Class 10th Science Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण
NCERT Solutions for Science Class 10th Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण– जो विद्यार्थी दसवीं कक्षा में पढ़ रहे है ,उन सब का सपना होता है कि वे दसवीं में अच्छे अंक से पास हो ,ताकि उन्हें आगे एडमिशन में कोई दिक्कत न आए .जो विद्यार्थी दसवीं क्लास में सबसे अच्छे अंक पाना चाहता है उसके लिए यहां पर एनसीईआरटी कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 5 (तत्वों का आवर्त वर्गीकरण) का सलूशन दिया गया है. इस Class 10th Science Chapter 5 Periodic Classification of Elements की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है. हमारी वेबसाइट पर सभी सभी 10 कक्षा के Chapter के सलूशन दिए है अगर यह सलूशन पसंद आपको आए तो अपने दोस्तों को शेयर जरुर करे. अगर आपको इसमें कुछ पूछना है तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है
पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न | (Textual Questions)
उत्तर- हाँ, डॉबेराइनर के त्रिक, न्यूलैंड्स के अष्टक स्तंभ में भी पाए जाते हैं।उदाहरण के लिए लिथियम ( Li ),सोडियम (Na) तथा पोटैशियम ( K ) एक डॉबेराइनर का त्रिक बनाते हैं। यदि Li को पहला तत्व मानें तो उससे आठवें स्थान पर Na आता है और यदि Na को पहला तत्व मानें तो उसके आठवें स्थान पर K आता है। इस प्रकार डॉबेराइनर के त्रिक, न्यूलैंड्स के अष्टक स्तंभ में पाए जाते हैं
उत्तर- डॉबेराइनर के वर्गीकरण की सबसे बड़ी सीमा यह थी कि इस नियम के अनुसार उस समय उपस्थित पाए जाने वाले सारे तत्वों का वर्गीकरण नहीं होता था। डॉबेराइनर ने तीन-2 तत्वों वाले कुछ समूह बनाए व उन समूहों को त्रिक कहा । त्रिक तीनों तत्वों को उनके परमाणु द्रव्यमान के आरोही क्रम में रखने पर बीच वाले तत्व का परमाणु द्रव्यमान अन्य दो तत्वों के परमाणु द्रव्यमान का लगभग औसत होता है ।इस आधार पर डॉबेराइनर ने कुछ त्रिक बनाए सभी तत्वों का वर्गीकरण उनके त्रिक के अनुसार नहीं हो सका .
उत्तर-(i) अष्टक का सिद्धांत केवल कैल्सियम तक ही लागू होता था, क्योंकि कैल्सियम के बाद प्रत्येक आठवें तत्व गए गुणधर्म पहले तत्व से नहीं मिलता।
(ii) न्यूलैंड्स ने कल्पना की थी कि प्रकृति में केवल 56 तत्व विद्यमान हैं और भविष्य में कोई अन्य तत्व नहीं मिलेगा।
(iii) अपनी सारणी में तत्वों को समंजित करने के लिए न्यूलैंड्स ने दो तत्वों को एक साथ रख दिया था और कुछ असमान तत्वों को एक स्थान में रख दिया था जैसे कोबाल्ट तथा निकैल एक साथ में हैं। इन्हें एक साथ उसी स्तंभ में रखा गया है जिसमें फ्लुओरीन, क्लोरीन एवं ब्रोमीन हैं चाहे इनके गुणधर्म उन तत्वों से भिन्न हैं। आयरन को कोबाल्ट और निकैल से दूर रखा गया है जबकि उनके गुणधर्मों में समानता होती है।
(iv) न्यूलैंड्स अष्टक सिद्धांत केवल हल्के तत्वों के लिए ठीक से लागू हो पाया है।
उत्तर- (i) पोटैशियम (K) वर्ग IA का धातु है। इसकी संयोजकता 1 है। इसलिए इसके ऑक्साइड का सूत्र K2O है।
(ii) कार्बन (C) वर्ग IV A का तत्व है। इसकी संयोजकता 4 है तथा इसके ऑक्साइड का सूत्र CO2 है।
(iii) Al, वर्ग III A का तत्व है। इसकी संयोजकता 3 है। इसलिए इसके ऑक्साइड का सूत्र A12O2 है।
(iv) सिलिकॉन (Si) IV A वर्ग का तत्व है। इसकी संयोजकता 4 है। इसलिए इसकी ऑक्साइड का सूत्र SiO2 है।
(v) Ba वर्ग II A का तत्व है। इसकी संयोजकता 2 है। इसलिए इसकी ऑक्साइड का सूत्र BaO है।
उत्तर– जर्मेनियम (Ge) तथा स्केंडनियम (Sc) वर्ग IVA के दो तत्व हैं। इन तत्वों के लिए मेंडलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में खाली स्थान छोड़ दिया था। मेंडलीफ ने इनके गुणधर्म पहले से ही बता दिए थे। जब बाद में इन तत्वों की खोज हुई तो इनके गुणधर्म लगभग वही थे जो मेंडलीफ ने दिए थे।
उत्तर- मेन्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में तत्वों को उनके मूल गुणधर्म, परमाणु द्रव्यमान तथा रासायनिक गुणधर्मों में समानता के आधार पर व्यवस्थित किया| उन्होंने अपनी आवर्त सारणी में अधिकांश तत्वों को उनके परमाणु द्रव्यमान के आरोही क्रम में व्यवस्थित किया|
अथवा
मेंडलीफ ने उत्कृष्ट गैसों को किस समूह में रखा और क्यों ?
