NIOS Class 10 Arthashastra Chapter 12. बाजार

NIOS Class 10 Arthashastra Chapter 12. बाजार

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NIOS Class 10 Economics Chapter 12 Solution – बाजार

प्रश्न 1. बाजार की परिभाषा लिखिये ।
उत्तर- बाजार का अर्थ है किसी विशिष्ट क्षेत्र में उस व्यवस्था से जिसके द्वारा क्रेता और विक्रेता प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से वस्तुओं को खरीद-विक्रय करते हैं।

प्रश्न 2. पूर्ण प्रतियोगिता की परिभाषा लिखिये ।
उत्तर – पूर्ण प्रतियोगिता एक ऐसी बाजार व्यवस्था है, जिसमें कई फर्में एक ही उत्पाद बेचती हैं। इस बाजार में फर्मों का आना-जाना स्वतंत्र है। विक्रेता और विक्रेता दोनों को बाजार की स्थिति का पूरा पता है।

प्रश्न 3. एकाधिकार की परिभाषा लिखिये ।
उत्तर- ‘Monopoly’ शब्द की उत्पत्ति दो ग्रीक शब्दों ‘MONOS’ तथा ‘POLUS’ से हुई है। ‘Monos’ का अर्थ है ‘एक’ तथा ‘Polus’ का अर्थ है ‘विक्रेता ‘। इसलिए ‘Monopoly ‘ शब्द का अर्थ है – एक विक्रेता । एकाधिकार बाजार की ऐसी संरचना है, जिसमें किसी वस्तु का समस्त उत्पादन करने वाली एक ही फर्म होती है तथा एकाधिकारी द्वारा बेची जाने वाली वस्तु की कोई निकट स्थानापन्न वस्तु नहीं होती ।

प्रश्न 4. फुटकर बाजार तथा थोक बाजार में भेद कीजिये ।
उत्तर- वितरण के माध्यम और वस्तुओं की विक्रय की जाने वाली मात्रा के आधार पर बाजार को दो भागों में विभवत किया जाता है- थोक बाजार तथा फुटकर बाजार ।

थोक बाजार – थोक विक्रेता, उपभोक्ताओं की अपेक्षा मुख्यतः संस्थाओं तथा फुटकर विक्रेताओं को सामान बेचते हैं। थोक बाजार तब होता है जब बड़े पैमाने पर माल का लेन-देन होता है। थोक विक्रेता अक्सर छोटी मात्रा में सामान नहीं बेचते। ये अक्सर फुटकर विक्रेताओं को सामान बेचते हैं। थोक विक्रेता विनिर्माताओं और ग्राहकों के बीच एक महत्वपूर्ण पुल हैं; जैसे-बड़े-बड़े स्टॉकिस्ट |

फुटकर बाजार – फुटकर बिक्री में दुकानदार भौतिक वस्तुओं अथवा व्यावसायिक माल को छोटी-छोटी मात्राओं में खरीदारों को प्रत्यक्ष उपभोग के लिए बेचते हैं, जैसे किसी डिपार्टमेंटल स्टोर में। फुटकर बाजार में उत्पादों को छोटी मात्रा में बेचा जाता है। फुटकर विक्रेता अक्सर अंतिम ग्राहकों को उत्पाद बेचते हैं।

प्रश्न 5. पूर्ण प्रतियोगिता की विशेषताओं की व्याख्या कीजिये ।
उत्तर – प्रतियोगिता बाजार की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
(क) विक्रेताओं एवं क्रेताओं की बड़ी संख्या – पूर्ण प्रतियोगिता बाजार में वस्तुओं तथा उत्पादों के क्रय-विक्रय हेतु बड़ी आवासीय कॉलोनियों के पास स्थित है, और फुटकर विक्रेता को ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए दुकानों की सजावट पर अधिक खर्च करना पड़ता है।

(ख) समान प्रकार के उत्पाद– पूर्ण प्रतियोगिता बाजार में बेचने के लिए प्रस्तुत उत्पादन या वस्तु की प्रकृति और आकार सामान्यतः एक ही होते हैं। इसलिए प्रस्तुत उत्पाद एक-दूसरे के स्थानापन्न हैं; जैसे-टाटा चाय ।

(ग) प्रवेश व बहिर्गमन की स्वतंत्रता – पूर्ण प्रतियोगिता बाजार में प्रवेश एवं बहिगर्मन की पूर्ण स्वतंत्रता होती है अर्थात विद्यमान विक्रेता और उत्पादकों को बाजार में प्रवेश करने न छोड़ने पर कोई प्रतिबंध नहीं होता ।

