Class 10th Science Chapter 2 अम्ल, क्षार एवं लवण
NCERT Solutions for Science Class 10th Chapter 2.कार्बन और उसके यौगिक – हर विद्यार्थी का सपना होता है कि वे दसवीं में अच्छे अंक से पास हो ,ताकि उन्हें आगे एडमिशन या किसी नौकरी के लिए फॉर्म अप्लाई करने में कोई दिक्कत न आए . जो विद्यार्थी दसवीं कक्षा में पढ़ रहे है उनके लिए यहां पर एनसीईआरटी कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 2 (अम्ल, क्षार एवं लवण) के लिए सलूशन दिया गया है.जोकि एक सरल भाषा में दिया है .क्योंकि किताब से कई बार विद्यार्थी को प्रश्न समझ में नही आते .इसलिए यहाँ NCERT Solutions for Class 10th Chapter 2 Acids, Bases and Salts Science दिया गया है वह आसन भाषा में दिया है .ताकि विद्यार्थी को पढने में कोई दिक्कत न आए . इसकी मदद से आप अपनी परीक्षा में अछे अंक प्राप्त कर सकते है. इसलिए आप Ch 2 अम्ल, क्षार एवं लवण के प्रश्न उत्तरों ध्यान से पढिए ,यह आपके लिए फायदेमंद होंगे
पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न (Textual Questions)
उत्तर– लिटमस पत्र को तीन भागों में बांटकर तीनो परखनलियों में डुबाओl जिस परखनली में इस का रंग नीला हो जाएगा वह क्षारीय विलयन होगाl जिन अन्य दो परखनलियों में रंग परिवर्तन नहीं होगा उन में जल और अम्लीय विलयन होगाl जब इसी लिटमस पत्र को, जो क्षारीय विलयन में डालने से नीला हो चुका है, उसे जल और अम्लीय विलियन में डालोl जिस परखनली में रंग में कोई परिवर्तन नहीं होगा उस में जल होगा पर जिस परखनली में अम्लीय विलयन होगा उस में नीले लिटमस का रंग पुन: लाल हो जाएगाl
उत्तर- दही और दूसरे खट्टे पदार्थों में अम्ल होते है। इसलिए जब ये अम्ल धातु के साथ क्रिया करते है तो विषैले यौगिकों का निर्माण करते है जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होते है। इसलिए पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही और दूसरे खट्टे पदार्थ नहीं रखने चाहिए।
उत्तर- जब धातु के साथ अम्ल अभिक्रिया करते हैं तब प्रायः हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है।
हाइड्रोजन गैस को साबुन के घोल से गुजारोl बुलबुले उत्पन्न होंगेl उन बुलबुलों के निकट जलती हुई मोमबत्ती की ज्वाला लाओl वह फट-फट की ध्वनि के साथ जलेंगेl इससे हाइड्रोजन गैस की उपस्थिति सिद्ध हो जाती हैl
यौगिक ‘A’ अवश्य ही कैल्सियम कार्बोनेट है। यह तुन हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से क्रिया कर कैल्सियम क्लोराइड, जल और कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है। कार्बन डाइऑक्साइड में आग बुझाने का गुण होता है। इसीलिए वह जलती मोमबत्ती को बुझा देती है।
उत्तर-HCI, HNO3आदि जलीय विलयन में H+आयन बनता है जिसके कारण ये अम्लीय अभिलक्षण को प्रदर्शित करते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों के विलयनों में H+ आयन नहीं बनता जिसके कारण ये अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित होते हैं
उत्तर- अम्ल का जलीय विलयन विद्युत् का चालन करता है क्योंकि अम्ल का जलीय विलयन में H+ आयन उत्त्पन करता है जिसके कारण विद्युत् धारा का प्रवाह होता है
उत्तर- शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र का रंग नहीं बदलती क्योंकि जल की अनुपस्थिति में यह आयनीकरण न कर पाने के कारण H+ आयन उत्पन्न नहीं कर पाती।
उत्तर- जल में अम्ल के घुलने की प्रक्रिया अत्यंत ऊष्माक्षेपी होती है l इसलिए जल में किसी सांद्र अम्ल को सावधानीपूर्वक मिलाना चाहिएl अम्ल और जल को धीरे-धीरे हिलाते रहना चाहिएl ऐसा न करने पर अम्ल में जल मिलाने पर उतपन्न ऊष्मा के कारण मिश्रण आसफलित हो कर बाहर आ सकता हैl इस से स्थानीय ताप बढ़ जाता है जिस कारण उपयोग किया जाने वाला कांच का पात्र टूट भी सकता हैl
उत्तर- जब एक अम्ल को निश्चित मात्रा में पानी में डाला जाता है, उस विलयन के प्रति इकाई मात्रा में हाइड्रोनियम आयनों की निश्चित संख्या होती हैl प्रति इकाई हाइड्रोनियम आयनों की संख्या कम करने पर हाइड्रोनियम आयन की सांद्रता कम हो जाती हैl
उत्तर- जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में अधिक क्षारक मिलाते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH-) की सांद्रता प्रति इकाई आयतन बढ़ती जाती है।
उत्तर-विलयन A में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक हैl विलयन A हल्का अम्लीय और विलयन B हल्का क्षारीय हैl
उत्तर- H+ (aq) आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर प्रभाव पड़ता है। H+ (aq) की जितनी सांद्रता होगी, उतना ही विलयन अधिक अम्लीय होगा।
उत्तर- क्षारकीय विलयन में H’ (aq) आयन होते हैं पर साथ ही उसमें OH- आयन भी होते हैं। वे क्षारकीय इसलिए होते हैं क्योंकि उन में OH- आयन की सांद्रता अधिक H+ आयन की अपेक्षा अधिक होती है।
उत्तर – पौधों के अच्छे विकास के लिए pH एक निम्न श्रेणी में होनी चाहिएl पौधों का विकास अच्छा होता है यदि उनका pH मान 6-8 हो l इसलिए किसान खेत की मृदा में इन का उपयोग कर सकेगा यदि उस खेत की प्रकृति अम्लीय हैl
उत्तर– विरंजक चूर्ण (Bleaching Powder)
उत्तर- शुष्क बुझा हुआ चूना Ca(OH),
उत्तर- सोडियम कार्बोनेट का उपयोग कठोर जल से मृदु जल बनाने में किया जाता है, इसको धावन सोडा ( NaCO3) भी कहा जाता है
(HR. 20ll, Set-C)
उत्तर- सोडियन हाइड्रोजन कार्बोनेट गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट (i), कार्बन डाइऑक्साइड (ii) और जल (iii) में विघटित हो जाएगाl
2NaHCO3→ Na2CO3+ CO2+ H2O
उत्तर – प्लास्टर ऑफ पेरिस (CaSO4.1/2H2O ) जल के साथ अभिक्रिया करके जिप्सम (CaSO4.2H2O ) बनाता है और लगभग आधे घंटे में जम कर ठोस बन जाता है।
(प्लास्टर ऑफ पेरिस) (जल) जिप्सम
आयरन मैग्नीशियम कैल्शियम की हाइड्रोक्लोरिक अमल एव सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ रासायनिक अभक्रिया क्या होगी