NIOS Class 10 Social Science Chapter 23 भारतीय लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियाँ
NIOS Class 10 Social Science Chapter 23 Challenges to Indian Democracy – जो विद्यार्थी NIOS 10 कक्षा में पढ़ रहे है ,वह NIOS कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान अध्याय 23 यहाँ से प्राप्त करें .एनआईओएस कक्षा 10 के छात्रों के लिए यहाँ पर Social Science विषय के अध्याय 23 का पूरा समाधान दिया गया है। जो भी सामाजिक विज्ञान विषय में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते है उन्हें यहाँ परएनआईओएस कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान अध्याय 23. (भारतीय लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियाँ) का पूरा हल मिल जायेगा। जिससे की छात्रों को तैयारी करने में किसी भी मुश्किल का सामना न करना पड़े। इस NIOS Class 10 Social Science Solution Chapter 23 Challenges to Indian Democracy की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी अच्छे कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है.
NIOS Class 10 Social Science Chapter 23 Solution – भारतीय लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियाँ
प्रश्न 1. लोकतंत्र के अर्थ की व्याख्या करें। क्या आप यह मानते हैं कि यदि लोकतंत्र को केवल राजनीतिक संदर्भ में परिभाषित किया जाए तो इसकी परिभाषा व्यापक नहीं हो सकती ?
उत्तर – लोकतंत्र का अर्थ है जनता, तंत्र और शासन। लोकतंत्र (डेमोक्रेशी) शब्द यूनानी शब्द “डेमोक्रेशिया” से निकला है, जिसका अर्थ है ‘लोगों का शासन’। वर्तमान में लोकतंत्र को शासन के एक प्रकार के रूप में परिभाषित किया जाता है, जिसमें लोगों के हाथों में सर्वोच्च सत्ता होती है, जो वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुनावों के माध्यम से करते हैं। लोकतंत्र का अर्थ है “जनता द्वारा, जनता के लिए, जनता का शासन।” लेकिन इसकी अवधारणा अलग-अलग देशकाल और परिस्थितियों में अलग-अलग धारणाओं के प्रयोग से कुछ कठिन हो गई है। लोकतंत्र के बारे में बहुत से प्रस्ताव पहले से ही किए गए हैं,
लेकिन इनमें से कई आज भी लागू नहीं हुए हैं। लेकिन आज अधिकांश लोकतंत्र प्रतिनिधि हैं। प्रतिनिधिक लोकतंत्र में जनता ने चुने गए प्रतिनिधियों ने विधायिकाओं को बनाया है। आज, लोकतंत्र को बहुत कुछ समझा जाना चाहिए, जैसे शासन, राज्य, सामाजिक व्यवस्था, आर्थिक व्यवस्था और संस्कृति या जीवनयापन। लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए वहां एक संविधान होना चाहिए, जो सर्वोच्च शक्ति को नियंत्रित करे। संविधान मानवीय मूल अधिकारों को सुरक्षित रखता है, जिसमें चिन्तन, अभिव्यक्ति, आस्था, स्थानांतरण, संचार और सहयोग की स्वतंत्रता शामिल हैं। इसलिए लोकतंत्र को केवल राजनीतिक परिभाषा में परिभाषित करना बहुत सीमित होगा।
प्रश्न 2. सच्चे अर्थों में लोकतांत्रिक व्यवस्था बनाने वाली शर्तों का विश्लेषण कीजिए ।
उत्तर- किसी भी व्यवस्था को वास्तविक तथा व्यापक लोकतंत्र तभी कहा जा सकता है जबकि वह व्यवस्था कुछ निश्चित शर्तों को पूरा करती हो। ये शर्तें दो प्रकार की हैं – 1. राजनीतिक शर्तें तथा 2. सामाजिक एवं आर्थिक शर्तें।
1. राजनीतिक शर्तें- ये शर्तें सबसे महत्वपूर्ण हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए वहां एक संविधान होना चाहिए, जो सर्वोच्च शक्ति को नियंत्रित करे। संविधान मानवीय मूल अधिकारों को सुरक्षित रखता है, जिसमें चिन्तन, अभिव्यक्ति, आस्था, स्थानांतरण, संचार और संगठन की स्वतंत्रता शामिल है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में सार्वभौम वयस्क मताधिकार से शासन के विभिन्न स्तरों पर प्रतिनिधियों को चुनने का प्रणाली हो। समाचारपत्रों और अन्य संचार माध्यमों से प्रबुद्ध जनमत का प्रसारण होता रहता है, तो लोकतांत्रिक व्यवस्था और भी मजबूत होती है।