(घ) सामान्य लाभ – बाजार में एक समान वस्तुओं की उपलब्धता तथा पूर्ण स्थानापन्न वस्तुओं की विद्यमानता के कारण सभी विक्रेताओं को सामान्य लाभ प्राप्त होते हैं।

(ङ) पूर्ण ज्ञान – पूर्ण प्रतियोगिता बाजार में क्रेता या उपभोक्ताओं को बाजार में विद्यमान उत्पादों के सन्दर्भ में पूर्ण ज्ञान होता है, जिससे विक्रेता क्रेताओं से मनमाना मूल्य वसूल नहीं कर पाते।

(च) कीमत स्वीकारक – पूर्ण प्रतियोगिता बाजार में सभी विक्रेताओं की बाजार में प्रचलित कीमतों को स्वीकार करना पड़ता है।

प्रश्न 6. एकाधिकार की विशेषताओं की व्याख्या कीजिए ।
उत्तर- एकाधिकार की विशेषताएं
(क) एक फर्म – ऐसे बाजार में एकमात्र उत्पादक है एकाधिकारी। उसके खिलाफ कोई नहीं है। वह एकमात्र विक्रेता है, इसलिए पूरे बाजार पर नियंत्रण रखता है।

(ख) वस्तु का कोई निकट स्थानापन्न न होना— एकाधिकार में उत्पादित वस्तु के निकट स्थानापन्न नहीं होते हैं। निकट स्थानापन्न से अभिप्राय उसी प्रयोग में आने वाली अन्य समान वस्तुओं से है। एकाधिकारी किसी विशेष बाजार में वस्तु की समस्त मात्रा का उत्पादन करता है; जैसे बिजली या जल आपूर्ति विभाग |

(ग) कीमत निर्धारक – एकाधिकारी बाजार में वस्तु की कीमत निर्धारित करता है क्योंकि कोई दूसरा विक्रेता उसकी कीमत को चुनौती नहीं देता। एकाधिकारी को लोगों का आक्रोश या विद्रोह रोक सकता है, इसलिए वह अपने उपभोक्ताओं से मनमाना मूल्य वसूल सकता है।

(घ) नई फर्म के प्रवेश पर रोक– नई फर्मों को इसमें बाजार में प्रवेश करके विक्रेता को चुनौती देना कठिन होता है क्योंकि फर्म या अकेला विक्रेता दोनों एकाधिकार में होते हैं।

(च) अधिकतम लाभ – एकाधिकारी का उद्देश्य अधिकतम लाभ कमाना होता है।

प्रश्न 7. क्या आप सोचते हैं कि फुटकर विक्रेता बेची जाने वाली वस्तुओं के स्थान तथा उनकी प्रस्तुति के बारे में चिंतित होता है? यदि हाँ, तो क्यों ?
उत्तर – हाँ, यह सत्य है कि फुटकर विक्रेता बेची जानी वाली वस्तुओं के स्थान तथा उनकी प्रस्तुति के बारे में चिंतित होता है, क्योंकि वस्तु और सेवाओं के वितरण के माध्यमों में फुटकर विक्रेता की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है। प्रायः फुटकर विक्रेता हेतु बिक्री सम्बन्धी दुकानें आवासीय कॉलोनियों के समीप स्थित होती हैं तथा उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए फुटकर विक्रेता को दुकानों की बनावट तथा सजावट पर अधिक व्यय करना पड़ता है।

बाजार के अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न

प्रश्न 2. थोक विक्रेताओं के दो प्रकार बताइए ।
उत्तर- थोक विक्रेता दो प्रकार के होते हैं-
1. उत्पादक थोक विक्रेता ।
2. मध्यवर्ती थोक विक्रेता ।

प्रश्न 3. फुटकर विक्रेताओं के दो प्रकार लिखिए
उत्तर- फुटकर विक्रेता निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं-
1. उत्पादक फुटकर विक्रेता और
2. मध्यवर्ती फुटकर विक्रेता ।

प्रश्न 4. उत्पादक फुटकर विक्रेता के कुछ उदाहरण दीजिए ।
उत्तर- उत्पादक फुटकर विक्रेताओं के निम्नलिखित उदाहरण हैं – मिठाई बेचने वाले, जलपान गृह, पान की दुकानें, फेरी वाले आदि।

