उत्तर भारत के तेरहवीं से पंद्रहवीं सदी के राज्य Class 7 इतिहास के प्रश्न उत्तर
HBSE Class 7 History Chapter 8 उत्तर भारत के तेरहवीं से पंद्रहवीं सदी के राज्य Solution: – ऐसे छात्र जो HBSE कक्षा 7 इतिहास विषय की परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते है उनके लिए यहां पर HBSE कक्षा 7th इतिहास अध्याय 8 (उत्तर भारत के तेरहवीं से पंद्रहवीं सदी के राज्य) के लिए सलूशन दिया गया है. यह जो HBSE Class 7 History Chapter 8 Kingdoms of North India during 13th to 15th Century दिया गया है वह आसन भाषा में दिया है .ताकि विद्यार्थी को पढने में कोई दिक्कत न आए . इसकी मदद से आप अपनी परीक्षा में अछे अंक प्राप्त कर सकते है.इसलिए आप HBSE Class 7 History Chapter 8 उत्तर भारत के तेरहवीं से पंद्रहवीं सदी के राज्य के प्रश्न उत्तरों को ध्यान से पढिए ,यह आपके लिए फायदेमंद होंगे.
अभ्यास के प्रश्न-उत्तर
1. ग्यासुद्दीन तुगलक ने ………. में बंगाल पर आक्रमण किया ।
(क) 1204 ई०
(ख) 1357 ई०
(ग) 1324 ई०
(घ) 1300 ई०
उत्तर – (ग) 1324 ई.
2. निम्न में से कौन 1411 ई० में गुजरात का शासक बना?
(क) मलिक काफूर
(ख) रतन सिंह
(ग) राणा हमीर
(घ) अहमद शाह
उत्तर – (घ) अहमद शाह
3. मेवाड़ के किस राजा ने कविराज वाणी विलास और योगेश्वर नामक विद्वानों को आश्रय प्रदान किया था?
(क) मोकल सिंह
(ख) क्षेत्र सिंह
(ग) लाखा सिंह
(घ) राणा कुंभा
उत्तर – (क) मोकल सिंह
4. निम्न में से किस राज्य का सम्बन्ध राणा कुंभा से था?
(क) जौनपुर
(ख) मेवाड़
(ग) मालवा
(घ) रणथम्भोर
उत्तर – (ख) मेवाड़
5. दिल्ली में बनी कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद …………. द्वारा बनाई गई ।
(क) ग्यासुद्दीन गौरी
(ख) कुतुबुद्दीन ऐबक
(ग) रज़िया सुल्तान
(घ) बलबन
उत्तर – (ख) कुतुबुद्दीन ऐबक
रिक्त स्थान की पूर्ति करें :
1. बंगाल को सबसे पहले ……… के सेनानायक मोहम्मद बिन बख्तियार ख़िलजी ने ……..में जीता था।
2. रज़िया बेगम की हत्या ……….के पास की गई थी ।
3. गोरा और बादल ……….राज्य के महान सेनापति थे ।
4. ‘पूर्व का शिराज’………शहर को कहा जाता था ।
5. बलबन को हरियाणा में ……..व……… जागीरें प्राप्त थीं।
उत्तर- 1. मोहम्मद गौरी, 1204 ई०, 2. कैथल, 3. मेवाड़, 4. जौनपुर, 5. रेवाड़ी, हांसी ।
उचित मिलान करो :
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उत्तर–
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निम्नलिखित कथनों में सही (✓) अथवा गलत (X) का निशान लगाओ :
1. सल्तनत काल में भारतीय समाज स्पष्टतः दो वर्गों में बंटा हुआ था।
2. बलबन ने तुगरिल बेग के विद्रोह को दबा कर अपने बेटे बुगरा खां को सूबेदार नियुक्त किया
3. आज़म खान ने अमेरिका के साथ कूटनीतिक संबंध स्थापित किए थे।
4. महमूद बेगड़ा ने 40 वर्ष तक गुजरात पर राज्य किया ।
5. गहलोत और सिसोदिया वंश के राजाओं ने लगभग 1200 वर्ष तक मेवाड़ पर शासन किया ।.
