अति लघु-उत्तरीय प्रश्न
उत्तर- (क) 1916 में बिहार के चंपारन प्रदेश में।
(ख) 1917 में गुजरात के खेड़ा जिले में।
(ग) 1918 में अहमदाबाद (गुजरात) में।
उत्तर- (क) सत्य की शक्ति पर आग्रह ।
(ख) सत्य की खोज।
उत्तर-इस प्रक्रिया में अंग्रेज़ भारत के लोगों को ज़बरदस्ती सेना में भर्ती कर लेते थे।
उत्तर- मोहम्मद अली तथा शौकत अली बंबई में गठित खिलाफ़त समिति के दो बडे नेता थे।
उत्तर खलीफ़ा ऑटोमन तुर्की के सम्राट को खलीफ़ा कहा जाता था जो इस्लामी विश्व का आध्यात्मिक नेता था।
उत्तर- 1920 में कांग्रेस के नागपुर अधिवेशन में।
उत्तर- (क) सरकार द्वारा दी गई पदवियाँ वापिस लौटाना।
(ख) विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करना।
उत्तर- लोगों द्वारा केवल भारतीय कपड़े पहनने से भारतीय कपड़ा मिलों तथा हथकरघों का उत्पादन बढ़ गया।
उत्तर- तालुकदार तथा ज़मींदार किसानों से बहुत अधिक लगान तथा तरह-तरह के कर वसूल करते थे। उनसे बेगार भी ली जाती थी। इसलिए उन्होंने जमींदारों का विरोध किया।
उत्तर-औपनिवेशिक शासन के दौरान जिन मज़दूरों को काम करने के लिए फिजी, गयाना, वेस्ट इंडीज़ आदि स्थानों पर ले जाया जाता था, उन्हें गिरमिटिया मज़दूर कहा जाता था।
उत्तर- जब किसी व्यक्ति से बिना मज़दूरी दिए काम करवाया जाता है तो उसे बेगार कहते हैं।
उत्तर- गूडेम विद्रोहियों नेः
(क) पुलिस थानों पर हमले किए। (ख) ब्रिटिश अधिकारियों को मारने का प्रयास किया।
उत्तर- भारतीय समाचार-पत्रों द्वारा राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के कारण ब्रिटिश सरकार ने 1857 के पश्चात् प्रेस की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगा दिया।
उत्तर-कांग्रेस के ये नेता परिषदों में रहकर ब्रिटिश नीतियों का विरोध करना चाहते थे।
उत्तर- सी० आर० दास तथा मोतीलाल नेहरू।
उत्तर- असम के बागानी मजदूरों के लिए स्वराज का अर्थ था अपने उस सीमित क्षेत्र से बाहर जाने की स्वतंत्रता अथवा अधिकार जिसमें से वे बाहर नहीं जा सकते थे।
उत्तर- क्योंकि इस कमीशन (आयोग) में कोई भारतीय सदस्य नहीं था।
उत्तर- पूर्ण स्वराज’ की माँग को औपचारिक रूप से दिसंबर 1929 में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में स्वीकार किया गया।
उत्तर- पं० जवाहरलाल नेहरू ।
उत्तर- असहयोग आंदोलन में लोगों को सरकार से केवल सहयोग न करने के लिए कहा गया था जबकि सविनय अवज्ञा आंदोलन में लोगों को औपनिवेशिक कानूनों को तोड़ने तथा कर न चुकाने के लिए भी कहा गया।
उत्तर-सत्याग्रह तथा अहिंसा।
उत्तर- 5 मार्च, 1931 को।
उत्तर- भारत का व्यवसायी वर्ग अपने हितों की सुरक्षा के लिए आयातित माल को रोकना चाहता था। सविनय अवज्ञा आंदोलन भी आयातित वस्तुओं का विरोध करता था। इस कारण व्यवसायी वर्ग ने इस आंदोलन को विरोध किया।
उत्तर- (क) 1920 में भारतीय औद्योगिक एवं व्यावसायिक कांग्रेस ।
(ख) 1927 में भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग परिसंघ (फिक्की)।
उत्तर-कांग्रेस को लगता था कि मजदूरों की माँगों को अपने कार्यक्रम में शामिल करने से वह उद्योगपतियों का समर्थन खो बैठेगी।
