Class 8 Social Science Geography Chapter 3 – खनिज और शक्ति संसाधन

Class 8 Social Science Geography Chapter 3 – खनिज और शक्ति संसाधन

NCERT Solutions For Class 8th Geography Chapter 3.खनिज और शक्ति संसाधन – बहुत से विद्यार्थी हर साल 8th की परीक्षा देते है ,लेकिन बहुत से विद्यार्थी के अच्छे अंक प्राप्त नही हो पाते जिससे उन्हें आगे एडमिशन लेने में भी दिक्कत आती है .जो विद्यार्थी 8th कक्षा में पढ़ रहे है उनके लिए यहां परएनसीईआरटी कक्षा 8 भूगोल अध्याय 3 (खनिज और शक्ति संसाधन) के लिए सलूशन दिया गया है.यह जो NCERT Solutions For Class 8 Geography Mineral and Power Resources दिया गया है वह आसन भाषा में दिया है .ताकि विद्यार्थी को पढने में कोई दिक्कत न आए . इसकी मदद से आप अपनी परीक्षा में अछे अंक प्राप्त कर सकते है. खनिज और शक्ति संसाधन के बारे में जानकारी होना हमारे सामान्य ज्ञान के लिए भी महत्वपूर्ण है .इसलिए आप Class 8th Geography Chapter 3 खनिज और शक्ति संसाधनके प्रश्न उत्तरों को ध्यान से पढिए ,यह आपके लिए फायदेमंद होंगे.

पुस्तक:संसाधन एवं विकास
कक्षा:8th Class
अध्याय:Chapter 3
नाम:खनिज और शक्ति संसाधन
भाषा:Hindi

NCERT Solutions for Class 8 भूगोल (संसाधन एवं विकास) Chapter 3 खनिज और शक्ति संसाधन

अध्याय के सभी प्रश्नों के उत्तरप्रश्न

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(i) प्रतिदिन आपके उपयोग में आने वाले तीन सामान्य खनिजों के नाम बताइए।

उत्तर- (i) लोहा, (ii) कोयला, (iii) पेट्रोलियम।

(ii) अयस्क क्या है ? धात्विक खनिजों के अयस्क सामान्यतः कहाँ पाए जाते हैं ?

उत्तर- वे शैल जिनसे खनिजों का खनन किया जाता है, उन्हें अयस्क कहते हैं। अधात्विक खनिजों के अयस्क सामान्यतः पठारी क्षेत्रों में पाई जाने वाली आग्नेय तथा कायांतरित शैलों में पाए जाते हैं।

(iii) प्राकृतिक गैस संसाधनों में संपन्न दो प्रदेशों के नाम बताओ।

उत्तर- (i) जैसलमेर (राजस्थान) (ii) मुंबई (महाराष्ट्र) इसके अतिरिक्त कृष्णा और गोदावरी नदी के डेल्टा तथा त्रिपुरा में भी प्राकृतिक गैस पाई जाती है।

(iv) निम्न के लिए आप ऊर्जा के किन स्रोतों का सुझाव देंगे ?

(क) ग्रामीण क्षेत्रों
(ख) तटीय क्षेत्रों
(ग) शुष्क प्रदेशों

उत्तर- (क) ग्रामीण क्षेत्र–बायो गैस। (ख) तटीय क्षेत्र-ज्वारीय ऊर्जा, पवन ऊर्जा। (ग) शुष्क प्रदेश-सौर ऊर्जा।

(v) पाँच तरीके दीजिए जिनसे कि आप घर पर ऊर्जा बचा सकते हैं।

उत्तर- (i) आवश्यकता न होने पर बिजली से चलने वाले उपकरणों को बंद कर देना चाहिए।
(ii) बल्बों के स्थान पर सी०एफ०एल० का प्रयोग करना चाहिए।
(iii) सब्जी पकाने के लिए प्रेशर कुकर का प्रयोग करना चाहिए।
(iv) गैस स्टोव चलाने से पहले आवश्यकता की सभी चीजों को इकट्ठा करके रख लेना चाहिए।
(v) फ्रिज में रखी ठंडी सब्जियों को गर्म करने से पहले थोड़ा समय खुले में निकालकर रख देना चाहिए।

प्रश्न 2. सही उत्तर को चिह्नित कीजिए

(i) निम्नलिखित में से कौन-सी एक खनिजों की विशेषता नहीं है ?
(क) वे प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा निर्मित होते हैं।
(ख) उनका एक निश्चित रासायनिक संघटन होता है।
(ग) वे असमाप्य होते हैं।
(घ) उनका वितरण असमान होता है।
उत्तर- (ग) वे असमाप्य होते हैं।

(ii) निम्नलिखित में से कौन विश्व में ताँबे का अग्रणी उत्पादक है ?
(क) बोलीविया
(ख) चिली
(ग) घाना
(घ) जिंबाब्वे
उत्तर- (ख) चिली