उत्तर – 1. (✓ ), 2. (✓), 3. (x), 4. (x), 5. (✓)
उत्तर भारत के तेरहवीं से पंद्रहवीं सदी के राज्य के लघु प्रश्न :
1. बंगाल के एक भाग को सबसे पहले किस मुस्लिम सेनापति ने कब और कैसे जीता था?
उत्तर – बंगाल को सबसे पहले मोहम्मद बिन – बख्तियार खिलजी ने 1204 ई० में जीता जो मोहम्मद गौरी का सेनानायक था। उसने घोड़ों के सौदागर के रूप में बंगाल की राजधानी नदिया पहुँचकर धोखे से राजमहल पर हमला कर दिया जिससे राजा लक्ष्मणसेन घबरा गया और भाग गया तथा बख्तियार ख़िलजी बंगाल के बड़े भाग का शासक बन गया।
2. सिंध अभियान में फिरोजशाह तुगलक का सम्बन्ध कितने दिनों तक अपनी राजधानी से कटा रहा?
उत्तर – सिंध अभियान में फिरोजशाह तुगलक का सम्बन्ध अपनी राजधानी दिल्ली से छह महीने तक कटा रहा।
3. अलाउद्दीन ने चित्तौड़ पर अधिकार कब और किसको पराजित करके किया?
उत्तर – 1303 में, दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ पर आक्रमण करके राजा रतनसिंह और उसके वीर सेनापतियों गोरा और बादल को हराया।
4. उत्तर भारत पर बार-बार विदेशी आक्रमण क्यों हुए? उनमें से कुछ आक्रमणकारियों के नाम बताइए ।
उत्तर – उत्तर भारत पर बार-बार विदेशी आक्रमण हुए। इसके निम्नलिखित कारण थे-
(1) उत्तर भारत भौगोलिक रूप से संपन्न है।
(2) हिमालय से निकलने वाली नदियाँ इस क्षेत्र को समृद्ध करती हैं।
(3 ) उत्तर भारत की समृद्धि ने बहुत सी शक्तियाँ इस पर अधिकार करने की कोशिश की। भारत को महमूद गजनवी और मोहम्मद गौरी ने आक्रमण किया था।
5. इल्तुतमिश के समय में उलेमा (मुस्लिम धार्मिक वर्ग) हिन्दुओं को कौन-सा विकल्प देना चाहता था ?
उत्तर- इल्तुतमिश काल में जियाउद्दीन बर्नी ने बताया कि बर्नी उलेमा (मुस्लिम धार्मिक समूह) हिन्दुओं को जज़िया या इस्लाम के स्थान पर मृत्यु या इस्लाम का चुनाव देना चाहता था।
आइए विचार करें :
1. मोहम्मद-बिन-तुगलक की प्रमुख योजनाएँ क्या थीं? वे क्यों असफल रहीं?
उत्तर- 1. राजधानी परिवर्तन – मोहम्मद-बिन-तुगलक की पहली बड़ी योजना थी राजधानी दिल्ली को देवगिरी में बदलना। देवगिरी राज्य के मध्य में थी। नई राजधानी में आवश्यक संसाधनों की कमी ने इस योजना को विफल कर दिया।
2. गंगा-यमुना के दोआब में कर वृद्धि – सुल्तान ने दोआब क्षेत्र में कर को बढ़ाया ताकि राज्य की आय भी बढ़े, लेकिन इस क्षेत्र में भयंकर अकाल पड़ने के कारण किसान कर नहीं दे सके, जिससे इस योजना का विरोध हुआ और असफल हो गया।
3. सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन – इसके अनुसार, मोहम्मद-बिन-तुगलक की तीसरी योजना में सांकेतिक मुद्रा प्रणाली का प्रचलन था। सुल्तान ने तांबे के सिक्के को चांदी के टके से अधिक महत्व दिया। नए सिक्कों का मूल्य चांदी के सिक्कों के समान था। यह योजना असफल हुई क्योंकि शाही टकसालों को सही व्यवस्था नहीं थी।
4. कृषि सुधार की योजना – मोहम्मद बिन तुगलक ऊसर भूमि को कृषि योग्य बनाकर फसलों को बढ़ाना चाह था। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए उसने ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ नामक कृषि विभाग को स्थापित किया परंतु यह योजना भी असफल रही।
5. खुरासान एवं कराचिल विजय की योजना — विश्व विजेता बनना मोहम्मद बिन तुगलक का सपना था। इसके लिए उसने खुरासान को जीतने का प्रबंध बनाया। उसने एक बड़ी सेना बनाकर सैनिकों को दो साल का अग्रिम धन भी दिया, लेकिन खुरासान पर आक्रमण नहीं हुआ और इस सेना को मोहम्मद-बिन-तुगलक से कराचिल क्षेत्र पर विजय पाने के लिए भेजा गया, जिससे यह योजना असफल हो गई।
2. रज़िया सुल्तान कौन थी? अपने शासन काल में उसको किन लोगों के विद्रोह का सामना करना पड़ा
और क्यों?