प्रश्न 5. वस्तुएँ उपभोक्ताओं तक किस प्रकार पहुँचती हैं ? स्पष्ट कीजिए – विनिर्माता थोक विक्रेता फुटकर विक्रेता उपभोक्ता ।
उत्तर- एक उत्पादक खुदरा व्यापारी है जब वह अपने उत्पादों को स्वयं बेचता है। लेकिन बड़ी उत्पादक कंपनियां आम तौर पर अपने उत्पाद सीधे नहीं बेचतीं। वह थोक खरीदारों को अपने सामान बेचती है। उसके नियुक्त व्यापारी देश भर में हैं। ये सीधे माल खरीदते हैं और इसे स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों को बेचते हैं। इसका प्रयोग सेवाओं पर नहीं होता; यह उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की तरह है, जैसे डॉक्टरों और वकील की सेवाएं। सेवा उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच नहीं होती, बल्कि वस्तुओं के उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच होती है।

प्रश्न 6. अर्थशास्त्र की दृष्टि से बाजार क्या है ?
उत्तर- अर्थशास्त्र में बाजार का आशय उस संपूर्ण क्षेत्र से है, जहां क्रेता और विक्रेता एक दूसरे के संपर्क में आते हैं। बाजार में क्रय और विक्रय की प्रक्रियाएं साथ-साथ होती हैं।

प्रश्न 7. सरकार बाजार पर नियंत्रण क्यों लगाती है ?
उत्तर- सरकार बाजार पर नियंत्रण रखती है, जिससे क्रेताओं और विक्रेताओं के हितों को सुरक्षा मिलती है। आम सरकार बाजार पर नियंत्रण रखती है जब वस्तुओं की कीमतें अत्यधिक बढ़ती हैं और वस्तुओं की कमी होती है। ऐसी स्थिति में सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली द्वारा वस्तुओं को निश्चित कीमतों पर खरीदकर उन्हें निजी विक्रेताओं से बेच सकती है।

प्रश्न 8. विक्रेता क्रेताओं को किस प्रकार आकर्षित करने का प्रयास करते हैं?
उत्तर- (i) वस्तुओं की कीमतें निश्चित करके ।
(ii) वस्तु की किस्म में सुधार करके ।
(iii) क्रेताओं को अच्छी सेवाएं प्रदान करके ।

प्रश्न 9. बाजार की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए ।
उत्तर- बाजार की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं-
(क) वस्तु अर्थात कोई वस्तु होनी चाहिए, जिसकी मांग की जा रही है तथा जिसका विक्रय हो रहा है।
(ख) क्रेता तथा विक्रेता अर्थात वस्तु के क्रेता तथा विक्रेता होने चाहिए।
(ग) सम्पर्क अर्थात क्रेताओं तथा विक्रेताओं के बीच सम्पर्क होना चाहिए ।

प्रश्न 10. वास्तविक विश्व ने बाजार की संरचना को पूर्ण रूप से परिवर्तित कर दिया है। स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर – वास्तविक जीवन में, विज्ञापन और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नवाचार ने बाजार को पूरी तरह बदल दिया है। आजकल बाजार में एक ही प्रकार की वस्तुओं की कई श्रेणियां उपलब्ध हैं। प्रत्येक विक्रेता उपभोक्ताओं को आकर्षित करने का प्रयास करता है, वस्तु की गुणवत्ता, प्रकृति तथा आकार में बदलाव करके, जिसमें गारंटी शब्द का भी कोई स्थान नहीं है। विशेष रूप से, आधुनिक विज्ञापन युग ने बाजार की व्यापक संरचना को बदल दिया है। समाचार पत्र, रेडियो, टीवी आदि माध्यमों से उपभोक्ताओं को बाजार में उपलब्ध उत्पादों की पूरी जानकारी मिलती रहती है, इसलिए इस प्रक्रिया में वास्तविक दुनिया में पूर्ण एकाधिकार या पूर्ण प्रतिस्पर्धा की स्थिति नहीं होती।

प्रश्न 11. ऑनलाइन बाजार अथवा ऑनलाइन खरीदारी से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स और इंटरनेट जैसे माध्यमों ने नव-प्रवर्तन के इस नवीन युग में बाजार के बड़े क्षेत्र को छोटा कर दिया है। आज हम कई उत्पादों को घर बैठे ऑनलाइन बाजार से खरीद सकते हैं। इससे समय और हमारी क्षमता बचती हैं। उपभोक्ताओं को ऑनलाइन दुकान पर खरीदने के लिए कई विकल्प मिलते हैं, जैसे चेक, डेबिट कार्ड आदि। वस्तुओं और सेवाओं की सप्लाई, डाऊनलोडिंग, इन्स्टोर पिकिंग, आदि के माध्यम से की जाती है जब भुगतान स्वीकृत हो जाता है।