उत्तर- उन्होंने पृथक् निर्वाचन क्षेत्रों की माँग इसलिए की ताकि वे इन क्षेत्रों से अपने प्रतिनिधियों को चुनकर विधान परिषदों में भेज सकें।
उत्तर- पूना पैक्ट सितंबर 1932 में अस्तित्व में आया जिसके अनुसार पिछड़े वर्गों अर्थात् अनुसूचित जातियों को प्रांतीय तथा केंद्रीय विधायी परिषदों में आरक्षित सीटें मिल गईं। परंतु उनके लिए मतदान सामान्य निर्वाचन क्षेत्रों में ही होता था।
उत्तर- डॉ० अंबेडकर पिछड़े वर्गों के मसीहा थे। 1930 में उन्होंने दमित वर्ग एसोसिएशन (Depressed Classes Association) की स्थापना की।
उत्तर- ‘वंदे मातरम्’ गीत 1870 के दशक में बंकिम चंद्र चटर्जी (चट्टोपाध्याय) ने लिखा।
उत्तर- भारत के अतीत के गौरवगान की सबसे बड़ी समस्या यह थी कि यह अतीत केवल हिंदुओं का था। इससे संबंधित छवियाँ भी हिंदुत्व की प्रतीक थी। इसलिए अन्य समुदायों के लोग अपने-आप को अलग-अलग महसूस करने लगे।
उत्तर- खिलाफ़त आन्दोलन महात्मा गांधी तथा मुहम्मद अली एवं शौकत अली नामक दो अली बंधुओं द्वारा शुरू किया गया। यह आन्दोलन अंग्रेजों द्वारा ऑटोमन साम्राज्य को समाप्त करने तथा वहाँ के ख़लीफा के साथ दुर्व्यवहार करने के विरोध में चलाया गया।
उत्तर- स्वराज्य पार्टी की स्थापना सी०आर० दास तथा मोतीलाल नेहरू ने की। उन्होंने महसूस किया कि उन्हें कौंसिलों (परिषदों) में जाकरअंग्रेज़ी नीतियों का विरोध करना चाहिए, सुधारों की माँग करनी चाहिए तथा यह दिखाना चाहिए कि ये परिषदें सच्चे अर्थों में : लोकतांत्रिक नहीं हैं। यही कारण था कि वे चुनाव लड़ कर परिषदों में प्रवेश पाना चाहते थे।
इस पोस्ट में आपको भारत में राष्ट्रवाद के प्रश्न उत्तर Class 10 Social Science – History Chapter 2 – Nationalism in India ,nationalism in india class 10 notes, history class 10 chapter 2 question answer, नसरत सोलूशन्स क्लास 10 सोशल साइंस हिस्ट्री भारत में राष्ट्रवाद ,पाठ 2- भारत में राष्ट्रवाद इतिहास के नोट्स ,nationalism in india class 10 pdf भारत में राष्ट्रवाद पाठ के प्रश्न उत्तर भारत में राष्ट्रवाद का ऑब्जेक्टिव से संबंधित पूरी जानकारी दी गई है अगर इसके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके हम से जरूर पूछें और अगर आपको यह जानकारी फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें.
NCERT Solutions for Class 10 Social Science
यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय Class 10th Social Science Chapter 1 Solution
भारत में राष्ट्रवाद Class 10th Social Science Chapter 2 Solution
भूमंडलीकृत विश्व का बनना Class 10th Social Science Chapter 3 Solution
औद्योगीकरण का युग Class 10th Social Science Chapter 4 Solution
मुद्रण संस्कृति और आधुनिक दुनिया Class 10th Social Science Chapter 5 Solution
प्रथम विश्व युध्द और द्वितीय विश्व युध्द,, के कारण तथा प्रभाव और जानकारी
Good answers but your answers is very short type ✍️