अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
- प्रश्न 1. नीचे दी गयी अभिक्रिया के संबंध में कौन-सा कथन असत्य है ?
2Pb) (5) + C (s) → 20 (S) + CO2, (g)
(a) सीसा अपचयित हो रहा है।
(b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित हो रहा है।
(c) कार्बन उपचयित हो रहा है।
(d) लेड ऑक्साइड अपचयित हो रहा है।
(i) (a) एवं (b)
(ii) (a) एवं (c)
(iii) (a), (b) एवं (c)
(iv) सभी
उत्तर- (I), (a) एवं, (b)
(a) संयोजन अभिक्रिया
(b) द्विविस्थापन अभिक्रिया
(c) वियोजन अभिक्रिया
(d) विस्थापन अभिक्रिया
उत्तर- उपरोक्त अभिक्रिया विस्थापन अभिक्रिया है जिसमें Al, Fe2O3 के Fe को विस्थापित करता है। इसलिए (d) सही उत्तर है।
(b) क्लोरीन गैस एवं आयरन हाइड्रॉक्साइड बनता है।
(c) कोई अभिक्रिया नहीं होती है।
(d) आयरन लवण एवं जल बनता है।
उत्तर- उपरोक्त अभिक्रिया इस प्रकार है
Fe + 2HCl FeCl2 + H2
आयरन क्लोराइड
जिसमें H2 और FeCI2 मिलते हैं। इसलिए (a) सही उत्तर है।
समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है क्योंकि द्रव्यमान के संरक्षण के नियम के अनुसार किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान का न तो निर्माण होता है और न ही विनाश। इसके अनुसार दोनों तरफ़ द्रव्यमान समान होना चाहिए और वह तभी संभव है अगर दोनों तरफ़ तत्वों के परमाणुओं की संख्या समान हों।
(b) हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फर डाइऑक्साइड बनता है।
(c) एलुमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया कर बेरियम क्लोराइड, एलुमिनियम क्लोराइड एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है।
(d) पोटैशियम धातु, जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस प्रदान करता है।
उत्तर-
(a) 3H2(g) + N2(g) → 2NH3(g)
(b) 2H2S (g) + 3O2(g) → 2H2O (l) + 2SO2(g)
(c) 3BaCl2(aq) + Al2(SO4)3(aq) → 2AlCl3(aq) + 3BaSO4(s)
(d) 2K (s) + 2H2O (l) → 2KOH (aq) + H2(g)
(b) NaOH + H2S0→ Na,SO4 + H20
(c) NaCl + AgNO3→ AgCl + NaNO3
(d) BaCI2 + H2SO, BaS0, + HCI.
उत्तर-(i) 2HNO3 + Ca(OH)2 → Ca(NO3)2 + 2H2O
(ii) 2NaOH + H2SO4 → Na2SO4 + 2H2O
(iii) NaCl + AgNO3 → AgCl + NaNO2
(iv) BaCl2 + H2SO4 → BaSO4 + 2HCl
(b) जिंक + सिल्वर नाइट्रेट → जिंक नाइट्रेट + सिल्वर
(c) एलुमिनियम + कॉपर क्लोराइड → एलुमिनियम क्लोराइड + कॉपर
(d) बेरियम क्लोराइड + पोटैशियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + पोटैशियम क्लोराइड
उत्तर-
(a) Ca(OH)2 + CO2 → CaCO3 + H2O
(b) Zn + 2AgNO3 → Zn(NO3)2 + 2Ag
(c) 2Al + 3CuCl2 → 2AlCl3 + 3Cu
(d) BaCl2 + K2SO4 → BaSO4 + 2KCl
(b) जिंक कार्बोनेट (s)→ जिंक ऑक्साइड (S) + कार्बन डाइऑक्साइड (g)
(c) हाइड्रोजन (g) + क्लोरीन (g) → हाइड्रोजन क्लोराइड (g)
(d) मैग्नीशियम (S) + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (aq) → मैग्नीशियम क्लोराइड (aq) + हाइड्रोजन (g)
उत्तर-
(a) 2KBr (aq) + BaI2 (aq) → 2KI (aq) + BaBr2 (s) : द्विविस्थापन अभिक्रिया
(b) ZnCO3 (s) → ZnO (s) + CO2 (g) : वियोजन अभिक्रिया
(c) H2 (g) + Cl2 (g) → 2HCl (g) : संयोजन अभिक्रिया
(d) Mg (s) + 2HCl (aq) → MgCl2 (aq) + H2 (g) : विस्थापन अभिक्रिया
उदाहरण
(1) प्राकृतिक गैस का दहन
CH4 (g) + 202 (g) → CO2 (g) + 2H2 O(1) + ऊष्मा
(2) कोक का दहन
C (s) + O2 (g) → CO2 (g) + ऊष्मा कोक
ऊष्माशोषी अभिक्रिया – जिन अभिक्रियाओं में ऊष्मा का अवशोषण होता है उन्हें ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण
(1) कोक की भाप के साथ प्रक्रिया
C (s) + H2O (g) + ऊष्मा → CO (g) + H2 (g)
(2) N, और O) की प्रक्रिया
N2 (g) + 02 (g) ऊष्मा → 2NO (g) नाइट्रिक ऑक्साइड
इन कार्बोहाइड्रेट के टूटने से ग्लूकोज़ प्राप्त होता है। यह ग्लूकोज हमारे शरीर के कोशिकाओं में मौजूद ऑक्सीजन से | मिलकर हमें ऊर्जा प्रदान करता है। श्वसन इस अभिक्रिया का विशेष नाम है।
C6H12O6 (aq) + 6O6 (aq)→ 6CO2 (aq) + 6H2O (1) + ऊर्जा (ग्लूकोज़)