NIOS Class 10 Home Science Chapter 4 भोजन पकाने की विधियां

NIOS Class 10 Home Science Chapter 4 भोजन पकाने की विधियां

NIOS Class 10 Home Science Chapter 4 भोजन पकाने की विधियां – आज हम आपको एनआईओएस कक्षा 10 गृह विज्ञान पाठ 4 भोजन पकाने की विधियां के प्रश्न-उत्तर (Method of cooking food Question Answer) के बारे में बताने जा रहे है । जो विद्यार्थी 10th कक्षा में पढ़ रहे है उनके लिए यह प्रश्न उत्तर बहुत उपयोगी है. यहाँ एनआईओएस कक्षा 10 गृह विज्ञान अध्याय 4 (भोजन पकाने की विधियां) का सलूशन दिया गया है. जिसकी मदद से आप अपनी परीक्षा में अछे अंक प्राप्त कर सकते है. इसलिए आप NIOSClass 10th Home Science 4 भोजन पकाने की विधियां के प्रश्न उत्तरोंको ध्यान से पढिए ,यह आपकी परीक्षा के लिए फायदेमंद होंगे.

NIOS Class 10 Home Science Chapter 4 Solution – भोजन पकाने की विधियां

प्रश्न 1. भोजन पकाने के चार लाभ बताएँ ।
उत्तर– भोजन निम्नलिखित कारणों से पकाया जाता है-

1. पकाया गया भोजन सुपाच्य है – पकाया हुआ भोजन नरम हो जाता है, इसलिए आसानी से चबाया व निगला जा सकता है। इस नरम भोजन में भोजन को पचाने वाले रस आसानी से मिलते हैं। इसलिए भोजन हमारे लिए ठीक है।

2. भोजन को पकाने से रंग-रूप, स्वाद-सुगंध और आकर्षण में सुधार होता है— भोजन को पकाने से उसका स्वाद व सुगंध बढ़ता है और उसका रंग व रूप बदलता है।

3. एक ही भोज्य पदार्थ को पकाकर अलग-अलग व्यंजन बनाए जा सकते हैं- पका हुआ भोजन खाने को विविध बनाता है। पका हुआ भोज्य पदार्थ बहुत कुछ व्यंजन बना सकता है।

4. भोजन को पकाने से अधिक समय तक सुरक्षित रखने की क्षमता मिलती है— भोजन को पकाने से नष्ट करने वाले जीवाणु मर जाते हैं, जिससे इसे अधिक समय तक रखा जा सकता है। गुंथा हुआ आटा कुछ समय बाद खराब हो जाता है, लेकिन रोटी अधिक समय तक रह सकती है।

5. भोजन को पकाने से सुरक्षित और कीटाणुरहित बनाया जा सकता है— क्योंकि उसमें हानिकारक जीवाणु होते हैं, कच्चा भोजन खराब हो जाता है। भोजन पकते समय नष्ट हो जाता है। जीवाणुओं को पकाकर मार देने से भोजन कीटाणुरहित और सुरक्षित होता है। दूध में जीवाणु भी हैं, जो उबालने से मर जाते हैं।

प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रक्रिया के लिए भोजन पकाने की दो विधियों के नाम बताएँ-
(i) लंबे समय तक पकाना
(ii) कम समय तक पकाना
उत्तर- (i) (क) धीमी आँच पर पकाना।
(ख) शुष्क ताप विधि द्वारा पकाना।

(ii) (क) प्रेशर कुकर द्वारा पकाना।
(ख) माइक्रोवेव द्वारा पकाना।

प्रश्न 3. डोल्मा ने अपने लिए पत्तागोभी का सलाद तैयार किया, जबकि मोहन ने अपने लिए पत्तागोभी की सब्जी पकाई है। इनमें से किसकी पत्तागोभी से अधिक विटामिन प्राप्त होंगे?
उत्तर- डोल्मा की पत्तागोभी के सलाद में ज्यादा विटामिन मिलेंगे।

प्रश्न 4. सरस्वती अपनी रसोई में पालक पका रही है। उसने पालक को महीन काटा, उसे अच्छी तरह से धोया और खुले बर्तन में हल्का तला। क्या आपको लगता है कि उसने सही विधि से भोजन को पकाया है? अपने उत्तर के तर्क में कारण दीजिए।
उत्तर– नहीं, सही विधि का प्रयोग नहीं किया गया है। पालक को कभी काटकर नहीं धोना चाहिए क्योंकि इससे उसके पोषक तत्त्व निकल जाते हैं। सारे पोषक तत्व इससे बाहर निकल जाते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों को हल्के पानी में या बिना पानी के उबालना चाहिए। इनके पोषक तत्व तलने से बाहर निकल जाते हैं।

प्रश्न 5. निम्नलिखित प्रक्रियाएँ किस प्रकार भोजन के पोषक तत्त्वों में सुधार करती हैं-
(क) किण्वन ( Fermentation)
(ख) अंकुरण (Germination)
उत्तर- किण्वन- किण्वन एक प्रक्रिया है, जिसमें खाद्य पदार्थ में कुछ छोटे जीवाणु डाल दिए जाते हैं। वे खाद्य पदार्थ में पहले से मौजूद पौष्टिक तत्त्वों को सरल और अधिक प्रभावी रूप से बदलते हैं और साथ ही अन्य तत्त्वों का उत्पादन भी करते हैं। किण्वित खाद्य पदार्थों में दही, डबलरोटी, ढोकला, इडली आदि शामिल हैं । किण्वन निम्नलिखित कार्यों में उपयोगी है:

(i) खाद्य पदार्थ की पाचन क्षमता-
(a) सूक्ष्म जीवाणु प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट को छोटे-छोटे कणों में विभाजित करते हैं, जो आसानी से पच जाते हैं।