उत्तर – रज़िया सुल्तान इल्तुतमिश की पुत्री थी, जो एक कुशल प्रशासिका, वीरांगना, योग्य और साहसी और प्रतिभाशाली सुल्ताना थी। रज़िया सुल्तान मध्यकाल में सिंहासन पर बैठी पहली और अंतिम मुस्लिम महिला थी। रज़िया को सुल्तान बनाने पर बहुत से लोग सहमत थे, लेकिन बहुत से लोग विरोध करते थे। रज़िया सुल्तान के शासनकाल में मुलतान, झांसी, लाहौर और बदायूं के सूबेदारों ने इसका सामना किया।
3. मोहम्मद-बिन-तुगलक द्वारा कृषि से संबंधित किए गए सुधारों का संक्षेप में वर्णन करें।
उत्तर – मोहम्मद-बिन-तुगलक द्वारा कृषि से संबंधित किए गए सुधार निम्नलिखित हैं-
(1) मोहम्मद-बिन-तुगलक चाहता था कि ऊसर भूमि को खेती योग्य बनाया जाए, जिससे फसलों का उत्पादन बढ़ जाए।
(2) सुल्तान ने “दीवान-ए-अमीर कोही” नामक कृषि विभाग की स्थापना की, जिसका उद्देश्य फसलों की उपज को बढ़ाना था।
(3) दो वर्षों में, मोहम्मद-बिन-तुगलक ने उत्तम फसलों के परीक्षणों पर 70 लाख रुपये खर्च किए।
4. मालवा 13वीं शताब्दी के अंत तक एक महत्वपूर्ण राज्य रहा है, उस पर शासन करने वाले शासकों की एक सूची बनाएँ ।
उत्तर – (1) महलक देव,
(2) दिलावर खाँ,
(3) अल्प खाँ (हुशंग शाह),
(4) गाजी खाँ (मोहम्मद शाह),
(5) महमूद ख़िलजी,
( 6 ) गियास शाह ।
5. राजपूत राज्यों की शासन व्यवस्था पर विश्लेषणात्मक टिप्पणी कीजिए ।
उत्तर – राजपूत राज्यों की शासन व्यवस्था इस प्रकार थी-
(1) राजपूत राज्यों में कई जागीर थे और सामन्तवादी व्यवस्था थी।
(2) जागीरदार और सामन्त राजा को बहुत श्रद्धा से मानते थे और उसे विपत्ति में सहायता भी देते थे।
(3 ) राजा को नियमित रूप से वार्षिक कर भी सामन्त देते थे।
(4) राजा अपने राज्य का प्रमुख सेनापति, सर्वोच्च अधिकारी और मुख्य न्यायाधीश था और उसे असीमित अधिकार दिए गए थे।
(5) राजा ने लोगों की सुरक्षा करना और उनका कल्याण करना अपना कर्तव्य समझा।
6. सल्तनतकालीन राज्यों के प्रशासन में कौन-कौन से अधिकारी होते थे? उनके विभागों का भी वर्णन करें।
उत्तर – सल्तनतकालीन राज्यों के प्रशासन के अधिकारी एवं उनके विभाग निम्नलिखित थे-
अधिकारी | विभाग |
दीवान-ए-विजारत | राजस्व विभाग |
सद्र-उस-सुदूर | धर्म एवं राजकीय दान विभाग |
दीवान-ए-रसालत | विदेश विभाग |
दीवान-ए-अर्ज | सैन्य विभाग |
आरीज-ए-मुमालिक | सेना मंत्री |
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