2. सामाजिक एवं आर्थिक शर्तें- लोकतंत्र में सामाजिक विकास में सामाजिक स्थिति की समानता, विकास के समान अवसर, सामाजिक सुरक्षा और सामाजिक कल्याण शामिल होना चाहिए। अनिवार्य और सार्वभौम शिक्षा सभी नागरिकों को मिलनी चाहिए। आर्थिक विकास के साधनों का उपयोग करने की उनकी क्षमता विकसित होनी चाहिए। आर्थिक विकास से समाज के गरीब और वंचित सभी वर्गों को लाभ मिलना चाहिए।
प्रश्न 3. भारतीय लोकतंत्र की कौन-सी प्रमुख चुनौतियां हैं? ये चुनौतियां किस प्रकार एक प्रभावशाली लोकतांत्रिक व्यवस्था बनाने के संभावित अवसर है ? व्याख्या कीजिए ।
उत्तर- आजकल लोकतंत्र को निम्नलिखित चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है-
1. जरूरी बुनियादी आधार बनाने की चुनौती – लोकतांत्रिक देशों में यह समस्या सामने आती है। इसमें अलोकतांत्रिक सरकार को गिरा देना, सैन्य बलों को बाहर निकालना और संप्रभु शासन की स्थापना शामिल है।
2. विस्तार की चुनौती – इसमें लोकतंत्र के सभी नियमों को लागू करना शामिल है।
3. लोकतंत्र को मजबूत करने की चुनौती – इसमें लोकतंत्र को मजबूत करना शामिल है। हर लोकतंत्र में किसी-न-किसी रूप में यह समस्या है। लोकतांत्रिक व्यवहार और संस्थाओं को मजबूत करना इसमें शामिल है। लोकतंत्र से जुड़े लोगों की इच्छाएँ पूरी होनी चाहिए। लोकतंत्र से लोगों की उम्मीदें इस चुनौती से अलग हैं। इसका मतलब है कि लोकतांत्रिक संस्थाओं का कामकाज बेहतर होना चाहिए और उन्हें मजबूत करना चाहिए। इसके लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया पर अमीर और शक्तिशाली लोगों का प्रभाव कम होना चाहिए।
प्रश्न 4. भारतीय लोकतंत्र की चुनौतियों का सामना करने के लिए किन-किन महत्त्वपूर्ण सुधारात्मक उपायों को करना आवश्यक है?
उत्तर – लोकतंत्र में कई चुनौतियाँ पाई जाती हैं। इन चुनौतियों के बारे में सभी सुझाव या प्रस्ताव लोकतांत्रिक सुधार या राजनीतिक सुधार कहे जाते हैं। भारत में राजनीतिक सुधारों के लिए निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखा जा सकता है-
1. कानून बनाकर राजनीति को सुधारा जा सकता है। सुधारों के मामले में कानून महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। 2. कानूनी बदलाव करते हुए इस बात पर गंभीरता से विचार करना होगा कि राजनीति पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। कई बार इसके परिणाम उल्टे भी पड़ सकते हैं ।
3. समानता लानी होगी।
4. रोजगार एवं संपन्नता लाने के प्रयास करने होंगे।
5. न्याय प्रणाली को सशक्त एवं निष्पक्ष बनाना होगा।
प्रश्न 5. भारतीय समाज तथा सरकार के अनुभवों के संदर्भ में लोकतंत्र में नागरिकों की भूमिका की चर्चा कीजिए ।
उत्तर- लोकतांत्रिक राजनीतिक प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी मुख्य रूप से राजनीतिक दलों की सदस्यता और सिविल सोसायटी जैसे स्वतंत्र गैर-सरकारी संगठनों की सक्रिय सदस्यता तक सीमित नहीं है। ये संगठन महिलाओं, विद्यार्थियों, कृषकों, श्रमिकों, डॉक्टरों, शिक्षकों, व्यापारियों, धार्मिक आस्था रखने वालों और मानव अधिकार सक्रियतावादियों के हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं। नागरिकों को लोकतांत्रिक व्यवस्था की जिम्मेदारी देनी चाहिए; वे निर्धारित करना चाहिए कि सांसदों, राज्य विधायिकाओं के सदस्यों, पंचायत राज संस्थाओं, नगरपालिकाओं और नगर निगमों के प्रतिनिधियों को क्या करना चाहिए।
2005 में पारित सूचना के अधिकार अधिनियम द्वारा दी गई सुविधाओं का उपयोग करके नागरिकों को सक्रिय भूमिका निभाने का मौका मिलता है। नागरिकों को इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि उनके सांसदों और राजनेताओं ने अपनी शक्ति का किस प्रकार इस्तेमाल किया है। उनके द्वारा अपने हितों और विचारों को भी व्यक्त करते रहना चाहिए।
प्रश्न 6. सही अर्थों में भारतीय नागरिक होने के लिए एक व्यक्ति में कौन-कौन से गुण होने चाहिए?
