NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 1 – हम पंछी उन्मुक्त गगन के
NCERT Solutions For Class 7 Hindi Chapter 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के – बहुत से विद्यार्थी हर साल 7th की परीक्षा देते है ,लेकिन बहुत से विद्यार्थी के अच्छे अंक प्राप्त नही हो पाते जिससे उन्हें आगे एडमिशन लेने में भी दिक्कत आती है . जो विद्यार्थी 7th कक्षा में पढ़ रहे है उनके लिए यहां पर एनसीईआरटी कक्षा 7 हिंदी अध्याय 1 (हम पंछी उन्मुक्त गगन के) के लिए सलूशन दिया गया है. इस पोस्ट में आपको को कक्षा-7 का पाठ-1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के पाठ के प्रश्न-उत्तर (Hum Panchhi Unmukt Gagan Ke Question Answer) के बारे में बताने जा रहे है जो कि शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ द्वारा लिखित है। इसकी मदद से आप अपनी परीक्षा में अछे अंक प्राप्त कर सकते है. इसलिए आप Class 7th Hindi Chapter 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के प्रश्न उत्तरों को ध्यान से पढिए ,यह आपके लिए फायदेमंद होंगे.
Textbook | NCERT |
Class | Class 7 |
Subject | Hindi |
Chapter | Chapter 1 |
Chapter Name | हम पंछी उन्मुक्त गगन के |
NCERT Solutions For Class 7 हिंदी (वसंत) Chapter 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के
कविता का सार
सुप्रसिद्ध कवि शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ ने ‘हम पंछी उन्मुक्त गगन के’ कविता लिखी है। इसमें आज़ादी का महत्व बताया गया है। कवि ने पक्षियों की वाणी को सुनकर आज़ादी को गुलामी से बेहतर समझा है।
मुक्त आकाश में उड़ते हुए केवल स्वतंत्र पक्षी ही चहचहाते हैं। उन्हें पिंजरे में या दाना-पानी के लिए कटोरी में रखने से उनका प्राकृतिक रंग खो जाता है। वे बंद नहीं गाते। यदि उन्हें सोने के पिंजरे में बंद कर दिया जाए तो भी वे बाहर निकलने के लिए उसकी तीलियों से टकराकर अपने पंख तोड़ लेते हैं। बहता हुआ जल और नीम का फल उन्हें बहुत अच्छा लगता है। जब वे पिंजरे में रहते हैं, तो उनके लिए खुला आसमान, बहता पानी, पेड़ की डाल सब कुछ सपना बन जाता है। किसी से कुछ नहीं चाहिए। अगर भगवान ने उन्हें उड़ने के लिए पंख दिए हैं, तो उन्हें बाँधकर नहीं रखना चाहिए। खुले आसमान में उन्हें विचरण करने देना चाहिए।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
कविता से
उत्तर – हर प्राणी के लिए स्वतंत्रता सबसे बड़ा सुख है । जो सुख आज़ादी में है वह कहीं और नहीं है। पिंजरे में पक्षियों को सभी सुख-सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं फिर भी वे पिंजरे में बंद नहीं रहना चाहते। उन्हें खुला आसमान पसंद है । वे खुले आसमान में रहकर आज़ादी की साँसें लेना चाहते हैं । उन्हें बहता हुआ पानी, कड़वी निबौरी और आसमान की सीमा छूना पसंद है।
पक्षी उन्मुक्त रहकर बहता हुआ जल पीना चाहते हैं । उन्हें स्वादिष्ट दाने की इच्छा नहीं है। उन्हें तो नीम की निबौरी, दाना चुगकर खाने की इच्छा है। वे पेड़ों की डालों के झूलों पर झूलना चाहते हैं। खुले आसमान में उड़ते हुए पक्षियों के झुंड़ में एक-दूसरे को पछाड़ते हुए आसमान की सीमा को छूना
चाहते हैं। उनकी सबसे बड़ी इच्छा है कि उनके पंखों को खुला छोड़ दें, जिससे वे अपने मन के अनुसार उड़ सकें ।
या तो क्षितिज मिलन बन जाता / या तनती साँसों की डोरी ।
उत्तर – पक्षियों में आसमान की सीमा छूने की चाह होती है । इस चाह में वे बहुत तेज़ उड़ते हैं। वे सोचते हैं कि या तो वे आज आसमान को छू ही लेंगे या फिर मर ही जाएंगे।
कविता से आगे
(क) पक्षियों को पालना उचित है अथवा नहीं ? अपने विचार लिखिए।
(ख) क्या आपने या आपकी जानकारी में किसी ने कभी कोई पक्षी पाला है? उसकी देख-रेख किस प्रकार की जाती होगी, लिखिए ।
उत्तर – (क) पक्षियों का पालन-पोषण अनुचित है। जैसे हम एक बंद कमरे में सभी सुविधाओं से दूर नहीं रह सकते, पक्षी भी पिंजरे में खुद को खुश नहीं कर सकते। पक्षियों को पालना उचित नहीं है क्योंकि वे अपने साथी पक्षियों के साथ रहते, उड़ते, दाना चुगते और चहचहाते हैं।