प्रश्न 13. विक्रय का स्वरूप किस बात पर निर्भर करता है?
उत्तर – विक्रय का स्वरूप उत्पादक और वास्तविक उपभोक्ताओं के बीच मध्यवर्ती विक्रेता है या नहीं इस बात पर निर्भर करता है।

प्रश्न 14. हमारे आस-पास के अधिकतर विक्रेता किस श्रेणी के होते हैं?
उत्तर- हमारे आस-पास के अधिकतर विक्रेता घरेलू विक्रेता श्रेणी के होते हैं।

प्रश्न 15. फुटकर व्यापारी किस प्रकार उपयोगी हैं? लिखिए |
उत्तर- फुटकर व्यापारी उपभोक्ताओं को बहुत अच्छा लगता है। ये लोग ही वस्तुओं को उपभोक्ताओं को देते हैं, इसलिए वे उत्पादकों और थोक विक्रेताओं के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। कुछ उत्पादक सीधे ग्राहकों को उत्पाद बेचते हैं। उत्पादक इस तरह फुटकर विक्रेता के बिना अपना उत्पाद नहीं बेच सकते। इसलिए ये ग्राहक दोनों के लिए फायदेमंद हैं।

प्रश्न 16. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही और कौन-सा कथन गलत है ?
1. थोक विक्रेता और कमीशन एजेंट विक्रेताओं के दो उदाहरण हैं।
2. एक विक्रेता विक्रय के बदले में कीमत की आशा करता है।
3. विक्रय का प्रमुख कारण यह है कि वस्तु के उत्पादक एक-आध जगह पर होते हैं, जबकि उपभोक्ता पूरे भू-भाग में फैले होते हैं। हैं।
4. अधिकतर निर्माता उपभोक्ताओं को सीधे ही वस्तुएं बेचते
उत्तर- 1. सही ; 2. सही; 3. सही; 4. गलत ।

प्रश्न 17. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही और कौन-सा कथन गलत है ?
1. सभी विक्रेताओं का हमेशा एकमात्र उद्देश्य लाभ कमाना होता है।
2. विक्रेताओं को अधिक लाभ कमाने के लिए अधिक वस्तुओं का विक्रय करना चाहिए ।
3. उत्पादक को बाजार में अपने नए उत्पादन को लोकप्रिय बनाने के लिए लाभ कमाने पर कम और बिक्री पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
4. सहकारी संस्थाओं का उद्देश्य अधिकतम लाभ कमाना होता है।
उत्तर- 1. सही; 2. गलत; 3. सही; 4. गलत ।

प्रश्न 18. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही और कौन-सा कथन गलत है?
1. थोक विक्रेता अधिक मात्रा में वस्तुओं को बेचते हैं।
2. वितरक उत्पादकों से स्वतंत्र खरीदार के रूप में वस्तुएं खरीदते हैं।
3. निजी क्लिनिक ‘उत्पादक फुटकर विक्रेता’ का उदाहरण हैं।
4. फुटकर विक्रेता हमेशा अन्य विक्रेताओं से वस्तुएं खरीदते हैं।
उत्तर- 1. सही ; 2. गलत 3. सही; 4. सही ।

प्रश्न 19. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही और कौन-सा कथन गलत है ?
1. यदि उत्पादक अपनी वस्तुएं थोक व्यापारी को बेचते हैं जो आगे फुटकर विक्रेता को बेचते हैं, तो इसमें उत्पादक और उपभोक्ताओं के बीच दो मध्यवर्ती विक्रेता होते हैं।
2. बड़े पैमाने के उत्पादन में प्रायः दो मध्यवर्ती विक्रेताओं की आवश्यकता होती है।
3. उन उपभोक्ता वस्तुओं में जिनमें ‘बिक्री के बाद सेवा’ की आवश्यकता होती है, एक से अधिक मध्यवर्ती विक्रेता का स्वरूप पाया जाता है।
4. सेवाओं के विक्रय में कम से कम एक मध्यवर्ती विक्रेता की आवश्यकता होती है।
उत्तर- 1. सही ; 2. सही; 3. गलत 4. सही ।

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