NIOS Class 12 Environmental Science Chapter 18. जल एवं ऊर्जा संरक्षण
NIOS Class 12 Environmental Science Chapter 18 जल एवं ऊर्जा संरक्षण – जो विद्यार्थी NIOS 12 कक्षा में पढ़ रहे है ,वह NIOS कक्षा 12 पर्यावरण विज्ञान अध्याय 18 यहाँ से प्राप्त करें .एनआईओएस कक्षा 12 के छात्रों के लिए यहाँ पर Environmental Science विषय के अध्याय 18 का पूरा समाधान दिया गया है। जो भी पर्यावरण विज्ञान विषय में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते है उन्हें यहाँ पर एनआईओएस कक्षा 12 पर्यावरण विज्ञान अध्याय 18. (जल एवं ऊर्जा संरक्षण) का पूरा हल मिल जायेगा। जिससे की छात्रों को तैयारी करने में किसी भी मुश्किल का सामना न करना पड़े। इस NIOS Class 12 Environmental Science Solutions Chapter 18 Water and Energy Conservation की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी अच्छे कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है.
NIOS Class 12 Environmental Science Chapter 18 Solution – जल एवं ऊर्जा संरक्षण
प्रश्न 1. जल की माँग की बढ़ोतरी के पीछे तीन कारणों को बताइए ।
उत्तर- तीन कारण जो कि जल की माँग की बढ़ोतरी के लिए उत्तरदायी हैं, निम्नलिखित हैं- सिंचाई का विस्तार, उद्योगों द्वारा बढ़ती माँग बढ़ती जनसंख्या द्वारा बढ़ती माँग, बदलती जीवन शैली के कारण बढ़ती माँग आदि ।
प्रश्न 2. सिंचाई के दो पर्यावरणीय रूप से प्रभावशाली व्यवस्थाओं के नाम लिखिए।
उत्तर – पर्यावरणीय रूप से प्रभावशाली सिंचाई व्यवस्था पानी की कम मात्रा में माँग करती है। इसके लिए हल्के दवाब वाले छिड़काव करने के यंत्र और लघु पैमाने की सिंचाई से पौधे उतना ही पानी लेते हैं, जितनी उनको आवश्यकता होती है।
प्रश्न 3. जल का संरक्षण क्यों होना चाहिए?
उत्तर – जल का संरक्षण बहुत आवश्यक है, क्योंकि पृथ्वी पर पानी बहुत सीमित मात्रा में उपलब्ध है तथा ज्यादा से ज्यादा पानी समुद्री है जो कि लवणीय होने के कारण पीने के काम नहीं आता। पानी के अभाव की समस्या के हल के लिए पानी का विवेकपूर्ण प्रयोग किया जाना चाहिए तथा इसे आगामी पीढ़ी के लिए संरक्षित करने की आवश्यकता है।
प्रश्न 4. कोई ऐसे दो तरीके बताइए जिनके द्वारा एक व्यक्ति पानी का संरक्षण कर सकता है।
उत्तर– पानी संरक्षण के कई तरीके हैं-
(i) लोगों में पानी के अभाव के प्रति चेतना जागृत करके ।
(ii) पानी को कभी व्यर्थ न बहाएं ।
(iii) लीक करती पाइपें व नलों की मरम्मत करें।
(iv) जितने पानी की आवश्यकता हो, उतना ही प्रयोग करें।
(i) दाँतों को ब्रुश करते समय व शेविंग के समय बीच में पानी बंद कर दें।
(vi) वर्षा के पानी को एकत्र करके घरेलू काम में प्रयोग करें बशर्ते कि वह साफ व स्वच्छ हो ।
प्रश्न 5. हमारे देश में पानी के अभाव का एक मुख्य कारण बताइए ।
उत्तर – बढती जनसंख्या हमारे देश में पानी के अभाव का एक मुख्य कारण है।
प्रश्न 6. एक वाक्य मे यह व्यक्त कीजिए कि दूरदर्शन (TV) किस प्रकार जल संरक्षण के विषय में चेतना जागृत करने में सहायक होगा?
