NIOS Class 10 Social Science Chapter 26 पर्यावरणीय क्षरण तथा आपदा प्रबंधन

NIOS Class 10 Social Science Chapter 26 पर्यावरणीय क्षरण तथा आपदा प्रबंधन

NIOS Class 10 Social Science Chapter 26 पर्यावरणीय क्षरण तथा आपदा प्रबंधन Solution – NIOS कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों के लिए जो अपनी क्लास में सबसे अच्छे अंक पाना चाहता है उसके लिए यहां पर एनआईओएस कक्षा 10th सामाजिक विज्ञान अध्याय 26. (पर्यावरणीय क्षरण तथा आपदा प्रबंधन) के लिए समाधान दिया गया है. इस NIOSClass 10 Social Science Chapter 26. Environmental Degradation and Disaster Management की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है. इसे आप अच्छे से पढ़े यह आपकी परीक्षा के लिए फायदेमंद होगा .हमारी वेबसाइट पर NIOS Class 10 Social Science के सभी चेप्टर के सलुसन दिए गए है .

NIOS Class 10 Social Science Chapter 26 Solution – पर्यावरणीय क्षरण तथा आपदा प्रबंधन

प्रश्न 1. पर्यावरण से क्या तात्पर्य है ? उदाहरण की मदद से इसे स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर– पर्यावरण हमारे आसपास के सभी चीजें, वस्तुएँ और परिस्थितियां हैं। इसमें सभी जीवित और निर्जीव शामिल हैं। उदाहरण के लिए, हम जिस स्थान पर रहते हैं, वहाँ की सड़कें, आसपास के लोग, शॉपिंग मार्केट, स्कूल, अस्पताल पार्क आदि पर्यावरणीय पहलू हैं।
,
प्रश्न 2. विकास के आधार पर पर्यावरण को वर्गीकृत कीजिए। उन्हें अपने परिवेश से उदाहरण देकर समझाइए |
उत्तर – विकास की दृष्टि से पर्यावरण दो प्रकार का होता है: प्राकृतिक और मानव निर्मित। प्राकृतिक पर्यावरण में सब कुछ आजैविक और जीवित होता है। इसमें आवास स्थान की भौतिक विशेषताएं, जलवायु और जीवों की प्रजाति भी शामिल हैं। मानव निर्मित पर्यावरण में मकान, उद्योग, स्कूल, सड़क, उपकरण, पुल, पार्क आदि शामिल हैं।

प्रश्न 3. पर्यावरण प्रकृति में गतिशील है और बदलता रहता है। उदाहरण देकर इस कथन की पुष्टि कीजिए।
उत्तर – पर्यावरण निरंतर बदलता रहता है। जैविक और अजैविक दोनों घटक बदलते हैं। पर्यावरण हर समय और हर जगह बदलता रहता है। आज हिमालय के स्थान पर सागर था। हिमालय भी सौ वर्ष पहले की तरह नहीं है। रेगिस्तानी और मैदानी क्षेत्र समुद्री और पहाड़ी क्षेत्रों से अलग हैं और आज से ३०-४० वर्ष पहले भी कुछ बदलाव हुआ होगा। मानव पर्यावरण भी विकसित होता रहता है पुराने गाँव आज नगर हैं, लेकिन आज की सुविधाएँ पहले नहीं थीं। इन सुविधाओं में भी निरंतर बदलाव हो रहे हैं।

प्रश्न 4. पर्यावरण के महत्व की संक्षेप में चर्चा कीजिए।
उत्तर– पर्यावरण से ही हम अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जल, वायु, मिट्टी, वनस्पति, खनिज पदार्थ आदि करते हैं। पर्यावरण ही हमें जीवन देता है तथा हमारी रक्षा करता है। अतः पर्यावरण हमारे लिए महत्त्वपूर्ण एवं अनिवार्य हैं।

प्रश्न 5. पर्यावरण क्षरण को परिभाषित कीजिए। पर्यावरण क्षरण के काराकों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर- पर्यावरण क्षरण को जल, वायु, भूमि, वन, खनिजों और अन्य पर्यावरण घटकों का अतिदोहन करने और उद्योगों और अन्य कार्यों से प्रदूषण फैलाने से पर्यावरण की उपयोगिता कम हो जाती है। पर्यावरण क्षरण के कई कारक हैं, जिनमें बढ़ती जनसंख्या, औद्योगिकीकरण, जीवन शैली और वन की कमी शामिल हैं।
·
प्रश्न 6. पर्यावरण को क्षरण से बचाने के लिए तीन उपाय सुझाइए |
उत्तर- पर्यावरण को क्षरण से बचाने के उपाय-
(i) अधिक से अधिक वन लगाना।
(ii) उद्योगों से निकलने वाले धुएँ की मात्रा कम करना ।
(iii) अपशिष्टों का उचित निपटान
(iv) आवश्यकताओं को कम करना।
(v) संसाधनों का पुनर्चक्रण करना आदि।

प्रश्न 7. मनुष्य के किन्हीं दस कार्यकलापों की सूची बनाइए जिनसे वह पर्यावरण का क्षरण कर रहा है।
उत्तर- मनुष्य उद्योगों के लिए खनिजों का दोहन, वाहनों और उद्योगों के लिए जीवश्म ईंधनों का प्रयोग, अपशिष्टों को नदियों और समुद्रों में बहाना, वनों की अत्यधिक कटाई चराई, ईंधन के लिए लकड़ी का प्रयोग, प्लास्टिक सामानों का प्रयोग कर उन्हें ऐसी ही फेंक देना, रेफ्रिजरेटर, एसी, वाहनों का अत्यधिक प्रयोग आदि कार्यों के कारण पर्यावरण का क्षरण हो रहा है तथा आपदाएँ बढ़ रही हैं।

प्रश्न 8. उत्पत्ति के आधार पर आपदाओं का वर्गीकरण कीजिए।
उत्तर– आपदाएँ दो प्रकार की होती हैं: प्राकृतिक या मानवनिर्मित। प्राकृतिक आपदाओं में मनुष्य की भूमिका नहीं होती, हालांकि उसका व्यवहार उन्हें प्रभावित करता है, लेकिन नियंत्रित नहीं कर सकता। प्राकृतिक आपदाओं में बाढ़, सूखा, भूकंप, सूनामी, चक्रवात और भूस्खलन शामिल हैं। गैस रिसाव, आग लगने वाले उद्योगों, आदि मानव निर्मित आपदाएँ हैं।

प्रश्न 9. आपदा प्रबन्धन का क्या अर्थ है ? हम आपदाओं के प्रतिकूल प्रभाव को कैसे कम कर सकते हैं?
उत्तर– प्राकृतिक एवं मानव निर्मित आपदाओं के प्रभाव एवं बारंबारता को कम करना तैयारी करना, आपातकालीन सेवाओं को तैयार करना तथा आपदा के बाद पुनरुत्थान के कार्य करना ही आपदा प्रबंधन है। उचित नियोजन एवं तैयारी द्वारा आपदाओं के प्रतिकूल प्रभाव को कम किया जा सकता है।

इस पोस्ट में आपको nios class 10 social science chapter 26 question answer Nios class 10 social science chapter 26 solutions Nios class 10 social science chapter 26 pdf download Nios class 10 social science chapter 26 notes nios class 10 social science pdf nios class 10 social science notes pdf एनआईओएस कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान समाधान अध्याय 26 पर्यावरण क्षरण और आपदा प्रबंधन से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है यह प्रश्न उत्तर फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top