Class 8 Social Science Civics Chapter 4 – कानूनों की समझ
NCERT Solutions Class 8 Social Science Civics Chapter 4 कानूनों की समझ – आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए जो अपनी क्लास में सबसे अच्छे अंक पाना चाहता है उसके लिए यहां पर एनसीईआरटी कक्षा 8th सामाजिक विज्ञान नागरिक शास्त्र अध्याय 4 (कानूनों की समझ ) के लिए समाधान दिया गया है. इस NCERT Solutions For Class 8 Social Science Civics Chapter 4 Understanding Laws की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है. अगर आप इस समाधान को PDF फाइल के रूप में डाउनलोड करना चाहते हैं तो नीचे आपको इसका डाउनलोड लिंक भी दिया गया है.
कक्षा: | 8th Class |
अध्याय: | Chapter 4 |
नाम: | कानूनों की समझ |
भाषा: | Hindi |
पुस्तक: | सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन |
NCERT Solutions For Class 8 नागरिक शास्त्र (सामाजिक एवं राजनितिक जीवन – III) Chapter 4 कानूनों की समझ
अध्याय के सभी प्रश्नों के उत्तर
उत्तर- कानून का शासन-कानून के शासन का अभिप्राय है कि सभी कानून देश के सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होते हैं। कानून से ऊपर कोई नहीं है। चाहे वह सरकारी अधिकारी हो या कोई सेठ हो और यहाँ तक कि राष्ट्रपति ही क्यों न हो। किसी भी कानून या अपराध का उल्लंघन करने पर एक सज़ा निश्चित होती है। सज़ा देने की भी एक प्रक्रिया होती है जिसमें व्यक्ति का अपराध साबित किया जाता है।
उदाहरण-हमारे गाँव को जाने वाली सड़क पर पुलिस नाका लगाकर बिना हैलमेट के वाहन चलाने वालों के चालान काट रही थी। पुलिस ने एक बीमार वृद्ध को लेकर जा रहे युवक का बिना हैलमेट के स्कूटर चलाने के कारण 200 रुपए का चालान काट दिया लेकिन तभी वहाँ से एक मोटर-साइकिल पर सवार होकर दो वर्दीधारी पुलिस वाले निकले। पुलिस ने न तो उन्हें रोका और न ही उनका चालान काटा। इस प्रकार कानून का खुला उल्लंघन हुआ।
उत्तर- प्राचीन भारत में असंख्य स्थानीय कानून थे। प्रायः एक जैसे मामले में कई तरह के स्थानीय कानून लागू होते थे। प्रायः माना जाता है कि भारत में कानून का शासन अंग्रेज़ों ने शुरू किया था लेकिन इसके विरोध में इतिहासकारों ने अग्रलिखित तर्क दिए हैं
1. अंग्रेज़ों के कानून उनके मनमानेपन पर आधारित थे। सन् 1870 का राजद्रोह एक्ट अंग्रेज़ों के मनमानेपन का उदाहरण था। इस कानून में राजद्रोह की परिभाषा बहुत व्यापक थी। इसके अन्तर्गत अगर कोई भी व्यक्ति ब्रिटिश सरकार का विरोध या आलोचना करता था तो उसे मुकद्दमा चलाए बिना ही गिरफ्तार किया जा सकता था। .
2. ब्रिटिश भारत में कानूनी मामलों के विकास में भारतीय राष्ट्रवादियों ने एक अहम भूमिका निभाई थी।
उत्तर- घरेलू हिंसा का अर्थ-जब परिवार का कोई पुरुष सदस्य (आमतौर पर पति) घर की किसी औरत (आमतौर पर पत्नी) के साथ मारपीट करता है, उसे चोट पहुँचाता है, या मारपीट अथवा चोट पहुँचाने की धमकी देता है तो इसे घरेलू हिंसा कहा जाता है। औरत को यह नुकसान भावनात्मक शोषण या शारीरिक मारपीट के कारण पहुँच सकता है। यह शोषण मौखिक, यौन या फिर आर्थिक शोषण भी हो सकता है।
घरेलू हिंसा कानून का निर्माण- कई पतियों के द्वारा अपनी पत्नियों को बुरी तरह से पीटा जाता है। पत्नियों के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है अथवा वृद्ध महिलाओं को घर से बाहर निकाल दिया जाता है। सन् 1990 के दशक में महिला संगठनों ने घरेलू हिंसा को रोकने के लिए एक नए कानून के निर्माण की मांग उठाई। सन् 1999 में घरेलू हिंसा (रोकथाम एवं सुरक्षा) विधेयक का मसौदा तैयार किया गया। विधेयक पर काफी विचार-विमर्श के बाद यह विधेयक सन् 2002 में संसद के सामने पेश कर दिया गया। महिला संगठन इस विधेयक के प्रारूप से सहमत नहीं थे। वे इस विधेयक में संशोधन करवाना चाहते थे। कई महिला संगठनों और राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस विधेयक से संबंधित संसदीय स्थायी समिति को अपने सझाव सौंप दिए।
दिसंबर सन् 2002 में स्थायी समिति ने अपनी सिफारिशें राज्यसभा को सौंप दीं। इन सिफारिशों को लोकसभा में भी पेश किया गया। कमेटी की रिपोर्ट में महिला संगठनों की अधिकतर माँगों को स्वीकार कर लिया गया था। सन् 2005 में संसद के सामने एक नया विधेयक पेश किया गया। दोनों सदनों से मंजूरी मिल जाने के बाद उसे राष्ट्रपति के पास स्वीकृति के लिए भेज दिया गया। सन् 2006 से घरेलू हिंसा महिला सुरक्षा कानून लागू हुआ।