उत्तर – दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले लघु नाटक, वार्तालाप तथा कार्टून जैसे चेतना जागृत करने वाले कार्यक्रमों से जल संरक्षण की चेतना बड़ी जनसंख्या तक पहुँचाई जा सकती है।
प्रश्न 7. पौधों और बगीचों की सुबह या शाम देर से सिंचाई करना अधिक बुद्धिमत्ता का कार्य क्यों है?
उत्तर – पौधों और बगीचों की तड़के सुबह या शाम देर से सिंचाई करना अधिक बुद्धिमत्ता का कार्य है, क्योंकि इससे वाष्पोत्सर्जन कम होता है जिससे कि पानी की क्षति कम होती है।
प्रश्न 8. आपके विचार से लोगों को पानी को कम बर्बाद करने के उद्देश्य से किस प्रकार प्रेरित किया जा सकता है?
उत्तर – पानी के उपयोग पर एक उपयुक्त शुल्क लगाकर लोगों को पानी को कम बर्बाद करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
प्रश्न 9. भूमिगत जल को पुनः भरण करने की एक विधि बताइए |
उत्तर- भूमिगत जल को पुनः भरण करने के लिए बाढ़ के पानी को गड्ढों व जलकोषों में भर लेना चाहिए। घरेलू उपयोग में बचे पानी को भी गड्ढों में डालना चाहिए, मानसून से पहले खेतों की जुताई करनी चाहिए, नहरों तथा टैंकों की सफाई करनी चाहिए । वर्षा के पानी को संरक्षित करके उनका संपूर्ण प्रयोग करना चाहिए ।
प्रश्न 10. व्यर्थ पानी से प्रदूषकों को हटाने में शैवाल या अन्य जलीय पौधों की क्या भूमिका है?
उत्तर – शैवाल या जलीय पौधे व्यर्थ पानी से फास्फेट व नाइट्रेट ले लेते हैं।
प्रश्न 11. GAP और YAP क्या हैं?
उत्तर – GAP -गंगा एक्शन प्लान। YAP – यमुना एक्शन प्लान ।
प्रश्न 12. GAP तथा YAP जैसी कार्य योजनाओं को क्यों आरंभ किया गया है?
उत्तर – क्योंकि गंगा व यमुना नदियाँ बुरी तरह से प्रदूषित हो गई थीं।
प्रश्न 13. हमारे देश की अन्य दो मुख्य नदियों के नाम बताइए |
उत्तर– कृष्णा तथा गोदावरी।
प्रश्न 14. ऊर्जा की परिभाषा दीजिए।
उत्तर – काम करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं। ऊर्जा एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित होती रहती है। ऊर्जा का पुनर्चक्रण संभव नहीं है। ऊर्जा दो तरह की होती है-नवीनीकृत होने वाली व नवीनीकृत न होने वाली ।
प्रश्न 15. ऊर्जा के बल पर चलने वाली चार मानवीय क्रियाएं बताइए ।
उत्तर– मानवीय गतिविधियाँ, जैसे- सिंचाई, परिवहन, उद्योग व खाना बनाना ऊर्जा के बल पर चलती हैं।
प्रश्न 16. मानव द्वारा संश्लेषित ऊर्जा पदार्थ का नाम बताइए |
उत्तर – ATP – एडिनोसाइन ट्राइफॉस्फेट
प्रश्न 17. ऊर्जा के नवीनीकृत होने वाले और नवीनीकृत न होने वाले स्रोतों में अंतर बताइए ।
