NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 18. संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया : धनराज
NCERT Solutions Class 7 Hindi (Vasant) Chapter 18 संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया धनराज – कक्षा 7 के विद्यार्थियों के लिए जो अपनी क्लास में अच्छे अंक पाना चाहता है उसके लिए यहां पर एनसीईआरटी कक्षा 7th हिंदी अध्याय 18. (संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया : धनराज) के लिए समाधान दिया गया है. इस NCERT Solutions For Class 7th Hindi Chapter 18. Sangharsh Ke Karan Mein Tunukmizaaj Ho Gaya: Dhanraj की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी अच्छे से कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है. इससे की छात्रों को तैयारी करने में किसी भी मुश्किल का सामना न करना पड़े।इस पोस्ट से आप NCERT BOOK के अध्याय 18 संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया धनराज का पूरा हल प्राप्त कर सकते है।
Textbook | NCERT |
Class | Class 7 |
Subject | Hindi |
Chapter | Chapter 18 |
Chapter Name | संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया : धनराज |
Class 7 हिंदी (वसंत) Chapter 18 संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया : धनराज
अभ्यास के सभी प्रश्नों के उजर
साक्षात्कार से
धनराज पिल्लै का यह साक्षात्कार पढ़ कर पता चलता है कि वह अत्यंत मेहनती एवं साधारण जीवन व्यतीत करने वाला व्यक्ति है। वह देखने में भी अधिक सुंदर नहीं है। हॉकी के क्षेत्र में अत्यधिक सफलता प्राप्त करने पर भी उसके मन में जरा भी अहंकार नहीं है। वह साधारण लोगों जैसा जीवन व्यतीत करता है। उसे अपनी माता के प्रति बहुत अधिक लगाव है। उसे विशेष लोगों से मिलकर बहुत खुशी प्राप्त होती है। वह स्वभाव से चिड़चिड़ा भले ही हो, किंतु दिल का बुरा नहीं है। दूसरों के प्रति उसके मन में आदर भाव है। वह दुःखी लोगों की सहायता करने के लिए सदा तत्पर रहता है।
यह कहना पूर्णतः सही है कि धनराज पिल्लै ने ज़मीन से उठकर आसमान का सितारा बनने का सफ़र तय किया है। वह एक बहुत साधारण एवं गरीब परिवार से संबंध रखता है। उसका बचपन तरह-तरह की कठिनाइयों से भरा हुआ था। उसके पास हॉकी-स्टिक खरीदने तक के पैसे नहीं थे। वह दूसरे खिलाड़ियों की हॉकी लेकर खेलता था। उसने हॉकी के खेल के क्षेत्र में इतनी अधिक मेहनत की कि वह विश्व स्तर का खिलाड़ी बन गया। अपनी मेहनत के बल पर ही उसे 1986 में सीनियर हॉकी टीम का सदस्य चुन लिया गया था। उसके बाद उसने एक के बाद एक सफलता हासिल की। आज खेल जगत में उसका नाम आदर से लिया जाता है।
धनराज पिल्लै की इस बात का अर्थ है कि उसकी माँ ने उसे यह सिखाया है कि यदि किसी को प्रसिद्धि मिल जाए तो उसे प्रसिद्धि प्राप्त करके अहंकारी नहीं बनना चाहिए। उसे इस प्रसिद्धि को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करना चाहिए। हर व्यक्ति को सदा विनम्र बना रहना चाहिए। अपनी सफलता के सामने हमें दूसरों को छोटा नहीं समझना चाहिए। विनम्र व्यक्ति को सभी सम्मान की दृष्टि से देखते हैं।
साक्षात्कार से आगे
ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह जादूगर की भाँति ही अपने हॉकी के खेल से सबको हैरान कर देता था। वह हॉकी खेलने में माहिर था। हॉकी का कोई ऐसा दाँव-पेंच नहीं था जो उन्हें न आता हो। हॉकी में उन्हें कोई मात नहीं दे सकता था।
हॉकी भारत के पुराने खेलों में से एक है। हॉकी पूरे भारतवर्ष में खेला जाता है। यह भारत के कोने-कोने में प्रसिद्ध है। भारत इस खेल में संपूर्ण विश्व में प्रथम रहा है तथा कई बार स्वर्ण पदक भी जीत चुका है। इन्हीं कारणों से हॉकी को भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाता है।
यह काम विद्यार्थी अपनी अध्यापिका/अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।
अनुमान और कल्पना
हम धनराज की इस बात से पूर्णतः सहमत हैं कि शोहरत के साथ पैसा भी आए, यह जरूरी नहीं है। प्रसिद्ध शहनाई वादक बिस्मिल्ला खाँ को देश-विदेश में शोहरत तो खूब मिली, पर उसके अनुरूप उन्हें पैसा नहीं मिला। उन्हें जीवन-भर आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
(ख) क्या आप और आपके आसपास के लोग अपनी गलतियों के लिए माफ़ी माँग लेते हैं?
