ध्वनि सिद्धांत के प्रतिष्ठापक आचार्य हैं
(A) विश्वनाथ(B) भरत मुनि
(C) आनन्दवर्धन
(D) कुन्तक
भाषा की उत्पत्ति विषयक ‘रणन-सिद्धांत’ के मूल प्रवर्तक स्वीकार किये जाते हैं
(A) रूसो(B) सुसमिल्श
(C) प्लेटो
(D) न्वारे
ग्रिम नियम के अनुसार निम्न जर्मन THREE का उच्च जर्मन में परिवर्तित रूप है
(A) DREE(B) THREI
(C) THRI
(D) DREI
‘ऋ’ में किस प्रत्यय के संयोग से अर्य शब्द बनता है?
(A) शतृ(B) यत्
(C) अच्
(D) क्त
‘अहं तव गृहं विचेष्यामि’ का कर्मवाच्य में रूपान्तरण होगा-
(A) मया तव गृहं विचेष्ये(B) मया तव गृहं विचेतास्मि
(C) मया तव गृहं विचेतामहे
(D) मया तव गृह विचेष्यते
भवन्तः कुत्र भविष्यन्ति ? का भाववाच्य में रूपान्तरण होगा-
(A) भवद्भिः कुत्र भवितारः ?(B) भवद्भिः कुत्र भविष्यते?
(C) भवद्भिः कुत्र भविष्यते ?
(D) भवताः कुत्र भविता ?
अभिनेतागण जहाँ पर नाटक के उपयुक्त वेषभूषा धारण करते हैं, उसे कहते हैं
(A) पूर्वरङ्ग(B) नेपथ्य
(C) जनान्तिक
(D) स्वगत
नाटक में जो बात सुनाने योग्य नहीं होती है, उसे कहते हैं
(A) प्रकाश(B) स्वगत
(C) अपवारित
(D) जनान्तिक
‘वीभत्स’ का स्थायीभाव है
(A) रति(B) जुगुप्सा
(C) शोक
(D) क्रोध
‘नलचम्पू’ के रचयिता हैं
(A) कल्हण(B) विशाखदत्त
(C) क्षेमेन्द्र
(D) त्रिविक्रम भट्ट
‘नलचम्पू’ काव्य की नायिका है
(A) रूपवती(B) नलिनी
(C) दमयन्ती
(D) पद्मावती
‘कालाध्वनोरत्यन्तसंयोगे’ सूत्र द्वारा किस विभक्ति का निर्देश किया गया है?
(A) द्वितीया(B) तृतीया
(C) चतुर्थी
(D) पंचमी
मेघदूत किस छन्द में निबद्ध है?
(A) अनुष्टुप्(B) मन्दाक्रान्ता
(C) शिखरिणी
(D) वंशस्थ
‘शिवराजविजयम्’ है
(A) ऐतिहासिक उपन्यास(B) चम्पू
(C) खण्डकाव्य
(D) गीतिकाव्य
भ्रान्तिमान अलंकार में प्राण तत्व हैं
(A) सन्देह(B) संशय
(C) भ्रान्ति का निश्चय
(D) भ्रान्ति का अनिश्चय
‘साहित्यदर्पण’ के प्रथम परिच्छेद का नाम है
(A) काव्यदोष निरूपण(B) काव्यस्वरूप निरूपण
(C) काव्यप्रयोजन निरूपण
(D) काव्यलक्षण निरूपण
नाट्यशास्त्र में ‘नान्दी’ से अभिप्रेत है
(A) नान्दी देवता(B) बैल
(C) मंगलाचरण
(D) पात्र
‘माता पुत्रं प्रीणति’ का कर्मवाच्य होगा-
(A) मात्रा पुत्रं प्रीण्यते(B) मात्रा पुत्रः प्रीयते
(C) मात्रा पुत्रः प्रीणायते
(D) मात्रा पुत्रः प्रीणीयते
‘सोलहवाँ बालक पढ़ता है’ का संस्कृत में अनुवाद होगा-
(A) षोडशतमः बालकः पठति(B) षोडशः बालकः पठति
(C) षडदशतमः बालकः पठति
(D) षोडशबालक : पठति
‘धूमज्योतिः सलिलमरुतां सन्निपातः’ किसके लिए कहा गया है?
(A) वायु(B) आकाश
(C) वर्षा
(D) मेंघ
शर्मिष्ठा के पिता थे
(A) ययाति(B) शुक्राचार्य
(C) दानवराज वृषपर्वा
(D) पुरु
शाकुन्तल की कथा का वर्णन कहाँ मिलता है?
(A) महाभारत में(B) पद्मपुराण में
(C) वायुपुराण में
(D) महाभारत और पद्मपुराण दोनों में
‘कृषीवल’ से तात्पर्य है
(A) कृषि से(B) किसान से
(C) सिंचाई के साधन से
(D) वृष्टि से
‘नारीसमया’ में समया से तात्पर्य है
(A) समान(B) माया वाली
(C) समय
(D) मर्यादा
मेघदूतम् के अनुसार यक्ष के शापान्त की तिथि है
(A) वैशाख पूर्णिमा(B) देवोत्थान एकादशी
(C) शिव चतुर्दशी
(D) कृष्ण जन्माष्टमी