(ख) हमारे पड़ोसी ने एक सफेद कबूतर पाल रखा था। सुबह उठते ही घर के बच्चे और बुजुर्ग उसके पिंजरे के पास जमा हो जाते थे। वह कबूतर सुबह उन्हें अपनी भाषा में अभिवादन करता था, और वे गूटर-गूँ कहकर जवाब देते थे। सुबह घर के मालिक ने कबूतर को पिंजरे से निकालकर उसे साफ कर दिया। पानी का बर्तन और ज्वार दाना, जो कबूतरों को बहुत पसंद है, पिंजरे में रखते थे। वे कबूतर को खुला नहीं छोड़ते थे क्योंकि वे डरते थे कि कोई बिल्ली या कुत्ता उसे पकड़ लेगा। उस कबूतर के लिए वे लोग रात भर दाना रखते थे। स्कूल से वापस आकर बच्चे कबूतर के साथ खेलते थे। वह पूरे दिन गूटर-गूँ करता रहता था। वह कबूतर सभी को पसंद था।
पक्षियों को पिंजरे में बंद करने से केवल उनकी आज़ादी का हनन ही नहीं होता, अपितु पर्यावरण भी प्रभावित होता है। पक्षी पर्यावरण को साफ़-सुथरा बनाने में सहायक होते हैं । कुछ पक्षी गले – सड़े पदार्थों और मरे हुए जानवरों को अपना आहार बनाते हैं । उनके भक्षण से पर्यावरण साफ़ हो जाता है फ़सलों को नुकसान पहुँचाने वाले कीट-पतंगों को पक्षी अपना आहार बनाते हैं, इससे फ़सलें खराब होने से बच जाती हैं । पक्षियों के द्वारा ही तरह – तरह के बीज और फूलों का पराग एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचता है। पक्षी मनुष्य को आने वाली प्राकृतिक आपदाओं से सावधान करते हैं । प्रात: काल के समय पक्षियों का कलरव वातावरण को मधुर बनाता I
अनुमान और कल्पना
हाँ, पक्षियों के लिए मानवीय जीवन-शैली और शहरीकरण की योजनाएँ खतरनाक हैं। ये योजनाएँ पक्षियों को सही जगह नहीं देतीं। नदियों पर बाँध बनाना, वृक्षों का लगातार काटा जाना और ऊँची-ऊँची इमारतें आदि ने पक्षियों को उनका प्राकृतिक आवास, जल और दाना छीन लिया है, जिसके परिणामस्वरूप पक्षियों को बहुत बड़ा संकट का सामना करना पड़ रहा है। यदि वर्तमान जीवन शैली और शहरीकरण की योजनाएँ इसी तरह चलती रहीं तो पक्षी देखने के लिए कोई जगह नहीं होगी। म्यूज़ियम ही पक्षियों को अगली पीढ़ी देख सकेगा। मानव जीवन शैली और शहरीकरण की योजनाओं को ऐसे बनाना चाहिए कि पक्षियों के जीवन को खतरा न हो। योजना बनाने से पहले प्राकृतिक परिस्थितियों को विचार करना चाहिए। इमारतों के आसपास प्राकृतिक झरने और नहरें होनी चाहिए, जिससे पक्षी जीवित रह सकें। लोगों को पक्षियों की सुरक्षा के बारे में जागरूक करना चाहिए। पक्षियों का महत्व सिर्फ जागरूक लोगों को समझ आता है। किसानों ने फसलों में अधिक कीटनाशकों और उर्वरकों का प्रयोग किया है ताकि अधिक लाभ प्राप्त हो सके । जब पक्षी उन फसलों का दाना चुगते हैं, तो वे विषैले खाद्य पदार्थ खाते हैं, जिससे वे मर जाते हैं। किसानों को पक्षियों को जीवित रखने में मदद करने के लिए उर्वरकों का उपयोग नहीं करना चाहिए। इसी तरह, औद्योगिक क्षेत्रों और कारखानों से निकलने वाला धुआँ और विषैला पानी पक्षियों को मार डालता है। उन्हें पर्यावरणीय नियमों के अनुसार चिमनियों पर फिल्टर लगाना चाहिए और विषैले पानी में ऐसे रासायनिक पदार्थ मिलाना चाहिए, जिससे पानी विषैला नहीं रहता। पक्षियों और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सरकार और हमें मिलकर काम करना चाहिए।
हम अपना घर बदलते समय उनके लिए दाना और पानी का उचित प्रबंध कर देंगे। जाते समय उस घर में रहने आए लोगों से पक्षी और उसके घोंसले की उचित देखभाल के लिए कह देंगे, जिससे उस पक्षी को रहने के लिए स्थान ढूँढ़ने के लिए कहीं जाना नहीं पड़ेगा।
इस पोस्ट में हमने आपको Class 7 Hindi Chapter 1 PDF Class 7 Hindi Chapter 1 Question answer Class 7 Hindi Vasant Chapter 1 Hum Panchi Unmukt Gagan ke हम पंछी उन्मुक्त गगन के प्रश्न उत्तर कक्षा 7 हिंदी पाठ 1 के प्रश्न उत्तर NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के Class 7 Hindi Chapter 1 Hum Panchhi Unmukt Gagan Ke Question Answer हम पंछी उन्मुक्त गगन के Notes से संबंधित पूरी जानकारी दी गई है अगर इसके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके हम से जरूर पूछें और अगर आपको यह जानकारी फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.