NIOS Class 12 Environmental Science Chapter 27 जल का भूमण्डलीय चक्रण
NIOS Class 12 Environmental Science Chapter 27 जल का भूमंडलीय चक्रण – जो विद्यार्थी NIOS 12 कक्षा में पढ़ रहे है ,वह NIOS कक्षा 12 पर्यावरण विज्ञान अध्याय 27 यहाँ से प्राप्त करें .एनआईओएस कक्षा 12 के छात्रों के लिए यहाँ पर Environmental Science विषय के अध्याय 27 का पूरा समाधान दिया गया है। जो भी पर्यावरण विज्ञान विषय में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते है उन्हें यहाँ पर एनआईओएस कक्षा 12 पर्यावरण विज्ञान अध्याय 27. (जल का भूमण्डलीय चक्रण) का पूरा हल मिल जायेगा। जिससे की छात्रों को तैयारी करने में किसी भी मुश्किल का सामना न करना पड़े। इस NIOS Class 12 Environmental Science Solutions Chapter 27 Global Circulation of Water की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी अच्छे कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है.
NIOS Class 12 Environmental Science Chapter 27 Solution – जल का भूमण्डलीय चक्रण
प्रश्न 1. पृथ्वी का कितना भाग जल से ढका हुआ है ?
उत्तर – पृथ्वी का लगभग तीन-चौथाई भाग से अधिक जल से ढका हुआ है।
प्रश्न 2. अलवण जल माना जाने वाले जल का कितना भाग ठोस रूप में है ?
उत्तर- अलवणजल माना जाने वाले जल का 1000 ppm कम भाग ठोस रूप में है।
प्रश्न 3. शुष्क एवं अर्धशुष्क क्षेत्रों में उपलब्ध पानी की मात्रा के संबंध में क्या सच्चाई है ?
उत्तर- शुष्क एवं अर्धशुष्क क्षेत्रों में पानी की उपलब्ध मात्रा सीमित है।
प्रश्न 4. पृथ्वी पर जीवन को नियमित रखने के लिए पानी के कोई दो महत्त्वपूर्ण उपयोग बताइए ।
उत्तर- पृथ्वी पर जीवन को नियमित रखने के लिए पानी महत्त्वपूर्ण है पानी वायुमण्डलीय तापमान को नियत रखता है। कृषि के लिए संसाधन सीमित करता है। पानी हाइड्रोजन का उपापचयी स्रोत है तथा जीवद्रव्य का घटक है।
प्रश्न 5. प्राचीन सभ्यताएं नदियों के किनारों पर क्यों बसी होती थीं?
उत्तर- प्राचीन सभ्यताएं नदियों के किनारों पर बसी होती थीं, क्योंकि वहाँ जल आसानी से उपयोग व सिंचाई के लिए उपलब्ध होता है।
प्रश्न 6. अलवण जल की कमी क्यों बढ़ती जा रही है ? दो कारण लिखिए।
उत्तर- अलवण जल की कमी बढ़ती जा रही है, क्योंकि बहुत-सा जल बेकार किया जाता है, अकुशलतापूर्वक उपयोग किया जाता है तथा प्रदूषित किया जाता है।
प्रश्न 7. सतही प्रवाह किसे कहते हैं?
उत्तर – सतही प्रवाह में जब अवक्षेपण भूमि पर पहुँचता है। और भूमि पर विभिन्न रास्तों पर यात्रा करता है।
प्रश्न 8. लंबी अवधि तक जल से भंडारित रहने वाले भंडारों के नाम बताइए ।
उत्तर – लंबी अवधि तक जल से भंडारित रहने वाले भंडार महासागर, हिमच्छद शीर्ष व हिमशिखर हैं।
प्रश्न 9. किसी जीवधारी के शरीर में पानी कितने समय तक भंडारित रहता है?
उत्तर – किसी जीवधारी के शरीर में पानी 7 दिन तक भंडारित रहता है।
प्रश्न 10. महासागर और महाद्वीपों के पार जलवाष्प की गति किस प्रकार भूमंडलीय तापन के कारण बदलती है ?
उत्तर – महासागर और महाद्वीपों के पार जलवाष्प की गति भूमण्डलीय तापन के कारण अवक्षेपण तरीकों में बदलाव होने से बदलती है।
प्रश्न 11. नदी प्रवाह कैसे बदल सकता है?
उत्तर – नदी प्रवाह जल धाराओं, नदी की धाराओं की लम्बाई. घनत्व के बढ़ने व घटने से बदल सकता है।
प्रश्न 12. जल तालिका में कमी का एक कारण बताइए ।
उत्तर – जल तालिका में कमी का कारण अत्यधिक पानी का एकत्र होना है।
जल का भूमण्डलीय चक्रण के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1. जल-चक्र कैसे चलता है?
