NCERT Solutions for Class 7th Science Chapter 15 – प्रकाश
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 15 प्रकाश – जो विद्यार्थी सातवीं कक्षा में पढ़ रहे है ,उन सब का सपना होता है कि वे अपनी कक्षा में अच्छे अंक से पास हो ,ताकि उन्हें आगे एडमिशन या किसी नौकरी के लिए फॉर्म अप्लाई करने में कोई दिक्कत न आए .इसलिए आज हमने इस पोस्ट में एनसीईआरटी कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 15 (प्रकाश) का सलूशन दिया गया है जोकि एक सरल भाषा में दिया है .क्योंकि किताब से कई बार विद्यार्थी को प्रश्न समझ में नही आते .इसलिए यहाँ NCERT Solutions for Class 7th Chapter 15. Light दिया गया है. जो विद्यार्थी सातवीं कक्षा में पढ़ रहे है उन्हें इसे अवश्य देखना चाहिए . इसकी मदद से आप अपनी परीक्षा में अछे अंक प्राप्त कर सकते है. इसलिए आप Ch .15 प्रकाश के प्रश्न उत्तरों ध्यान से पढिए ,यह आपके लिए फायदेमंद होंगे
अभ्यास के प्रश्न-उत्तर
(क) जिस प्रतिबिंब को पर्दे पर न प्राप्त किया जा सके, वह ……………………….. कहलाता है।
(ख) यदि प्रतिबिंब सदैव आभासी तथा साइज में छोटा हो, तो यह किसी उत्तल …….. द्वारा बना होगा।
(ग) यदि प्रतिबिंब सदैव बिंब के साइज का बने, तो दर्पण …………………………. होगा।
(घ) जिस प्रतिबिंब को पर्दे पर प्राप्त किया जा सके, वह … …………… प्रतिबिंब कहलाता है।
(च) अवतल …….. ……….. द्वारा बनाया गया प्रतिबिंब पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता।
Ans.(क) आभासी या काल्पनिक, (ख) दर्पण, (ग) समतल, (घ) वास्तविक, (च) लेंस।।
(क) हम उत्तल दर्पण से, आवर्धित तथा सीधा प्रतिबिंब प्राप्त कर सकते हैं।
(ख) अवतल लेंस सदैव आभासी प्रतिबिंब बनाता है।
(ग) अवतल दर्पण से हम वास्तविक, आवर्धित तथा उल्टा प्रतिबिंब प्राप्त कर सकते हैं।
(घ) वास्तविक प्रतिबिंब को पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता।
(च) अवतल दर्पण सदैव वास्तविक प्रतिबिंब बनाता है।
Ans.(क) असत्य, (ख) सत्य, (ग) सत्य, (घ) असत्य, (च) असत्य।
कॉलम A, | कॉलम B |
(क) समतल दर्पण (ख) उत्तल दर्पण। (ग) उत्तल लेंस (घ) अवतल दर्पण (च) अवतल लेंस | (1) आवर्धक लेंस की भाँति उपयोग होता है। (ii) अधिक क्षेत्र के दृश्य का प्रतिबिंब बना सकता है। (iii) दंत चिकित्सक दांतों का आवर्धित प्रतिबिंब देखने के लिए उपयोग करते हैं। (iv) उल्टा तथा आवर्धित प्रतिबिंब बना सकता है। (v) प्रतिबिंब सीधा तथा बिंब के साइज का प्रतिबिंब बनाता है। (vi) सीधा तथा. बिंब के साइज से छोटा प्रतिबिंब बनाता है। |
उत्तर.