उत्तर- सही अर्थों में भारतीय नागरिक होने के लिए एक व्यक्ति में निम्नलिखित गुण होने चाहिए-
1. प्रत्येक नागरिक को कानून को आदर करना चाहिए तथा हिंसा का विरोध करना चाहिए।
2. प्रत्येक नागरिक को दूसरे नागरिकों के अधिकारों तथा मानव के रूप में उनकी मर्यादा का आदर करना चाहिए ।
3. नागरिकों को सरकार के निर्णयों पर सवाल खड़े करने चाहिए लेकिन सरकार की सत्ता को अस्वीकार नहीं करना चाहिए।
4. नागरिकों को परस्पर सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए ।
भारतीय लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियाँ के अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न 1. अच्छे लोकतंत्र की तीन विशेषताओं पर प्रकाश
उत्तर- एक अच्छे लोकतंत्र की निम्नलिखित विशेषताएँ होती डालें। हैं-
(i) चुनाव में लोगों को वर्तमान शासकों को बदलने और अपनी पसंद जाहिर करने का पर्याप्त अवसर और विकल्प मिलना चाहिए ।
(ii) नागरिकों के अधिकारों और संविधान के मूल सिद्धांतों को मानते हुए ऐसी सरकार का गठन होना चाहिए।
(iii) लोगों द्वारा चुने गए शासक ही सारे प्रमुख फैसले लें।
(iv) लोकतांत्रिक व्यवस्था में तानाशाही नहीं होनी चाहिए, और सरकार को जनता की इच्छाओं के अनुरूप काम करना चाहिए।
प्रश्न 2. साम्प्रदायिकता का अर्थ स्पष्ट करें। यह लोकतंत्र के लिए बाधा किस प्रकार है?
उत्तर- सांप्रदायिकता होती है जब किसी खास समुदाय के लोगों को अन्य समुदायों से अधिक श्रेष्ठ लगता है और इसी भ्रांति या गलत धारणा से वे सिर्फ अपने धर्म के अनुयायी के लाभ के बारे में सोचते हैं। धर्म पर आधारित ऐसी विभाजित भावना को सांप्रदायिकता कहते हैं। II. सांप्रदायिकता लोकतंत्र को बाधित करती है— सांप्रदायिकता समाज को तोड़ती है या उसे विभाजित करती है। सांप्रदायिकता अक्सर हिंसा और दंगे को जन्म देती है, जो सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाती है और कई निर्दोष महिलाओं, बच्चों और लोगों को मार डालता है।
कानून और व्यवस्था में अशांति और सांप्रदायिकता अक्सर होती है। राष्ट्रीय एकता और अखंडता को सांप्रदायिकता खतरा बनाती है। सांप्रदायिकता लोकतंत्र को बाधित करती है क्योंकि वे समानता, भाईचारे, सभी की स्वतंत्रता, धार्मिक आजादी, शैक्षणिक और सांस्कृतिक संरक्षण में विश्वास नहीं करते। बहुसंख्यकों के खिलाफ चुनाव में अल्पसंख्यक अक्सर धार्मिक संकीर्ण प्रवृत्ति का व्यक्ति मान बैठते हैं और उसे पराजित कर देते हैं।
इस पोस्ट में आपको Nios class 10 social science chapter 23 solutions Nios class 10 social science chapter 23 pdf download Nios class 10 social science chapter 23 notes nios class 10 social science pdf nios class 10 social science chapter 23 question answer एनआईओएस कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान अध्याय 23 भारतीय लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियाँ से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है यह प्रश्न उत्तर फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.