उत्तर – भंडारण स्रोतों से गुजरने वाला जल चक्र अलग-अलग चक्र है। महासागर, पृथ्वी का 97% जल भंडारित करने वाले सबसे बड़े जल भंडार हैं। शेष जल का 78% बर्फ के रूप में अंटार्कटिका व ग्रीनलैंड में रहता है, लेकिन जीवन के लिए सिर्फ 3% चाहिए। भूमिगत जल के रूप में चट्टानों और अवशेषों के नीचे लगभग 21% अलवणीय जल रहता है। नदियों, झीलों, तालाबों और वर्षा जल का 1% से भी कम या 0.1% से भी कम अलवणीय जल भूमि पर रहता है।
ठोस, द्रव और गैस के एक तंत्र, जिसे जल चक्र कहते हैं, मानव और पारितंत्र में चलने वाली निरंतर प्रक्रियाओं के लिए अलवण जल की सभी अवस्थाओं को प्रदान करता है। सौर ऊर्जा इस चक्र को चलाती है। इस निरंतर जल चक्र में वायुमंडल, भूमि और महासागरों के अलग-अलग प्रक्रियाएं होती रहती हैं। बड़े पैमाने पर धाराएं महासागरों में पानी को स्थानांतरित करती हैं, जैसे वायुमंडल के भीतर क्षैतिज और उर्ध्वाधर वायु गतियां होती हैं। जल चक्र में तीन प्रमुख प्रक्रम सम्मिलित होते हैं-
(i) उद्वाष्पन एवं उद्वाष्पन – वाष्पोत्सर्जन,
(ii) अवक्षेपण तथा
(iii) सतह प्रवाह ।
प्रश्न 2. हिमच्छद शीर्ष पर जल किस रूप में उपस्थित रहता है?
उत्तर – हिमच्छद के शीर्ष पर अलवण जल रहता है। अटार्कटिका में बर्फ का 90 प्रतिशत जल है, ग्रीनलैंड में 10 प्रतिशत है। हिमच्छद का शीर्ष औसतन 5000 फुट या 1500 मीटर मोटा होता है, लेकिन यह आसानी से 14000 फुट या 4300 मीटर मोटा भी हो सकता है। बर्फ इतनी भारी होती है कि उसके नीचे जमीन एक कटोरी बन जाती है। ग्रीनलैंड जल चक्र का हिस्सा है।
बरमूडा का बर्फ, जो बहुत सफेद है, कुछ बड़े और कुछ छोटे ग्लेशियरों से परावर्तित होता है और स्थानीय तापमान को प्रभावित करता है। प्रश्न ३. प्राचीन मानव बस्ती कहाँ मिली? मानव बस्तियों और अलवण जल संसाधनों की उपलब्धता ने उत्तर-युगों से मानव जीविकोपार्जन निर्धारित किया है। नदियों के किनारे बहुत सी पुरानी सभ्यताएं शुरू हुईं और समृद्ध होती चली गईं। सही समय पर अलवण जल की उपलब्धता, गुणवत्ता और मात्रा से देश और उसके कस्बों और शहरों का पारिस्थितिक स्वास्थ्य जैविक रूप से प्रभावित होता है।
यह कृषि, घरेलू उपयोग और औद्योगिक प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है। सिंचाई के लिए लगभग 70% पानी चाहिए, लेकिन घरेलू कामों के लिए केवल 1.1% प्रयोग होता है। उद्योग बचाया हुआ पानी प्रयोग करते हैं। हम सब कुछ करने के लिए जल पर निर्भर हैं, इसलिए आदिम लोगों ने नदियों या महासागरों के किनारों पर बस्तियां बनाईं। पानी को प्रदूषित नहीं करना चाहिए।
प्रश्न 4. जीवधारी जल के बिना जीवित नहीं रह सकते। इस तथ्य का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
उत्तर – सभी जीवों के लिए पानी अनिवार्य है। पानी जीवधारियों की कोशिकाओं का जीवद्रव्य है। हमारे शरीर में जल का लगभग 70% होता है। शरीर की उपापचयी प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक ऑक्सीजन का एकमात्र स्रोत पानी है। पारिस्थितिक तंत्र की संरचना और कार्यों को निर्धारित करने में जल एक महत्वपूर्ण कारक है। विभिन्न क्षेत्रों के अलग-अलग तापमानों और अवक्षेपण पैटनों से पृथ्वी पर अलग-अलग बायोम बनते हैं। वास्तव में, जल ही दूसरे सभी तत्वों का चक्रीकरण कर सकता है। विभिन्न चरणों में तत्वों का परिवहन जल से होता है।
पौधों को पोषक तत्व प्राप्त करने में मदद करता है। महासागरों, या जल भंडारों, से पृथ्वी पर होने वाले सभी जलवायु परिवर्तन प्रभावित होते हैं। प्रकाश संश्लेषित पादप प्लवकों का एक बड़ा हिस्सा पृथ्वी पर रहता है ताकि वे पृथ्वी पर अधिक प्रकाश संश्लेषण कर सकें। प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के बिना जीवन को आश्रय देने वाली पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल सकती। अलवण जलीय पारितंत्र के मुख्य स्रोत हैं पेय जल, कृषि, उद्योग, सफाई और अलवण जलीय मछलियां। हम सभी जल पर किसी न किसी तरह निर्भर हैं, चाहे हम कोई भी हों या कहीं रह रहे हों। हमें स्वस्थ रहने के लिए जल के जीवनदायी गुणों की जरूरत है।
प्रश्न 5. जल-चक्र में जल प्रवाह की विभिन्न गतियों का एक स्वच्छ चित्र बनाइए ।
उत्तर – सौर ऊर्जा जल चक्र को चलाती है। वायुमण्डल, भूमि तथा महासागरों के अलग-अलग प्रक्रम इस निरंतर जल चक्र को चलाते रहते हैं। बड़े पैमाने पर धाराएँ महासागरों में पानी को स्थानांतरित करती हैं, जबकि वायुमण्डल में भी क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर वायु गतियाँ होती हैं, जिसमें हवा वाष्प को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करती है। जल – चक्र में तीन प्रमुख जल सम्मिलित किए गए हैं-