UP TGT Sanskrit Practice Set 2023

पञ्च ज्ञानेन्द्रिय एवं बुद्धि के द्वारा निर्मित होते हैं
(A) प्राणमय कोश
(B) मनोमय कोश
(C) विज्ञानमय कोश
(D) आनन्दमय कोश
Answer
विज्ञानमय कोश
‘मिथ्या रूप से अन्य वस्तु के रूप भासित होना’ कहलाता है
(A) आरम्भवाद
(B) असत्कार्यवाद
(C) परिणामवाद
(D) विवर्तवाद
Answer
विवर्तवाद
अध्यवसाय की सिद्धि होने पर अलंकार होता है
(A) स्वभावोक्ति
(B) रूपक
(C) अतिशयोक्ति
(D) उत्प्रेक्षा
Answer
अतिशयोक्ति
आचार्य मम्मट के अनुसार काव्य का लक्षण है
(A) वाक्यं रसात्मक काव्यम्
(B) वक्रोक्तिः काव्यजीवितम्
(C) तद्दोषौ शब्दार्थो सगुणावनलङ्कृती
(D) रमणीयार्थप्रतिपादक : शब्द: काव्यम्
Answer
तद्दोषौ शब्दार्थो सगुणावनलङ्कृती
कादम्बरी में किस रीति का प्रयोग है?
(A) गौड़ी
(B) वैदर्भी
(C) पाञ्चाली
(D) लाटी
Answer
पाञ्चाली
इन्द्रायुध किसका अवतार था?
(A) चन्द्रमा का
(B) कपिञ्जल का
(C) पुण्डरीक का
(D) वैशम्पायन का
Answer
कपिञ्जल का
‘अति गहनं तमो यौवन प्रभवम्’ यह सूक्ति किस ग्रन्थ से उद्धृत है?
(A) कादम्बरी
(B) नलचम्पू
(C) मृच्छकटिकम्
(D) अभिज्ञानशाकुन्तलम्
Answer
मृच्छकटिकम्
‘को नामोष्णोदकेन नवमालिकां सिञ्चति’ यह कथन किसका है?
(A) अनुसूया का
(B) प्रियंवदा का
(C) शारंगरव का
(D) शकुन्तला का
Answer
प्रियंवदा का
निम्नांकित किस नाटक में सर्वाधिक शोषित, दलित एवं उपेक्षित वर्ग का सहानुभूतिपूर्ण चित्रण हुआ है?
(A) अभिज्ञानशाकुन्तलम्
(B) मृच्छकटिकम्
(C) उत्तररामचरितम्
(D) मालविकाग्निमित्रम्
Answer
मृच्छकटिकम्
रसशास्त्र में साधारणीकरण के प्रतिपादक हैं
(A) भट्टनायक
(B) शतक
(C) भट्टलोल्लट
(D) अभिनवगुप्त
Answer
भट्टनायक
‘शरीरं तावदिष्टार्थ व्यवच्छिन्ना पदावली’ यह परिभाषा किसकी है?
(A) दण्डी की
(B) भामह की
(C) मम्मट की
(D) आनन्दवर्द्धन की
Answer
दण्डी की
‘विरतास्वभिधाधासुं ययार्थी बोध्यते परः’ यह किस वृत्ति का लक्षण है-
(A) तात्पर्या
(B) अभिधा
(C) लक्षणा
(D) व्यञ्जना
Answer
अभिधा
‘महाकाव्य’ में कम से कम कितने सर्ग होने चाहिए?
(A) 28
(B) 35
(C) 8
(D) 12
Answer
8
नाटक में कम से कम व अधिक से अधिक कितने अंक होने चाहिए?
(A) 5-10
(B) 4-7
(C) 5-7
(D) 7-10
Answer
5-10
‘नलचम्पू’ के रचयिता हैं
(A) कल्हण
(B) विशाखदत्त
(C) क्षेमेन्द्र
(D) त्रिविक्रम भट्ट
Answer
त्रिविक्रम भट्ट
नलचम्पू में किस रस की प्रधानता है?
(A) शृंगार
(B) वीर
(C) रौद्र
(D) शान्त
Answer
शृंगार
‘त्रिभुवनप्रसवभूमिरिव विस्तीर्णा’ विशेषता किसके लिए प्रयुक्त है?
(A) विदिशा
(B) उज्जैनी
(C) विन्ध्याटवी
(D) हेमकूट
Answer
हेमकूट
‘नसर्गगते माघे नव शब्दों न विद्यते’ यह उक्ति किस ग्रन्थ के लिए प्रचलित है?
(A) मेघदूतम्
(B) शिशुपालवधम्
(C) कुमारसम्भवम्
(D) जानकीहरणम्
Answer
शिशुपालवधम्
अभिज्ञानशाकुन्तलम् के किस अंक में ‘विष्कम्भक’ समाप्त होता है?
(A) द्वितीय
(B) तृतीय
(C) चतुर्थ
(D) पंचम
Answer
चतुर्थ
‘साहित्यदर्पण’ के प्रथम परिच्छेद का नाम है
(A) काव्यदोष निरूपण
(B) काव्यस्वरूप निरूपण
(C) काव्यप्रयोजन निरूपण
(D) काव्य-लक्षण निरूपण
Answer
काव्यस्वरूप निरूपण
पाणिपादम् में समास है
(A) इतरेतर द्वन्द्व
(B) समाहार द्वन्द्व
(C) एकशेष द्वन्द्व
(D) अलक् तत्पुरुष
Answer
समाहार द्वन्द्व
निम्नलिखित में से कौन-सा वाक्य शुद्ध है
(A) अध्ययनात् पराजयते
(B) अध्ययनाम् पराजयते
(C) अध्ययनः पराजयते
(D) अध्ययनस्य पराजयते
Answer
अध्ययनः पराजयते
‘मृच्छकटिकम्’ का विदूषक है
(A) माधव्य
(B) मैत्रेय
(C) माणवक
(D) गौतम
Answer
मैत्रेय
नलचम्पू कितने उच्छवासों में वर्णित है?
(A) सात
(B) आठ
(C) पाँच
(D) छह
Answer
सात
‘सरसिजमनुविद्धं शैवलेनापि रम्यं’ किस नाटक से उद्धृत है?
(A) उत्तररामचरितम्
(B) अभिज्ञानशाकुन्तलम्
(C) मालविकाग्निमित्रम्
(D) विक्रमोर्वशीयम्
Answer
अभिज्ञानशाकुन्तलम्

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