(iii) निम्नलिखित प्रक्रियाओं में से कौन-सी आपके रसोईघर में द्रवित पेट्रोलियम गैस (एल०पी०जी०) को संरक्षित नहीं करेगी
(क) पकाने से पहले दाल को कुछ समय के लिए भिगोना
(ख) प्रेशर कुकर में खाना पकाना।
(ग) पकाने के लिए गैस जलाने से पूर्व सब्जी को काट लेना।
(घ) खुली कढ़ाई में कम ज्वाला पर भोजन पकाना।
उत्तर- (घ) खुली कढ़ाई में कम ज्वाला पर भोजन पकाना।

प्रश्न 3. कारण बताइए

(i) बड़े बाँधों के निर्माण से पूर्व पर्यावरणीय पहलुओं को ध्यानपूर्वक देखना चाहिए।

उत्तर- बड़े बाँधों का निर्माण करने से पारिस्थितिक संतुलन बिगड़ जाता है। बाँधों के निर्माण से भू-स्खलन तथा निम्नीकरण होता रहता है इसलिए बड़े बाँधों के निर्माण से पूर्व पर्यावरणीय पहलुओं को ध्यानपूर्वक देखना चाहिए।

(ii) अधिकांश उद्योग कोयला खानों के पास केंद्रित होते हैं।
उत्तर-अधिकांश उद्योगों को चलाने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। कोयला ऊर्जा का एक सबसे महत्त्वपूर्ण साधन है। कोयले का उपयोग विभिन्न उद्योगों को चलाने के लिए तापीय विद्युत का उत्पादन किया जाता है। कोयला एक भारी खनिज है। इसकी ढुलाई करने पर काफी खर्च हो जाता है इसलिए अधिकांश उद्योग कोयला खानों के पास केंद्रित हैं।

(iii) पेट्रोलियम को ‘काला सोना’ कहा जाता है।
उत्तर- पेट्रोलियम काले रंग का होता है और यह बहुत मूल्यवान होता है। काले द्रव को परिष्करणशालाओं के माध्यम से अनेक प्रकार के उत्पाद डीजल, पेट्रोल, मिट्टी का तेल, मोम, प्लास्टिक और स्नेहक आदि तैयार किए जाते हैं। पेट्रोलियम को काला सोना .. इसलिए कहा जाता है क्योंकि इससे बने उत्पाद बहुत मूल्यवान होते हैं।

(iv) आखनन पर्यावरणीय चिंता का विषय हो सकता है।
उत्तर- आखनन से पर्यावरण में प्रदूषण फैलता है। आखनन से भारी मात्रा में धूल उठती है जिससे आखनन के आस-पास वाले क्षेत्रों में वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। आखनन से खुले गर्त वाले खान बन जाते हैं जिससे भूमि प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है। इसीलिए आखनन पर्यावरणीय चिंता का विषय है।

प्रश्न- निम्नलिखित में अंतर स्पष्ट कीजिए –

(i) परंपरागत और गैर- परंपरागत ऊर्जा के स्त्रोत-

परंपरागत ऊर्जा के स्रोतगैर- परंपरागत ऊर्जा के स्रोत
(i) वे स्रोत जो लम्बे समय से सामान्य उपयोग में लाए जा रहे हैं| उदाहरण के लिए कोयला पेट्रोलियम |

(ii) इन स्रोतों किए भंडार सिमित हैं|

(i) वे स्रोत जो वर्ष पूर्व ही उपयोग में लाए जाने शुरू हुए हैं| उदाहरन के लिए सौर ऊर्जा , पवन ऊर्जा |

(ii) इन स्रोतों के भंडार असीमित होते हैं|

(ii) बायो गैस और प्राकृतिक गैस –

बायो गैस प्राकृतिक गैस
(i) यह मानव निर्मित संसाधन हैं|

(ii) इसका उत्पादन जैविक अपशिष्ट, जैसे मृत पौधे, जंतुओ के अवशेष, पशुओ के गोबर को बायो गैस संयंत्र में अपघटित करके किया जाता हैं|

(iii) बायो गैस खाना पकाने तथा विधुत उत्पादन का सर्वोत्तम ईंधन है|

(i) यह प्राकृतिक संसाधन हैं |

(ii) यह पेट्रोलियम निक्षेपो के साथ पाए जाते है |

(iii) इसका प्रयोग घरेलू, वाणिज्यिक ईंधन के रूप में किया जाता है |

(iii) लौह और अलौह खनिज
उत्तर-

लौह खनिज अलौह खनिज
लौह खनिज में लोहा होता हैं जैसे- अयस्क , मैगनीज,

क्रोमाईत |

अलौह खनिज में लोहा नही होता है जैसे- सोना ,चाँदी ,ताँबा ,सीसा |

(iv) धात्विक और अधात्विक खनिज
उत्तर-

धात्विक खनिज अधात्विक खनिज
धात्विक खनिज में धातु कच्चे रूप में होती हैं| लौह अयस्क ,बाँक्साइट ,मैंगनीज अयस्क धात्विक खनिज के उदाहरण है |अधात्विक खनिज में धातुएँ नही होती हैं| चुना पत्थर ,अभ्रक और जिप्सन अधात्विक खनिज हैं|

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top