कॉलम A, | कॉलम B |
(क) समतल दर्पण (ख) उत्तल दर्पण। (ग) उत्तल लेंस (घ) अवतल दर्पण (च) अवतल लेंस | (v) प्रतिबिंब सीधा तथा बिंब के साइज का प्रतिबिंब बनाता है। (ii) अधिक क्षेत्र के दृश्य का प्रतिबिंब बना सकता है। (i) आवर्धक लेंस की भाँति उपयोग होता है। (iii) दंत चिकित्सक दांतों का आवर्धित प्रतिबिंब देखने के लिए उपयोग करते हैं। (vi) सीधा तथा. बिंब के साइज से छोटा प्रतिबिंब बनाता है। |
समतल दर्पण द्वारा बनने वाले प्रतिबिंब के निम्नलिखित अभिलक्षण (विशेषताएँ) होते हैं
(1) समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब हमेशा सीधा बनता है।
(2) प्रतिबिंब का आकार वस्तु के आकार के बराबर होता है।
(3) प्रतिबिंब दर्पण के पीछे उतनी ही दूरी पर बनता है जितनी दूरी पर वस्तु दर्पण के आगे रखी गई है।
(4) प्रतिबिंब पार्श्व परावर्तित होता है।
(5) प्रतिबिंब दर्पण के पीछे बनता है।
अंग्रेज़ी वर्णमाला के निम्न अक्षरों के समतल दर्पण द्वारा बने प्रतिबिंब बिल्कुल अक्षरों के सदृश्य लगते हैं| A, H, I, M, 0, T, U, V, W इसका कारण है कि समतल दर्पण द्वारा बने प्रतिबिंब पार्श्व होते हैं अर्थात् बायाँ भाग दाईं तरफ और दायाँ भाग बाई तरफ दिखाई देता है। उपर्युक्त अक्षरों के बाएँ और दाएँ भाग सदृश्य हैं, इसीलिए समतल दर्पण से बने इनके प्रतिबिंब मूल अक्षरों के समान ही दिखाई देते हैं।
जिस प्रतिबिंब को पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता, आभासी प्रतिबिंब कहलाता है। जब हम किसी वस्तु को अवतल दर्पण के बिल्कुले नजदीक रखते हैं तो हम उस वस्तु का प्रतिबिंब उस श्वेत पर्दे पर प्राप्त नहीं कर सकते जिसे दर्पण के पीछे रखा गया हो।
उत्तल और अवतल लेंस में दो अंतर निम्नलिखित हैं.
उत्तल लेंस | अवतल लेंस |
1. अवतल लेंस की फोकस दूरी ऋणात्मक होती है। 2. इसमें प्रतिबिंब वास्तविक, आभासी तथा उल्टा बनता है। | 1. अवतल लेंस की फोकस दूरी ऋणात्मक होती है। 2. वस्तु का प्रतिबिंब आभासी तथा सीधा बनता है। |
-शेविंग के लिएं, दूरबीनों व सोलर कुकरों में अवतल दर्पणों का उपयोग किया जाता है।
उत्तल दर्पण के उपयोग–लाफिंग गैलरियों व वाहनों में पीछे से आने वाले वाहनों को देखने के लिए उत्तल दर्पणों का उपयोग किया जाता है।
अवतल दर्पण।
उत्तल लेंस।। प्रश्न संख्या 11 से 13 में सही विकल्प का चयन कीजिए
(i) अवतल लेंस द्वारा ।
(ii) उत्तल दर्पण द्वारा
(ii) अवतल दर्पण द्वारा
(iv) समतल दर्पण द्वारा ।
(ii) अवतल दर्पण द्वारा ।
(i) 3m (ii) 5 m . (iii) 6 m (iv) 8 m
Ans.(i) 3 m
(i) 1 m/s (ii) 2 m/s (iii) 4 m/s (iv) 8 m/s
Ans.(iii) 4 m/s
अंति-लघूत्तरात्मक प्रश्न
वह साधन जो स्वयं दिखाई न दे बल्कि दूसरी वस्तुओं को दिखाने में सहायक हो, प्रकाश कहलाता है।
प्रकाश जिस सरल रेखा में गमनं करता है, उसे प्रकाश किरण कहते हैं।
प्रकाश की किरणों के समूह को प्रकाश किरण पुंज कहते हैं।
टॉर्च का प्रकाश, सर्चलाइट का प्रकाश।
हाँ, प्रकाश सरल रेखा में गमन करता है।
चमकदार तल को दर्पण कहते हैं।
हाँ, जल का पृष्ठ दर्पण का कार्य करता है।
जब प्रकाश किसी चमकदार धरातल से टकराकर वापिस लौट जाए, तो इसे प्रकाश का परावर्तन कहते हैं।
जब दर्पण किसी वस्तु को, वस्तु जैसा ही दिखाए, उसे वस्तु का प्रतिबिंब कहते हैं।
प्रतिबिंब दो प्रकार के होते हैं-वास्तविक और आभासी प्रतिबिंब ।
जिस प्रतिबिंब को पर्दे पर प्राप्त किया जा सके, उसे वास्तविक प्रतिबिंब कहते हैं।
नहीं, आभासी प्रतिबिंब को पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता।
समतल दर्पण में प्रतिबिंब दर्पण से उतना ही पीछे बनता है जितनी दूर वस्तु दर्पण से आगे होती है।
समतल दर्पण पर पड़ने वाली किसी एक आपतित (प्रकाश) किरण के लिए एक परावर्तित किरण हो सकती है।
90° पर आपतित होने वाला प्रकाश किसी समतल दर्पण द्वारा उसी पथ पर परावर्तित हो जाता है।
Sir, I should NCERT solution class 7 science.
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Sir please upload Class 7th Hindi book (Vasant bagh-2) Solution.