निर्देश : नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
छायावादी काव्य में सामाजिकता और वैयक्तिकता दोनों का स्वर था। कालांतर में वैयक्तिक अनुभूति का आग्रह रखने वाले और सामाजिकता का आग्रह रखने वाले कवियों का अंतर स्पष्ट हुआ । यहाँ यह ध्यान रखना चाहिए कि स्वाधीनता की चेतना दोनों प्रकार के कवियों में है । यहाँ तक कि ‘हालावाद’ भी एक प्रकार की ‘विरोध- कविता’ (पोयट्री ऑफ प्रोटेस्ट) है । सामाजिकता का आग्रह रखने वाले कवियों में से अधिकांश समाजवादी विचारधारा से जुड़े। इससे 1936 ई. में प्रगतिशील लेखक संघ की स्थापना के बाद प्रगतिवादी कविता का प्रवर्तन हुआ ।
(B) समाजवादी विचारधारा
(C) मनोविश्लेषणवादी विचारधारा
(D) सौंदर्यवादी विचारधारा
(C) 1926
(B) 1946
(D) 1936
(B) केवल सामाजिकता
(C) कायरता
(D) केवल वैयक्तिकता
(B) धार्मिक चेतना
(D) राजनीतिक चेतना
(C) प्रयोगवादी चेतना
(B) हालावाद
(C) प्रयोगवाद
(D) नयी कविता
(B) चतुराई
(C) अच्छाई
(D) धृष्टता
(B) आप
(C) यह
(D) हम
(B) संपत्ति
(C) धन
(D) सम्पदा
(B) होली
(D) जुलाई
(C) चढ़ाई
(B) तेजः + राशि
(C) तेजो + राशि
(D) तेज + राशि
(B) भविष्य
(C) परन्तु
(D) बाहरी
(B) संगम
(C) द्वीप
(D) प्रयाग
(B) हैं ?
(C) क्या
(D) यह लोग
(B) ग्रिम
(C) अ
(D) म
(B) कर्मधारय
(C) बहुब्रीहि
(D) अव्ययीभाव
(B) वाद्य
(C) वार्ता
(D) बाग
(B) आश्रय
(C) उपेक्षा
(D) आसन
(C) आ
(B) आशा
(D) अ
(B) पुस्टी
(C) पुष्टी
(D) पुस्टि
(C) मिठाई
(B) मुट्ठी
(D) मस्तक
इस पोस्ट में आपको DSSSB Previous Year Question Paper For PGT TGT PRT DSSSB TGT, PGT Question Paper PDF dsssb tgt previous year question papers with answers pdf dsssb pgt previous year question papers with answers pdf dsssb tgt pgt previous year question papers dsssb tgt pgt paper डीएसएसएसबी टीजीटी पीजीटी पिछला प्रश्न पत्र से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है यह प्रश्न उत्तर फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.