उत्तर- भारतीय राष्ट्रवादी समानता पर आधारित कानूनों के पक्षधर थे लेकिन औपनिवेशिक काल में अंग्रेज़ों द्वारा लागू किए गए कानून समानता पर आधारित नहीं थे। सन् 1870 का राजद्रोह एक्ट और सन 1919 का रॉलट एक्ट भेदभाव पर आधारित थे। भारतीयों के साथ हीनता भरा व्यवहार किया जाता था। उन्नीसवीं सदी के आखिर तक भारत में कानूनी पेशा भी उभरने लगा था। कानूनी पेशे में लगे भारतीयों ने माँग की कि औपनिवेशिक अदालतों में उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखा जाए। ऐसे भारतीय कानून विशेषज्ञ अपने देश के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए कानून का प्रयोग करने लगे। भारतीय न्यायाधीश भी निर्णय लेने में पहले से अधिक भूमिका निभाने लगे थे। उन्होंने मांग की कि भारतीयों को कानून की दृष्टि में ब्रिटिश लोगों के समान समझा जाना चाहिए तथा दोनों पर समान रूप से कानून लागू होना चाहिए।
कानूनों की समझ के बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर
(A) सभी की कानून के समक्ष समानता
(B) कानून की सर्वोच्चता का सिद्धांत
(C) निरंकुश एवं स्वेच्छाचारी शक्तियों का अभाव
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (D) उपर्युक्त सभी
(A) समान
(C) निश्चित नहीं है
(B) असमान
(D) कभी समान और कभी असमान
उत्तर – (A) समान
(A) धर्म
(B) जाति
(C) लिंग
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर – (D) उपरोक्त में से कोई नहीं
(A) समानता पर आधारित कानून
(B) स्थानीय कानून
(C) अंतर्राष्ट्रीय कानून
(D) राष्ट्रीय कानून
उत्तर – (B) स्थानीय कानून
(A) 1850
(B) 1860
(C) 1870
(D) 1880
उत्तर – (C) 1870
(A) 1870 ई० में
(B) 1905 ई० में
(C) 1909 ई० में
(D) 1919 ई० में
उत्तर – (D) 1919 ई० में
(A) राजद्रोह एक्ट
(B) रॉलट एक्ट
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई भी नहीं
उत्तर – (C) (A) और (B) दोनों
(A) राजद्रोह एक्ट
(B) रॉलट एक्ट
(C) घरेलू हिंसा महिला सुरक्षा कानून
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर – (B) रॉलट एक्ट
(A) 2005 ई० में
(B) 2007 ई० में
(C) 2006 ई० में
(D) 2008 ई० में
उत्तर – (A) 2005 ई० में
(A) संसद
(B) राष्ट्रपति
(C) प्रधानमंत्री
(D) उप-राष्ट्रपति
उत्तर – (A) संसद
(A) पुरुष
(B) महिलाएँ
(C) बच्चे
(D) नौकर
उत्तर – (B) महिलाएँ
(A) चोट पहुंचाना
(B) भावनात्मक शोषण
(C) आर्थिक व यौन शोषण
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर – (D) उपरोक्त सभी
(A) 2002 ई० में
(B) 2003 ई० में
(C) 2004 ई० में
(D) 2005 ई० में
उत्तर – (A) 2002 ई० में
(A) अगस्त, 2005 में
. (B) सितंबर, 2006 में
(C) जुलाई, 2004 में
(D) मार्च, 2005 में
उत्तर – (A) अगस्त, 2005 में
(A) 2005 ई० में
(B) 2006 ई० में
(C) 2007 ई० में
(D) 2008 ई० में
उत्तर – (B) 2006 ई० में
(A) पुरुष (पति) के साथ रह रही पत्नी को ताने मारना
(B) महिला का यौन उत्पीड़न करना . .
(C) महिला को धमकी देना एवं आर्थिक शोषण करना
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (D) उपर्युक्त सभी
(A) उसके विरुद्ध जनसभाएँ कर सकते हैं।
(B) अखबारों में लिख सकते हैं ।
(C) टी.वी. चैनलों में रिपोर्ट भेज सकते हैं
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर – (D) उपरोक्त सभी
(A) घरेलू हिंसा महिला सुरक्षा कानून
(B) नगरपालिका की सीमाओं के भीतर जगह के इस्तेमाल संबंधित कानून .
(C) हिंदू उत्तराधिकार कानून
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर – (B) नगरपालिका की सीमाओं के भीतर जगह के इस्तेमाल संबंधित कानून
(A) 1934 ई० में
(B) 1954 ई० में
(C) 1964 ई० में
(D) 1994 ई० में
उत्तर – (C) 1964 ई० में
(A) नस्ल आधारित
(B) धर्म आधारित
(C) राष्ट्रीयता आधारित
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (D) उपर्युक्त सभी
Class 8 Social Science Civics Chapter 1 – भारतीय संविधान
Class 8 Social Science Civics Chapter 2 – धर्मनिरपेक्षता की समझ
Class 8 Social Science Civics Chapter 3 – हमें संसद क्यों चाहिए
Class 8 Social Science Civics Chapter 4 – कानूनों की समझ
Class 8 Social Science Civics Chapter 5 – न्यायपालिका
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