(ग) माफ़ी माँगना मुश्किल होता है या माफ़ करना? अपने अनुभव के आधार पर लिखिए।
उत्तर- (क) अपनी गलतियों के लिए माफ़ी माँगना कठिन कार्य होता है क्योंकि इससे मनुष्य के अहंकार को ठेस पहुँचती है।
(ख) सब लोग अपनी गलतियों के लिए माफ़ी नहीं माँगते। ऐसा करना उनके सम्मान के खिलाफ होता है।
(ग) माफ़ करने से माफ़ी माँगना मुश्किल होता है क्योंकि माफ़ी माँगना अपनी गलती को स्वीकार करना होता है। इसके अतिरिक्त माफ़ी माँगने से मनुष्य को दूसरों के सामने झुकना पड़ता है। माफ़ी माँगने और माफ़ कर देने पर आपसी संबंध बने रह सकते हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर
1. धनराज पिल्लै किस खेल में माहिर हैं?
(A) क्रिकेट में
(B) हॉकी में
(C) फुटबॉल में
(D) वालीबॉल में
उत्तर- हॉकी में
2. धनराज पिल्लै किस राज्य के रहने वाले हैं?
(A) हरियाणा के
(B) पंजाब के
(C) महाराष्ट्र के
(D) मध्य प्रदेश के
उत्तर- महाराष्ट्र के
3. धनराज पिल्लै को हॉकी खेलने की प्रेरणा किससे मिली थी?
(A) अपने बड़े भाइयों से
(B) स्कूल अध्यापक से
(C) अपने मित्रों से
(D) अपने पिता जी से
उत्तर- अपने बड़े भाइयों से
4. धनराज पिल्लै को पुरानी हॉकी-स्टिक किसने दी थी?
(A) स्कूल के मुख्याध्यापक ने
(B) उसके बड़े भाई ने
(C) हॉकी के कोच ने
(D) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने
उत्तर- उसके बड़े भाई ने
5. धनराज का बचपन कैसा था?
(A) खुशहाल.
(B) खुशियों से भरा
(C) कठिनाइयों से परिपूर्ण
(D) सामान्य
उत्तर- कठिनाइयों से परिपूर्ण
6. धनराज पिल्लै ने जूनियर राष्ट्रीय हॉकी का मैच कब खेला था?
(A) 1985 में
(B) 1986 में
(C) 1987 में
(D) 1988 में
उत्तर- 1985 में
7. धनराज पिल्लै को सीनियर राष्ट्रीय हॉकी टीम में कब लिया गया था?
(A) 1990 में
(B) 1988 में
(C) 1987 में
(D) 1986 में
उत्तर- 1986 में
8. धनराज पिल्लै तुनुकमिज़ाजी क्यों हो गए थे?
(A) बीमारी के कारण
(B) गरीबी के कारण
(C) संघर्ष के कारण
(D) टीम में झगड़ा होने के कारण
उत्तर- संघर्ष के कारण
9. धनराज पिल्लै अपनी प्रेरणा का स्रोत किसे मानते हैं?
(A) अपनी माता को
(B) पिता को
(C) भाई को
(D) अध्यापक को
उत्तर- अपनी माता को
10. धनराज पिल्लै तुनुकमिज़ाजी होने के साथ-साथ किस स्वभाव के इंसान हैं?
(A) क्रोधी
(B) भावुक
(C) लालची
(D) स्वार्थी
उत्तर- भावुक
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