(b) किण्वन के दौरान कैल्सियम, फास्फोरस, लौह, मटर और फली जैसे खाद्य पदार्थों का स्तर बढ़ता है । शरीर इस तरह उन्हें आसानी से अवशोषित कर लेता है।

(ii) किण्वित खाद्य पदार्थ नरम होते हैं और छोटे-बड़े लोगों को पसंद आते हैं। किण्वित (खमीरयुक्त) आटा बर्बाद करना नहीं चाहिए। नमक और अजवायन मिलाकर खमीरी रोटी बना सकते हैं। विवरण— थोड़े से पानी में दाल या अनाज भिगोने से उसमें छोटे-छोटे अंकुर निकलते हैं, इसे अंकुरण कहते हैं।

उपयोगिता

(i) इससे भोजन पचाने की क्षमता बढ़ती है, क्योंकि

(a) प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट छोटे-छोटे कणों में विभाजित होते हैं, जिन्हें आसानी से पचाया जा सकता है

(b) अंकुरण से दालें और चने नरम हो जाते हैं । उन्हें पकाने में कम समय लगता है और आसानी से पचा जा सकता है।

(ii) खाद्य पदार्थों का पोषण मूल्य बढ़ता है बिना किसी अतिरिक्त खर्च के। अंकुरित करने से खाद्य पदार्थों में कुछ विटामिन और खनिज भी मिलते हैं । विटामिन ‘बी’ लगभग दोगुना होता है, जबकि विटामिन ‘सी’ लगभग सौ गुना होता है। सोयाबीन और राजमा की दालें पकाने से पहले कुछ घंटों के लिए पानी में भिगोने से उनमें अधिक विटामिन होते हैं।

भोजन पकाने की विधियां के अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न

प्रश्न 1 आठ तरीके सुझायें जिनसे भोजन पकाने की प्रक्रिया के दौरान पोषकों का संरक्षण किया जा सके।
उत्तर – पकाने की प्रक्रिया के दौरान पोषकों का बचाव रखना संरक्षण कहलाता है । हम निम्नलिखित विधियों से पोषक तत्त्वों का संरक्षण कर सकते हैं-

1. सब्जियों को काटने से पहले धो लीजिए, ताकि उनके विटामिन और खनिजों को बचाया जा सके। आवश्यकता से अधिक न धोएं।

2. सब्जियों का पतला-पतला छिलका ही उतारें, क्योंकि छिलके में विटामिन होते हैं।

3. सब्जियों के बड़े टुकड़े काटिए और उन्हें पकाने से पहले पकाएं। छोटे टुकड़े काटने से पोषक तत्वों की अधिक हानि होती है।

4. सब्जियाँ पानी में पकानी हो तो उबलते हुए पानी में डालें।

5. सब्जियों का बहुत छोटा छिलका निकालें।

6: पकाने के लिए उतना ही पानी प्रयोग करिए, अतिरिक्त पानी नहीं फेंकिए।

7. मीठे सोडे का उपयोग नहीं करना चाहिए। विटामिनों को बचाने के लिए इमली या नींबू का रस बेहतर है।

8. चावल पकाने के दौरान उतना ही पानी प्रयोग करिए, जितना सोख जाएगा।

9. कड़ाही या पतीले में ऐसे बर्तन पकाइए जिसमें ढक्कन अच्छी तरह फिट हो सके। बिना ढक्कन वाले बर्तन में खाद्य पदार्थ पकाने से अधिक पोषक तत्व नष्ट होंगे।

10. खाद्य पदार्थों को आवश्यकता से अधिक नहीं पकाइए, वरना कई पोषक तत्व नष्ट हो जाएंगे।

प्रश्न 2. मिश्रण किसे कहते हैं? मिश्रण के तीन लाभ लिखिए।
अथवा
मिश्रण को परिभाषित कीजिए। यह किस प्रकार पोषक सहायक है ? तत्त्वों के संवर्धन सहायक है ?
उत्तर – यह सामान्य रूप से उपलब्ध विभिन्न खाद्य समूहों से कम लागत वाले खाद्य पदार्थों का मिश्रण करके पोषण गुणवत्ता में सुधार करता है । मिश्रण निम्न काम करता है:

(i) अच्छी तरह से पोषित भोजन का सेवन
(ii) कम लागत वाले और आसानी से उपलब्ध खाद्य पदार्थों का उपयोग होगा। इससे भोजन में पर्याप्त पोषक तत्वों को बढ़ावा (iii) और पूरे परिवार को संतुलित आहार मिलता है।

प्रश्न 3. शुष्क ऊष्मा द्वारा पकाना किसे कहते हैं? दो विधियों का वर्णन करें।
उत्तर – शुष्क ऊष्मा द्वारा खाद्य पदार्थ पकाने का अर्थ है – खाद्य पदार्थ को पकाने के लिए गर्म वायु का प्रयोग करना। गर्म वायु का प्रयोग करते हुए खाद्य पदार्थों को पकाने की दो विधियां हैं-
1. सेंकना
2. भूनना

1. साफ करना: सेंकने की इस प्रक्रिया में खाद्य पदार्थ को एक बंद डिब्बे के भीतर रखा जाता है, जिसे “ओवन” कहा जाता है, और आग या बिजली द्वारा “ओवन” की वायु को गर्म किया जाता है। इस तरह गर्म वायु खाद्य पदार्थ को पकाती है ।

2. भुनना: खाद्य पदार्थ को भूनते समय सीधे गर्म तवे, गर्म बालू या आग पर रखकर पकाया जाता है। उदाहरण के लिए, आलू, मक्का, चने, बैंगन, आदि इस प्रक्रिया से भी पकाए जाते हैं ।

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