उत्तर- सभी तत्वों में से उत्कृष्ट गैसें जैसे-हीलियम (He), निऑन (Ne), आर्गन (Ar), क्रिप्टॉन (Kजीनॉन (Xe) सबसे अधिक अक्रियाशील है। उनके गुणधर्म अन्य तत्वों से अलग होते हैं| इसलिए उत्कृष्ट गैसों को अलग समूह में रखा गया .
उत्तर-मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की विविध विसंगतियों को आधुनिक आवर्त सारणी द्वारा इस तरह दूर किया गया:
(i) आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को उनके परमाणु द्रव्यमान के आधार पर व्यवस्थित किया गया है| इस प्रकार एक स्तंभ में एक से ज्यादा तत्वों को रखने की जरुरत नहीं है|
(ii) आधुनिक आवर्त सारणी में समस्थानिकों के स्थान की कोई समस्या नहीं थी| जैसा कि समस्थानिकों में भिन्न परमाणु संख्याओं के साथ एक ही परमाणु द्रव्यमान होता है|
(iii) वे तत्व, जिनके संयोजकता इलेक्ट्रॉन एक समान होते हैं, एक समूह में रखे गए हैं|
(iv)तत्व, जिनके कोशों की संख्या एक समान होती है, एक अवधि के अन्दर रखे गए हैं|
(v) हाइड्रोजन की स्थिति अनिश्चित रहती है तथा उसे भी संयोजकता इलेक्ट्रॉन के तत्वों के समूह में रखा गया है|
उत्तर- कैल्शियम Cl तथा स्ट्रोनटियम Sr दो ऐसे तत्व हैं जो मैग्नीशियम के तरह रासायनिक अभिक्रियाशीलता दिखाते हैं| इसका कारण यह है कि इन तीनों तत्वों में संयोजकता इलेक्ट्रॉन की संख्या (2) समान होती है और इसलिए ये समान रासायनिक अभिक्रिया दिखाते हैं|
(a) तीन तत्वों जिनके सबसे बाहरी कोश में एक इलैक्ट्रॉन उपस्थित हो।
(b) दो तत्वों जिनके सबसे बाहरी कोश में दो इलैक्ट्रॉन उपस्थित हों।
(c) तीन तत्वों जिनका बाहरी कोश पूर्ण हो।
उत्तर- (a) लिथियम (Li), सोडियम (Na), पोटैशियम (K)
(b) बैरीलियम (Be), मैग्नीशियम (Mg), कैल्सियम (Ca)
(c) हीलियम (He), निऑन (Ne), आर्गन (Ar)
(b) हीलियम एक अक्रियाशील गैस है जबकि निऑन की अभिक्रियाशीलता अत्यंत कम है। इनके परमाणुओं में कोई समानता है ?
उत्तर-(a) हाँ, लीथियम (Li), सोडियम (Na) और पोटैशियम (K) तीनों के परमाणुओं के सबसे बाहरी कोश में एक इलेक्ट्रान उपस्थित होता है .
(b) हीलियम तथा निऑन दोनों तत्व सबसे बाहरी कोश में रखे गये हैं| हीलियम K कोष के डुपलेट में स्थित है जबकि नीयन के L कोष में एक अष्टक है .
उत्तर- पहले दस तत्व हैं- H, He, Li, Be, B, C, N, O, F तथा Ne
इन सब तत्वों में से धातु हैं- Li तथा Be
B एक मिश्रधातु है।
उत्तर- पहले इनका वर्गीकरण बढ़ती हुई परमाणु संख्या के अनुसार करत हो स्तंभ वर्ग 1 वर्ग 2 वर्ग
Be तत्व आवर्त श्रेणी के सबसे बायीं तरफ रखा गया है इसलिए इसमें दिए गए तत्वों में से सबसे अधिक धात्विक अभिलक्षण की विशेषता है
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Thanks ees se mugee bahut madat mili thankyou thankyou ????????