमोपेन्टेन विभिन्न संरचनात्मक समावयवता प्रदर्शित करता है।

प्रश्न . निम्नलिखित यौगिकों का नामांकन कैसे करेंगे ?

उत्तर- (i) ब्रोमोएथेन
(ii) मेथेनॉल
(iii) 1 – हैक्साइन

प्रश्न . एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया क्यों कहते हैं ?
उत्तर- CH3CH2OH + (क्षारीय KMnO4) → CH3COOH

इस अभिक्रिया में एथनॉल में एक ऑक्सीजन का संकलन होता है, इसलिए यह ऑक्सीकरण अभिक्रिया कहलाता है।

प्रश्न . ऑक्सीजन तथा एथायन के मिश्रण का दहन वेल्डिंग के लिए किया जाता है। क्या आप बता सकते हैं कि इथाइन तथा वायु के मिश्रण का उपयोग क्यों नहीं किया जाता ?
उत्तर- जब एथाइन का दहन वायु की उपस्थिति में किया जाता है तो यह पिले रंग की ज्वाला और कज्जली धुआँ  उत्पन्न करता है। इस धुएं में कार्बन होता है। अपूर्ण दहन के कारण ऊष्मा ऊर्जा भी कम उत्पन्न होती है। इसलिए वेल्डिंग के लिए आवश्यक उच्च ऊष्मा उत्पन्न  के लिए एथाइन का पूर्ण दहन ऑक्सीजन की उपस्थिति में किया जाता है।

2HC ≡ CH + 5O→ 4CO2 + 2H2O + ऊष्मा[/su_note]

[/su_note]
प्रश्न . प्रयोग द्वारा आप एल्कोहल एवं कार्बोसिलिक अम्ल में कैसे अंतर कर सकते हैं ?
उत्तर-   सोडियम बाईकार्बोनेट से अभिक्रिया करने पर दोनों में अंतर प्राप्त होता है । सोडियम बाईकार्बोनेट ऐल्कोहॉल के साथ कोई क्रिया नहीं करते और न ही गैस उत्पन्न होती है । परन्तु एथेनॉइक अम्ल अभिक्रिया करने पर CO2  गैस उत्सर्जित होती है।

कार्बोनेट/ हाइड्रोजनकार्बोनेट + कार्बोक्सिलिक अम्ल → लवण + जल + कार्बन डाइऑक्साइड[/su_note]

वहीँ दूसरी ओर, एल्केहॉल कार्बोनेट और हाइड्रोजनकार्बोनेट के साथ अभिक्रिया नहीं करता है।[/su_note]

[/su_note]
प्रश्न . ऑक्सीकारक एजेंट क्या हैं ?
उत्तर- ऑक्सीकारक एजेंट वे पदार्थ हैं जो अन्य पदार्थों को ऑक्सीजन प्रदान करने की क्षमता रखते हैं। उदाहरण के लिए क्षारीय पोटैशियम परमैंगनेट (KMnO4) और अम्लीय पोटाशियम डाइक्रोमेट इथनॉल को इथानोइक अम्ल में बदल सकता है।

इथनॉल के एक अणु में ऑक्सीजन का एक परमाणु होता है जबकि इथानोइक अम्ल में ऑक्सीजन के दो परमाणु होते हैं। इथनॉल में ऑक्सीजन का एक परमाणु मिल जाता है और इथानोइक अम्ल बन जाता है। यह ऑक्सीजन या तो उसे क्षारकीय पोटैशियम परमैंगनेट या अम्लीय डाइक्रोमेट से प्राप्त होता है। इसलिए ये दोनों पदार्थ ऑक्सीकारक एजेंट हैं।

प्रश्न . क्या आप डिटरजेंट का उपयोग कर बता सकते हैं कि कोई जल कठोर है या नहीं ?
उत्तर- हम डिटरजेंट का प्रयोग कर यह नहीं बता सकते है कि जल कठोर है या नहीं ,क्योंकिडिटरजेंट कठोर और मृदु दोनों प्रकार के जल के साथ झाग उत्पन्न करता है।
प्रश्न .लोग विभिन्न प्रकार से कपड़े धोते हैं। सामान्यतः साबुन लगाने के बाद लोग कपड़े को पत्थर पर पटकते हैं, डंडे से पीटते हैं, बुश से रगड़ते हैं या वाशिंग मशीन में कपड़े रगड़े जाते हैं। कपड़ा साफ़ करने के लिए उसे रगड़ने की क्यों आवश्यकता होती है ?
उतर-  साबुन मैल के साथ क्रिया करके एक मिसेली संरचना तैयार करते है। तैलीय मैल मिसेल के किंद्र में एकत्रित हो जाता है तथा कपड़ो से चिपक जाता अत: उसे साफ करने के लिए ऐसा करना आवश्यक है ।

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