उत्तर- नवीनीकृत न होने वाली ऊर्जा की पूर्ति सीमित है जिसे एक बार उपयोग में लाने के बाद फिर से उत्पन्न करने में लाखों वर्ष लग जाते हैं जबकि नवीनीकृत होने वाली ऊर्जा असीमित मात्रा में उपलब्ध है, जो कि कभी समाप्त नहीं होती।
प्रश्न 18. ऊर्जा के एक परंपरागत और एक गैर परंपरागत स्रोत का नाम बताइए ।
उत्तर – परंपरागत ऊर्जा के स्रोत जीवाश्मीय ईंधन हैं, जैसे – कोयला, पैट्रोलियम व प्राकृतिक गैस आदि । जीवाश्म ईंधन बनने में लाखों वर्ष लगते हैं। यह ईंधन सीमित मात्रा में उपलब्ध है तथा नवीनीकृत न होने वाले स्रोत हैं। जीवाश्म बहुत पहले समय में मिलने वाले जीवों के अवशेष हैं तथा जीवाश्म ईंधन जो वृक्ष, पेड़ आदि जमीन में दब गए थे, उनसे बने हैं। जीवाश्म ईंधन को खानों से खोदकर निकाला जाता है। गैर-परंपरागत ऊर्जा के स्रोत -सूर्य, जल, हवा, ज्वारीय तथा बायोमास ऊर्जा हैं, जो कि असीमित मात्रा में उपलब्ध हैं।
प्रश्न 19. तीन जीवाश्यीय ईंधनों के नाम बताइए ।
उत्तर – तीन जीवाश्मीय ईंधन-कोयला, पैट्रोलियम व प्राकृतिक गैस हैं।
प्रश्न 20. बायोडीजल प्रदान करने वाले एक पौधे का नाम बताइए |
उत्तर- जट्रोफा, कैलोफिलम, हीविया (रबर) बायोडीजल प्रदान करने वाले पौधे हैं।
प्रश्न 21. (क) बायोमास व (ख) बायोगैस से आप क्या समझते हो ?
उत्तर – बायोमास पौधों का पदार्थ है जबकि बायोगैस एक ईंधन के रूप में प्रयोग में आने वाली गैस है, जिसमें CH4 उपस्थित है और जो कि अवायवीय बैक्टीरिया की जैविक अपशिष्टों पर क्रिया से बनती है, जैसे- गोबर गैस ।
प्रश्न 22. उन दो रासायनिक पदार्थों के नाम बताइए । जिन्हें ‘बायोफ्यूल’ (जैव ईंधन) कहा जाता है ?
उत्तर- इथेनाल व मीथेन को बायोफ्यूल कहा जाता है, क्योंकि ये पौधों से अथवा बैक्टीरिया से प्राप्त होते है और दोनों ही जैविक जीव हैं।
प्रश्न 23. आप घर में कार्य क्षेत्र में व यातायात के क्षेत्र में ऊर्जा कुशाग्रता की बढ़ोतरी कैसे करने में लगे हैं? प्रत्येक श्रेणी को दो अंक दीजिए ।
उत्तर- घर में – बिजली को व्यर्थ नहीं करना चाहिए। पंखा, AC आदि को स्विच ऑफ (बंद) कर दें, जब वे प्रयोग में नहीं हों। एक ही स्थान पर बैठकर कार्य करें, गैस बचत वाले चूल्हों का प्रयोग करें, जलाने के लिए पेड़ों की केवल सूखी शाखाएँ ही काटें। कार्य क्षेत्र में लोग ऑफिस जाने के लिए कार पूल का प्रयोग करें। जब पंखा, बत्ती आदि उपयोग में न हों तो उन्हें स्विच ऑफ कर दें। CFL का प्रयोग करें व कम्प्यूटर को तब स्विच ऑफ कर दें, जब उसका प्रयोग न हो रहा हो। यातायात में निजी वाहनों के स्थान पर सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग करें। गाड़ी की गति को 50-60 किमी./घंटा की रफ्तार तक कायम रखें। ट्रैफिक सिग्नल पर वाहन के ईंधन को खुला रखने की बजाय बंद कर दें।